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कौन सा क्रिप्टो फट जाएगा

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बलरामपुर : मामूली बात पर हसिए से पेट फाड़कर किसान की हत्या

बलरामपुर जिले में आज सुबह करीब 11 बजे मामूली बात पर एक व्यक्ति ने हसिया से किसान का पेट फाड़ हत्या कर दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार जगदीशपुर कठौवा निवासी 50 वर्षीय शोभाराम यादव उर्फ.

बलरामपुर : मामूली बात पर हसिए से पेट फाड़कर किसान की हत्या

बलरामपुर जिले में आज सुबह करीब 11 बजे मामूली बात पर एक व्यक्ति ने हसिया से किसान का पेट फाड़ हत्या कर दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जगदीशपुर कठौवा निवासी 50 वर्षीय शोभाराम यादव उर्फ बहिरू गांव के पश्चिम सड़क की ओर खड़े गांव के ही जयबहादुर मिश्र से उनकी किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। जय बहादुर ने हरिए से शोभाराम के पेट पर वार कर दिया। उनका पेट फट गया और आंत बाहर आ गई।
बताया जाता है कि शोभाराम करीब 30 मिनट तक सड़क पर ही पड़े रहे। सूचना के बावजूद यूपी डायल 100 पुलिस एम्बुलेंस घटनास्थल तक नहीं पहुंची। उसी रास्ते गुजर रहे डा. अनुराग यादव के भाई जिला पंचायत सदस्य संतोष यादव व क्षेत्र पंचायत सदस्य डा. शिशिर यादव ने अपनी गाड़ी से शोभाराम को तुलसीपुर सीएचसी पहुंचाया। हालत गंभीर देखकर चिकित्सक ने उन्हें जिला मेमोरियल अस्पताल रेफर कर दिया। जहां गेट पर पहुंचते ही शोभाराम ने दम तोड़ दिया। घटना से गांव में भय का माहौल है। शोभाराम की पत्नी व अन्य परिवारीजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। कोतवाली नगर की पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। तुलसीपुर के प्रभारी निरीक्षक एसके त्रिपाठी ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में है। आरोपी जय बहादुर की तलाश की जा रही है। तहरीर मिलते ही केस दर्ज किया जाएगा।

टर्म इंश्योरेंस के बारे में आपको जो जानकारी होनी चाहिए

संभव है आपके माता-पिता ने इसके बारे में बात की हो। आस-पड़ोस में संभवत: कोई हो जो इंश्योरेंस पॉलिसी बेचता होगा। और निश्चित रूप से, टीवी विज्ञापनों को कौन भूल सकता है जिसमें एक परेशान पत्नी होती है और एक तोंदुल सा पति। पत्नी को चिंता है कि वह मर जाएगा तो उसका क्या होगा? उन्हें एक इंश्योरेंस प्लान मिलता है और सब ठीक हो जाता है …

क्या आपको ठीक से पता है कि टर्म इंश्योरेंस कैसे काम करता है? क्या यह तभी जरूरी है जब आपको मरने का खतरा हो? जब आप बूढ़े और बीमार हों? यह तस्वीर का सिर्फ एक हिस्सा है। टर्म इंश्योरेंस वास्तव में किसी भी आयु वर्ग के लिए एक बेहद उपयोगी इन्वेस्टमेंट विकल्प हो सकता है। आइए कुछ मिथकों को दूर करें और पूरी जानकारी प्राप्त करें कि टर्म इंश्योरेंस कैसे काम करता है।

टर्म इंश्योरेंस क्या है?

टर्म इंश्योरेंस एक प्रकार का इंश्योरेंस है जिसमें आप एक पूर्व निर्धारित अवधि के लिए इन्वेस्टमेंट करते हैं, जिसके बाद आपको या आपके प्रियजनों को पॉलिसी की किस्म के आधार पर आपकी इन्वेस्टमेंट की गई पूंजी का भुगतान होता है।

टर्म इंश्योरेंस और मेडिकल इंश्योरेंस के बीच कन्फ्यूज़न

इसी में भ्रम होता है। बहुत से लोगों गलत जानकारी है कि, मेडिकल इंश्योरेंस की तरह टर्म इंश्योरेंस की सारी पॉलिसी में कोई पैसा नहीं मिलता यदि पॉलिसी की अवधि के कौन सा क्रिप्टो फट जाएगा भीतर पॉलिसी धारक की मृत्यु नहीं होती है। लेकिन यह बिल्कुल गलत है। टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी दो तरह की होती हैं- एक किस्म लाइफ कवर से जुड़ी होती है। इस प्रकार का टर्म इंश्योरेंस आपकी मृत्यु के मामले में आपके आश्रितों को कवर करता है। यह विशेष रूप से उपयोगी है यदि आप परिवार के एकमात्र कमाने वाले हैं और यदि आप सबसे बड़े हैं तो यह अधिक फायदेमंद है।

दूसरे प्रकार का टर्म इंश्योरेंस है जिसमें यदि पॉलिसी अवधि के दौरान आपकी मृत्यु हो जाती है तो आपके आश्रितों को इंश्योरेंस का भुगतान मिलता है। हालांकि यदि आप पॉलिसी की अवधि से अधिक जीवित रहते हैं तो आपको अपनी इच्छानुसार खर्च करने के लिए पहले से इन्वेस्ट की गई पूंजी मिलती है। छुट्टी लें, कार खरीदें, घर का डाउन पेमेंट करें, विदेश में पढ़ाई करें, राजसी तरीके से शादी करें - आपकी मर्ज़ी!

बेशक, दूसरे किस्म का टर्म इंश्योरेंस एक बेहतरीन रिटायरमेंट प्लान जैसा है क्योंकि आप हमेशा एकमुश्त राशि के बजाय मासिक किश्तों में भुगतान करना चुन सकते हैं (कुछ इंश्योरेंस कंपनियां आपको दोनों का मिला-जुला रूप चुनने में मदद कर सकती हैं)। सेवानिवृत्त व्यक्ति एक अच्छी इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ अपने लिए वैसी ही जीवन शैली की व्यवस्था कर सकता है जो तब थी जब उसे वेतन मिलता था।

अंतर कैसे पहचानें? दो प्रकार के टर्म इंश्योरेंस में से कौन सा आपके सामने रखा जा रहा है यह निर्धारित करने के लिए सेल्स की सामग्री को बहुत ध्यान से पढ़ें।

टर्म इंश्योरेंस के क्या फायदे हैं?

  1. टर्म इंश्योरेंस एक फिक्स्ड इन्कम वाला उत्पाद है और इसलिए इसमें जोखिम कम होता है। यदि आपके पास बहुत अधिक जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट हैं तो इस कम जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट विकल्प के साथ अपने इन्वेस्टमेंट को डाइवर्सीफाय करना समझदारी हो सकती है।
  2. यह काफी किफायती इन्वेस्टमेंट है।
  3. पॉलिसी की मैच्योरिटी के बाद अपनी टर्म इंश्योरेंस राशि का मासिक भुगतान चुनने पर इंक्रीमेंटल/लगातार इन्कम हो सकती है। यही वजह है कि इस तरह का इन्वेस्टमेंट उन इन्वेस्टर के बीच बेहद लोकप्रिय है जो रिटायरमेंट के करीब होते हैं।
  4. टर्म इंश्योरेंस की पूंजी मैच्योर होने पर टैक्स फ्री होती है जबकि कई अन्य प्रकार के इन्वेस्टमेंट से होने वाले लाभ पर भारी कर लगाया जा सकता है।

टर्म इंश्योरेंस चुनते समय ध्यान रखी जाने वाली मुख्य बातें

  1. टर्म इंश्योरेंस में अक्सर 10 साल से अधिक की लॉक-इन अवधि होती है। स्टॉक और म्यूचुअल फंड जैसे इन्वेस्टमेंट कहीं अधिक लिक्विड हैं। यहां तक कि फिक्स्ड डिपॉजिट भी टर्म इंश्योरेंस के मुकाबले अधिक लिक्विड होते हैं।
  2. हालांकि टर्म इंश्योरेंस की पॉलिसी में अक्सर भुगतान राशि की गारंटी होती है और इस तरह, वे कम जोखिम वाली होती है और कई इन्वेस्टर म्यूचुअल फंड और स्टॉक मिलने वाले बड़े मुनाफे के लिए थोड़ा-बहुत जोखिम झेलना बुरा नहीं मानते।
  3. टर्म इंश्योरेंस जटिल है और जिस प्रकार से आपको पॉलिसी से बाहर रहने पर कुछ भी नहीं मिलता है, वह युवा इन्वेस्टमेंटकों के लिए एक वास्तविक बर्बादी है।

टर्म इंश्योरेंस प्लान चुनते समय क्या देखें?

  1. सबसे पहली और सबसे महत्वपूर्ण बात- देखें हमने अभी किस बारे में बात की है। क्या ऐसा भुगतान है जिसके लिए पॉलिसी कौन सा क्रिप्टो फट जाएगा टर्म तक बने रह सकते हैं?
  2. क्या इंश्योरेंस कंपनी आपको यह चुनने का विकल्प देती है कि आप प्रीमियम का भुगतान कब-कब करें? कुछ कंपनियां आपको एकमुश्त, वार्षिक और द्वि-वार्षिक प्रीमियम भुगतान करने की विकल्प देती हैं।
  3. क्या वे आपको अपनी प्रीमियम राशि चुनने/एडजस्ट करने देती हैं?
  4. क्या सम एश्योर्ड के भुगतान में लचीलापन है? कुछ कंपनियां आपको सम एश्योर्ड बढ़ाने या घटाने का का विकल्प देती हैं - निश्चित रूप से यह केवल तभी मायने रखता है जब यह आपके लिए ठीक हो।
  5. क्या इंश्योरेंस कंपनी आपको यह चुनने का विकल्प देती है कि पॉलिसी अवधि समाप्त होने पर आप पूंजीगत भुगतान कैसे प्राप्त करना चाहेंगे?
  6. पॉलिसी अवधि में कितने साल तक आपको इन्वेस्टमेंट करना होगा? कुछ नए दौर की पॉलिसियों में आपने पॉलिसी अवधि के एक हिस्से तक इन्वेस्ट करना होता है और फिर बाकी पॉलिसी अवधि के दौरान आपकी पूंजी बढ़ती रहती है।
  7. क्या पॉलिसी में कई कॉम्पोनेन्ट हैं? आजकल अधिक जटिल टर्म इंश्योरेंस पॉलिसियां हैं जो इंश्योरेंस के साथ मार्केट-लिंक्ड ग्रोथ को जोड़ती हैं। इन उत्पादों में आपको मनचाहा लाइफ इंश्योरेंस, कुछ आय की गारंटी और एक वेरिएबल कॉम्पोनेन्ट की पेशकश होती है जो आकर्षक हो सकता है।

टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी चुनते समय अपने विकल्पों पर ठीक से तोलें। अपने लिए ऐसी टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी (जिनमें आपके जीवित रहने पर पूंजी का भुगतान मिल सके) चुनें जो आपके कुल जोखिम को कम कर सके। अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए या दूसरे शब्दों में कहें तो उन्हें सुरक्षा प्रदान करने के लिए इनका उपयोग जोखिम भरे इन्वेस्टमेंट के साथ कर सकते हैं। याद रखें कि इंश्योरेंस में इन्वेस्ट की गई पूंजी पॉलिसी अवधि के लिए सीमा से बाहर होती है, इसलिए कृपया यह तय करें कि इस दौरान आपकी रोज़मर्रा की ज़रूरतें पूरी करने के लिए आपके पास पर्याप्त नकदी हो। और हां, हमेशा सेल्स लिटरेचर को देखें और इन्वेस्टमेंट करने से पहले विभिन्न कंपनियों पर अपनी रिसर्च करें। इन्वेस्टमेंट करने से पहले इंश्योरेंस कंपनी के क्लेम सेटलमेंट रेशियो की जांच करें - इससे आपको इस बात का अच्छा अंदाजा हो जाएगा कि कौन सा क्रिप्टो फट जाएगा वे तेज़ी से सेटल करते हैं या आप जैसे इन्वेस्टर के क्लेम से किनारा कर लेते हैं।

एंजेल ब्रोकिंग के साथ अपनी इन्वेस्टमेंट यात्रा शुरू करें। आपने अपनी रिसर्च कर और इसे पढ़कर पहले ही एक कदम उठा लिया है - आपके लिए अच्छा है। याद रखें कि कोई भी इन्वेस्ट कर सकता है चाहे उम्र, जेंडर या प्रोफेशन कोई भी हो। बस शुरू हो जाएँ!

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क्राइम न्यूज

फतेहाबाद. हरियाणा के फतेहाबाद (Fatehabad) जिले में एक विधवा महिला ने अपने जेठ पर उससे जबरन दुष्कर्म (Rape) करने का आरोप लगाया है. महिला का आरोप है कि इस मामले में उसकी सास, ससुर और जेठानी ने भी साथ दिया है. महिला थाना पुलिस (Police) ने इस सम्बंध में महिला की शिकायत पर उपरोक्त लोगों के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज किया है|

पुलिस को दी शिकायत में टोहाना क्षेत्र की महिला ने बताया कि उसके पति का देहांत हो चुका है और वह अपने ससुराल में भिवानी रहती थी. आरोप है कि उसके पति के देहांत के बाद उसका जेठ उसपर गलत नजर रखे हुए था. इसी दौरान उसके जेठ ने उससे जबरन रेप किया. इस मामले में इसकी सास, ससुर व जेठानी ने भी उसका साथ दिया|

महिला थाना की सब इंस्पेक्टर शकुंतला देवी ने इस मामले में बताया कि महिला की शिकायत पर उपरोक्त लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट चुकी है. फिलहाल किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है. पुलिस का कहना है कि जांच जारी है|

Pariksha Pe Charcha 2022 Livei: पीएम मोदी बोले- बिना खेले कोई खिल नहीं सकता, मोबाइल गेमिंग को लेकर दी बड़ी सलाह

Pariksha Pe Charcha

Pariksha Pe Charcha 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के जरिए छात्रों से रू-ब-रू हो रहे है. जिसके लिए पीएम मोदी तालकटोरा स्टेडियम पहुंच गए हैं. ये कार्यक्रम आज दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हो रहा है जहां पर प्रधानमंत्री मोदी छात्रों को बताएंगे कि किस तरह से परीक्षा के दबाव को कम किया जाए. परीक्षा पर चर्चा का ये पांचवां एडिशन है. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 15 लाख से अधिक छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है.

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