शेयर मार्केट से जुड़े सामान्य सवाल

Nomination in Demat Account: आपके हर निवेश, हर बैंक खाते में नॉमिनेशन भरना कितना जरूरी है ये कोविड-19 महामारी के संकट ने समझाया है. आपका निवेश और आपकी प्लानिंग धरी की धरी रह जाएगी अगर आपने नॉमिनेशन सही से नहीं किया और आपके परिवार को इन्हीं पैसों के लिए कागजातों और बैंक ब्रांच के चक्कर काटने पड़ सकते हैं. कोविड19 के दौर में ये और जरूरी है कि परिवार इसका फायदा बिना किसी अतिरिक्त अड़चनों के उठा सके. आप अपना बैंक खाता खुलवाते वक्त नॉमिनेशन की जानकारी देते हैं, लेकिन क्या डीमैट खाते में भी आपने अपना नॉमिनी चुना है? अब जब शेयरों में भी रिटेल निवेशकों का रुझान इतना ज्यादा है तो शेयर मार्केट से जुड़े सामान्य सवाल जरूरी है कि नॉमिनेशन से जुड़ी बारीकियां भी वे समझें.
What is the Bull and Bear market in Hindi? | बुल और बेयर मार्केट क्या है?
अगर आप शेयर बाज़ार से जुड़े हुए है तो आपने कभी न कभी बुल बाज़ार (Bull Market) और बेयर बाज़ार(Bear market) के बारे में सूना ही होगा| लेकिन क्या आप जानते है इसका सही अर्थ क्या है इसे कैसे देखा जाता है और इन दोनों के बीचा अंतर क्या है| अगर आप नहीं जानते तो यह लेख पूरा पढ़े क्योंकि यहाँ पर हमने आपके लिए आसान भाषा(Hindi) में बुल बाज़ार (Bull Market) और बेयर बाज़ार(Bear market) को समजाय है|
सामान्य तौर पर बाज़ार का रुख हमेशा ही ऊपर की और होता है जिससे निवेशक पैसे कमाते है| जैसे की अगर आपने किसी शेयर में पैसे लगाए और उस शेयर की कीमत बढ़ने की वजह से आपको लाभ हुआ | यह बुल मार्केट कहलाता है जहा शेयर मार्केट के पॉइंट या शेयर के प्राइस बढ़ने से लोगो को लाभ होता है|
उदाहरण के रूप में अगर आपने किसी शेयर को 100 रुपये में लिया| अब कुछ कारण या अफवाह से इस शेयर की प्राइस बढ़कर 200 रुपये हो गयी| ऐसे में आपको प्रति शेयर 100 रुँपये का बड़ा लाभ हुआ| किसी भी शेयर की बढाती शेयर मार्केट से जुड़े सामान्य सवाल शेयर मार्केट से जुड़े सामान्य सवाल शेयर मार्केट से जुड़े सामान्य सवाल कीमतों से लाभ होता है तो उसे बुल मार्केट कहा जाता है|
What is Bear Market in शेयर मार्केट से जुड़े सामान्य सवाल Hindi?(बेयर मार्केट क्या है?)
यह बाजार के सामान्य रुख से विपरीत है| बेयर मार्केट में पैसा तब कमाया जाता है जब बाज़ार का रुख निचे की तरह हो| यहाँ पर शेयर की price कम होने पर लाभ होता है| बेयर मार्किट में शेयर की प्राइस जब घटती है तब मुनाफा अधिक होता है|
उदहारण के रूप में देखे तो इसमे शेयर खरीदने की जगह पहले बेचे जाते है| जैसे की अगर एक शेयर है जिसकी अभी की कीमत 100 रुपये है| अभी आपके पास यह शेयर नहीं है लेकिन आपको लगता है की आगे जाके इस शेयर की कीमत कम होने वाली है| अब आपने इस धारणा पर किसी व्यक्ति को एक शेयर बेच दिया| अभी आपके पास शेयर नहीं है लेकिन डिलीवरी देने के समय पहले जब भी शेयर की कीमत कम हो तब उसे खरीदकर जिसे बेचा था उसे डिलीवरी कर देना बेयर मार्किट है|
हमारे किस्से में हमने 100 रुपये में शेयर बेचा था| बाज़ार में उस शेयर की कीमत दुसरे या डिलीवरी देने से पहले घटकर 75 रुपये हो गयी| ऐसे में आपने जब बेचा तो खरीददार से 100 रुँपये लिया और आपने उसे 75 रुपये में खरीदा| मतलब की यह 25 रुपये का अंतर बेयर मार्किट में प्रॉफिट को दर्शाता है|
इसे बुल और बेयर मार्केट क्यों कहते है?
इन बाजारों को जानवर के नाम से बुलाने के पीछे इन जानवरों का स्वाभाव कारण माना जाता है| बुल काफी अग्रेसिवे स्वाभाव का होता है और वह जब भी किसी पर हमला करता है तब वह उसे ऊपर की औरर उछालता है| इसी लिए जब भी शेयर मार्केट ऊपर शेयर मार्केट से जुड़े सामान्य सवाल की और उछलता है तो उसे बुल मार्किट कहा जाता है|
बेयर यानी भालू यह बहोत से शेयर मार्केट से जुड़े सामान्य सवाल समय शांत रहता है यह जब भी अपने शिकार पर हमला करता है तब वह अपने पंजेका इस्तमाल करता है| पंजे के द्वारा वह शिकार पर ऊपर से हमला करता है निचे की तरफ| इसी लिए शेयर मार्केट जब निचे की तरफ जा रहा हो तब उसे बेयर मार्केट कहा हाता है|
शेयर मार्केट से जुड़े सामान्य सवाल
डबल टैक्सेशन एवॉइडेंस एग्रीमेंट(DTAA): लाभ और दरें
भारत में टैक्स ऑडिटिंग और इसके प्रकार
बिक्री कर - लेटेस्ट बिक्री कर कलेक्शन के बारे में जानें
प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष शेयर मार्केट से जुड़े सामान्य सवाल कर कैसे भिन्न होते हैं? विस्तार से जानें
अस्वीकरण :
इस वेबसाइट पर दी की गई जानकारी, प्रोडक्ट और सर्विसेज़ बिना किसी वारंटी या प्रतिनिधित्व, व्यक्त या निहित के "जैसा है" और "जैसा उपलब्ध है" के आधार पर दी जाती हैं। Khatabook ब्लॉग विशुद्ध रूप से वित्तीय प्रोडक्ट और सर्विसेज़ की शैक्षिक चर्चा के लिए हैं। Khatabook यह गारंटी नहीं देता है कि सर्विस आपकी आवश्यकताओं को पूरा करेगी, या यह निर्बाध, समय पर और सुरक्षित होगी, और यह कि त्रुटियां, यदि कोई हों, को ठीक किया जाएगा। यहां उपलब्ध सभी सामग्री और जानकारी केवल सामान्य सूचना उद्देश्यों के लिए है। कोई भी कानूनी, वित्तीय या व्यावसायिक निर्णय लेने के लिए जानकारी पर भरोसा करने से पहले किसी पेशेवर से सलाह लें। इस जानकारी का सख्ती से अपने जोखिम पर उपयोग करें। वेबसाइट पर मौजूद किसी भी गलत, गलत या अधूरी जानकारी के लिए Khatabook जिम्मेदार नहीं होगा। यह सुनिश्चित करने के हमारे प्रयासों के बावजूद कि इस वेबसाइट पर निहित जानकारी अद्यतन और मान्य है, Khatabook किसी भी उद्देश्य के लिए वेबसाइट की जानकारी, प्रोडक्ट, सर्विसेज़ या संबंधित ग्राफिक्स की पूर्णता, विश्वसनीयता, सटीकता, संगतता या उपलब्धता की गारंटी नहीं देता है।यदि वेबसाइट अस्थायी रूप से अनुपलब्ध है, तो Khatabook किसी भी तकनीकी समस्या या इसके नियंत्रण से परे क्षति और इस वेबसाइट तक आपके उपयोग या पहुंच के परिणामस्वरूप होने वाली किसी भी हानि या क्षति के लिए उत्तरदायी नहीं होगा।
लोगों ने पिछले महीने भी इस कंपनी पर भरोसा दिखाया, डिमांड में नंबर-1 रही; इसके पास सबसे सस्ती कारें
देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने नवंबर सेल्स के आंकड़े जारी कर दिए हैं। कंपनी को ईयरली बेसिस पर 14% की ग्रोथ मिली। इस ग्रोथ के साथ कंपनी नंबर-1 पोजीशन पर भी रही। उसने नवंबर में कुल 1,59,044 यूनिट बेचीं। नवंबर 2021 में कंपनी ने 1,39,184 यूनिट बेची थीं। यानी कंपनी ने बीते महीने 15,794 यूनिट ज्यादा बेचीं। पिछले महीने कंपनी की डोमेस्टिक सेल्स 1,39,306 यूनिट की रही। नवंबर 2021 में ये आंकड़ा 1,17,791 यूनिट का था। यानी कंपनी को यहां पर 18% का इजाफा हुआ। कंपनी मिनी, कॉम्पैक्ट, मिड-साइज, यूटिलिटी व्हीकल और लाइट कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में अपनी पकड़ जमाए हुए है।
AIIMS पर हुआ साइबर हमला कोई सामान्य घटना नहीं हैं बल्कि एक षडयंत्र है: IT मंत्री राजीव चंद्रशेखर
नेशनल डेस्क: केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शुक्रवार को कहा कि देश के शीर्ष अस्पतालों में शुमार अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पर हुआ साइबर हमला कोई सामान्य घटना नहीं हैं बल्कि एक षडयंत्र है, जिसमें किसी देश की सरकार भी शामिल हो सकती है। चंद्रशेखर ने इलेक्टॉनिक निकतेन स्थित अपने कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा के दौरान यह बात कही। एम्स पर हुए साइबर हमले से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘यह कोई सामान्य घटना नहीं है। मैंने इस बारे में ज्यादा पड़ताल नहीं की है।
इसके पीछे स्टेट एक्टर भी हो सकते हैं
भारतीय कम्प्यूटर आपात प्रतिक्रिया दल (सर्ट-इन) और पुलिस इस मामले की तहकीकात कर रहे हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘. लेकिन रैंसमवेयर हमले काफी अत्याधुनिक हमले हैं। इसके पीछे स्टेट एक्टर भी हो सकते हैं। या बड़े संगठित गिरोह भी हो सकते हैं। इसे सामान्य घटना नहीं समझा जाना चाहिए। निश्चित तौर पर यह एक षडयंत्र है। इसके पीछे जरूर कोई ताकत है।'' ज्ञात हो कि साइबर हमले के बाद से एम्स का सर्वर प्रभावित है। इस वजह से वहां बाह्य रोगी, भर्ती रोगी और प्रयोगशाला सहित सभी अस्पताल सेवाओं को कागजी रूप से प्रदान किया जा रहा है।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
जाम से मुक्ति दिलाने के लिए भारी वाहनों का प्रवेश बंद, 5 दिसंबर से लागू होगा नया रूट चार्ट
कांग्रेस संचालन समिति की बैठक शुरू, अधिवेशन की तिथि और स्थल को लेकर होगा फैसला
शादी समारोह में छाया मातमः दुल्हन को पड़ा दिल का दौरा, स्टेज पर ही मौत
कब करें नॉमिनेशन?
नॉमिनेशन की प्रक्रिया बेहद आसान है जिससे डीमैट खाते के मालिक अपने मुताबिक ये तय कर सकते हैं कि उनके निधन पर किसे अपने शेयर देना चाहते हैं. ये नॉमिनेशन आप डीमैट खाता खुलवाते वक्त भी भर सकते हैं या फिर अगर आपने नहीं भरा तो बाद में भी इसे अपडेट किया जा सकता है. आप किसी NRI को भी नॉमिनी बना सकते हैं.
एक डीमैट खाते शेयर मार्केट से जुड़े सामान्य सवाल में अधिकतम 3 लोगों को नॉमिनी बनाया जा सकता है. खाताधारक को नॉमिनी की कुछ जानकारी भरनी होगी. अगर दो या उससे ज्यादा नॉमिनी तय किए हैं तो खाताधारक को सभी नॉमिनी की हिस्सेदारी तय करनी होगी कि निधन पर किसे कितना फीसदी हिस्सा मिलेगा.
क्या बाद में नॉमिनेशन बदल सकते हैं?
अगर खाता खुलवाते वक्त आपने नॉमिनी नहीं भरा तो आप बाद में नॉमिनेशन फॉर्म फॉर्म भरकर डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट या ब्रोकर को जमा कराना होगा. अगर नॉमिनी बदलना हो तो वो भी किया जा सकता है. इसके लिए बस इस नॉमिनेशन फॉर्म को दोबारा भरकर जमा कर सकते हैं.
किसी भी सामान्य या जॉइंट डीमैट खाते में नॉमिनी तय किया जा सकता है. लेकिन, अगर कोई ट्रस्ट, सोसायटी या कॉरपोरेट बॉडी, पार्टनरशिप कंपनी, HUF (हिंदु उनडिवाइडेड फैमिली) या पावर ऑफ अटर्नी रखने वाले लोग नॉमिनेशन नहीं भर सकते.
जॉइंट डीमैट खाते में नॉमिनेशन
जॉइंट डीमैट खाते में भी नॉमिनेशन किया जा सकता है. हालांकि, एक होल्डर के निधन पर दूसरे होल्डर को सिक्योरिटी ट्रांसफर होगी. अगर दोनों होल्डर्स की मृत्यु हो जाती है तो ही नॉमिनी को ये ट्रांसफर होगा. अगर शेयर मार्केट से जुड़े सामान्य सवशेयर मार्केट से जुड़े सामान्य सवाल ाल नॉमिनी नहीं दिया तो कानूनी वारिस को ये ट्रांसफर होंगे.
NSDL के मुताबिक एक माइनर यानी 18 वर्ष से कम के बच्चों को भी डीमैट खाते में नॉमिनी बनाया जा सकता है. लेकिन, जब भी नॉमिनी माइनर होगा तो उसके अभिभावक या गार्जियन की भी जानकारी देनी होगी.