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प्रत्यक्ष विदेशी निवेश

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प्रत्यक्ष विदेशी निवेश

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किस प्रकार का विदेशी प्रत्यक्ष .

विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफ.डी.आई.) पोर्टफोलियो निवेश एन. आर. आई. जमा बाहरी वाणिज्यिक उधार

Solution : संविभाग (पोर्टफोलियो) निवेश को असुरक्षित माना जाता है। इसमें परिसंपनियों के समूह (पोर्टफोलियो) के रूप में निवेश किया जाता है, जिसमें इक्विटी सिक्युरिटीज, जैसे सामान्य शेयर और ऋण प्रतिभूतियों, जैसे बैंक नोट, बॉन्ड और डिबेंचर में ट्रांजेक्शंस (लेन-देन) को शामिल किया जाता है। संविभाग (पोर्टफोलियो) निवेश निष्क्रिय (passive) निवेश है, क्योंकि इसमें सक्रिय प्रबंधन या.बॉन्ड जारी करने वाली कंपनी का नियंत्रण अपरिहार्य नहीं है। इसके बजाय, निवेश का एकमात्र उद्देश्य वित्तीय लाभ प्राप्त करना है। इसके विपरीत, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) निवेशक को एक निश्चित सीमा तक कंपनी को प्रबंधकीय रूप से नियंत्रित करने की अनुमति प्रदान करता है।

FDI Inflows: विदेशी निवेशकों का पसंदीदा देश बना भारत, 2021-22 में आया रिकॉर्ड 83.57 अरब डॉलर विदेशी निवेश

By: ABP Live | Updated at : 20 May 2022 06:39 PM (IST)

FDI In 2021-22: वर्ष 2021-22 में देश में ऐतिहासिक विदेशी निवेश आया है. वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के मुताबिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश भारत ने वित्त वर्ष 2021-22 में 83.57 अरब अमेरिकी डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) हासिल किया जो प्रत्यक्ष विदेशी निवेश अब तक किसी भी वित्त वर्ष में सबसे अधिक है. वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत ने वित्त वर्ष 2021-22 में 83.57 अरब अमेरिकी डॉलर की अब तक सर्वाधिक सालाना एफडीआई आया है. इससे पहले वित्त वर्ष 2020-21 में 81.97 अरब अमेरिकी डॉलर विदेशी निवेश भारत में आया था.

वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, भारत मैन्युफैकचरिंग क्षेत्र में विदेशी निवेश के लिए एक पसंदीदा देश के रूप में तेजी से उभर रहा है. मैन्युफैकचरिंग क्षेत्रों में एफडीआई इक्विटी इनफ्लो 2020-21 में 12.09 अरब डॉलर की तुलना में 2021-22 में 21.34 अरब डॉलर रही जो कि 76 फीसदी ज्यादा है. भारत में निवेश करने वाले प्रमुख निवेशक देशों के मामले में सिंगापुर 27 प्रतिशत के साथ पहले स्थान पर है. इसके बाद अमेरिका का नंबर आता है जो कि 18 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर और 16 फीसदी के साथ मॉरीशस 16 प्रतिशत तीसरे का स्थान है. मंत्रालय के मुताबिक कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर क्षेत्र में सबसे ज्यादा देश में विदेशी निवेश देखने को मिला है. इसके बाद सर्विस सेक्टर और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का स्थान है.

RBI रिपोर्ट: अगस्त में भारत का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश विदेशी प्रत्यक्ष निवेश 59% घटकर 1.03 अरब डॉलर पर, जानें पूरी डिटेल

भारत का विदेशी प्रत्यक्ष निवेश सालाना आधार पर 59 फीसदी घटकर 1.03 अरब डॉलर पर.

भारत का विदेशी प्रत्यक्ष निवेश सालाना आधार पर 59 फीसदी घटकर 1.03 अरब डॉलर पर.

आरबीआई की तरफ से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अगस्त 2022 में भारतीय कंपनियों द्वारा अपने विदेशी कारोबार में होने . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : September 17, 2022, 13:24 IST
भारत का विदेशी प्रत्यक्ष निवेश सालाना आधार पर 59 फीसदी घटकर 1.03 अरब डॉलर पर आ गया है.
अगस्त 2022 में भारतीय कंपनियों द्वारा अपने विदेशी कारोबार में होने वाला OFDI, 1027.67 करोड़ डॉलर रहा.
डेटा के मुताबिक भारतीय कंपनियों द्वारा गारंटी इश्यू करके 26.66 करोड़ डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश किया गया है.

नई दिल्ली. बढ़ती महंगाई और बाजार की अस्थिरता के बीच भारत का विदेशी प्रत्यक्ष निवेश 59 फीसदी घट गया है. RBI द्वारा जारी किए गए डेटा के मुताबिक भारतीय कंपनियों द्वारा अपने विदेशी कारोबार में अगस्त में किया गया विदेशी प्रत्यक्ष निवेश सालाना आधार पर 59 फीसदी घटकर 1.03 अरब डॉलर पर आ गया है.

FDI: एफडीआई पाने में दिल्ली तीसरे और हरियाणा पांचवें स्थान पर, सिंगापुर से सबसे ज्यादा 27.01 फीसदी का निवेश

एफडीआई।

साल 2021-22 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) पाने में दिल्ली तीसरे और हरियाणा पांचवें स्थान पर रहा है। देश में शीर्ष पांच राज्यों में पहले स्थान पर 37.55 फीसदी रकम के साथ कर्नाटक रहा है। दूसरे पर 26.26 फीसदी के साथ महाराष्ट्र और चौथे पर तमिलनाडु रहा जिसे 5.10 फीसदी रकम मिली है। दिल्ली को 13.93 फीसदी रकम और हरियाणा को 4.76 फीसदी रकम मिली है। कोरोना और वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत 2021-22 में कुल 84.83 अरब डॉलर का एफडीआई हासिल किया था। वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, पिछले वित्तवर्ष में देश के विनिर्माण क्षेत्र में कुल 21.34 अरब डॉलर का एफडीआई आया था। उसके पहले के साल के 12.09 अरब डॉलर की तुलना में यह 76 फीसदी ज्यादा है।

विस्तार

साल 2021-22 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) पाने में दिल्ली तीसरे और हरियाणा पांचवें स्थान पर रहा है। देश में शीर्ष पांच राज्यों में पहले स्थान पर 37.55 फीसदी रकम के साथ कर्नाटक रहा है। दूसरे पर 26.26 फीसदी के साथ महाराष्ट्र और चौथे पर तमिलनाडु रहा जिसे 5.10 फीसदी रकम मिली है। दिल्ली को 13.93 फीसदी रकम और हरियाणा को 4.76 फीसदी रकम मिली है। कोरोना और वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत 2021-22 में कुल 84.83 अरब डॉलर का एफडीआई हासिल किया था। वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, पिछले वित्तवर्ष में देश के विनिर्माण क्षेत्र में कुल 21.34 अरब डॉलर का एफडीआई आया था। उसके पहले के साल के 12.09 अरब डॉलर की तुलना में यह 76 फीसदी ज्यादा है।

2021-22 में छह लाख करोड़ का FDI मिला
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने कहा कि भारत ने वित्तीय वर्ष प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 2021-22 में 6,31,050 करोड़ रुपये का अब तक का सबसे अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) प्राप्त किया है। विनिर्माण क्षेत्रों में एफडीआई इक्विटी प्रवाह वित्त वर्ष 2021-22 में पिछले वर्ष के 89,766 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,58,332 करोड़ रुपये हो गई, जिससे इसमें 76 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई। प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) एक प्रकार का निवेश है जिसमें एक देश प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का निवेशक किसी अन्य अर्थव्यवस्था में एक व्यावसायिक इकाई को स्थापित करता है या महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करता है।

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