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पैसा में खाता प्रकार

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    मान लीजिये यदि आपका Sbi अकाउंट है, तो सबसे पहले तो आपको यह पता करना होगा की आपके आस-पास किस Sbi एटीएम में CDM की सुविधा मौजूद है। इसका आप अपने नजदीकी Sbi ब्रांच पैसा में खाता प्रकार में जाकर पता कर सकते हैं।

पैसा में खाता प्रकार

बैंक में पैसे कैसे जमा करें | bank me paise kaise dale | पैसा जमा करने का तरीका

बैंक में पैसे कैसे जमा करें | bank me paise kaise dale | पैसा जमा करने का तरीका

यदि आप जानना चाहते हैं, की बैंक में पैसे कैसे जमा करते हैं, या bank me paise kaise dale तो यह पोस्ट आप के लिए ही लिखा गया है। हम में से कई लोग हैं, जिनका कभी बैंक में जाना नहीं हो पाता है, या वे पहले कभी बैंक नहीं गए होते हैं, तो ऐसे लोग जो पहली बार जब cash deposit करने बैंक जाते हैं, तो उनके मन में एक आम सवाल उठता है, की बैंक में पैसे कैसे डालें, या अपने बैंक अकाउंट में पैसा जमा करने की क्या प्रक्रिया है।

बैंक से जुड़ी सामान्य गतिविधि जैसे बैंक में पैसा जमा करवाना या बैंक से पैसा निकालना यह कई लोगों के लिए एक आम बात हो सकती है, लेकिन ऐसे भी कई लोग हैं, जो पहले कभी बैंक नहीं गए होते हैं, जैसे की एक ग्रहणी, या एक स्टूडेंट, तो उन्हें शुरू में यह सब कार्य करने में थोड़ा समस्या महसूस होती है।

उनके मन में कई सवाल उठते हैं, जैसे, बैंक के भीतर पैसा कहाँ पर जमा होता है, पैसा जमा करने के लिए कौन सी स्लिप भरते हैं, स्लिप कैसे भरी जाती है, पैसा जमा करते समय क्या डॉक्यूमेंट मांगे जाएंगे और अकाउंट में पैसा कब तक आ जाएगा इत्यादि। आपके इन सभी सवालों के जवाब निचे दिए गए हैं, तो चलिए जानते हैं, bank me paise kaise dale

बैंक में पैसे कैसे जमा करें | Bank me paise kaise dale

यदि आपका किसी बैंक में खाता है, जिसमे आप पैसा जमा करना चाहते हैं, तो आपके पास अपने बैंक अकाउंट में पैसा डालने के मुख्य दो तरीके हैं, पहला बैंक जाकर deposit slip द्वारा पैसा डालना और दूसरा ATM मशीन द्वारा पैसे जमा करना, तो चलिए इन दोनों ही तरीकों को एक-एक कर समझते हैं।

डिपाजिट स्लिप द्वारा पैसा जमा करना (through deposit slip)

बैंक में पैसा डालने का सबसे सीधा तरीका है, deposit slip द्वारा पैसा डालना। आपको बता दें की बैंक जाते समय एक पेन, अपनी पासबुक और अपना एक पहचान पत्र जरूर रख लें, इनकी आवश्यकता आपको पड़ सकती है। इसके बाद पैसा लेकर सीधे बैंक जाएं, वहाँ काउंटर से डिपाजिट स्लिप लें, उसे सही-सही भरें और कैश काउंटर पर जाकर अपना पैसा जमा करवा लें।

  • डिपाजिट स्लिप में सबसे पहले ऊपर उस दिन की (Date) भरें।

ATM मशीन द्वारा पैसा जमा करना (Deposit through ATM)

अकाउंट में पैसा जमा करने का दूसरा आसान तरीका है, एटीएम में लगी Cash deposit machine (CDM) द्वारा पैसा जमा करना। यदि आप बैंक में लगने वाली लंबी लाइन से बचना चाहते हैं, तो (CDM) पैसा जमा करने का एक अच्छा विकल्प है।

ATM और CDM दोनों ही अलग मशीन होती हैं, जहाँ ATM का उपयोग पैसा निकालने के लिए किया जाता है, वहीँ CDM का इस्तेमाल अकाउंट में पैसा जमा करने के लिए किया जाता है। देश में मौजूद लगभग हर एक बड़ा बैंक जैसे SBI, PNB, ICICI, HDFC इत्यादि यह सभी अपने ग्राहकों को Cash deposit machine की सुविद्या प्रदान करते हैं। Cash deposit machine (CDM) भी एटीएम के पास ही मौजूद होती है, इस लिए आम तोर पर लोग इसे भी एटीएम मशीन कहते हैं।

यदि आप CDM द्वारा पैसा जमा करवाने जा रहे हैं, तो अपने साथ तीन चीजें लेजाना ना भूलें, अपना debit card, बैंक account number और अपना फोन। नीचे बताए गए स्टेप्स को फॉलो कर के आप CDM द्वारा पैसा जमा करवा सकते हैं।

    मान लीजिये यदि आपका Sbi अकाउंट है, तो सबसे पहले तो आपको यह पता करना होगा की आपके आस-पास किस Sbi एटीएम में CDM की सुविधा मौजूद है। इसका आप अपने नजदीकी Sbi ब्रांच में जाकर पता कर सकते हैं।

दोस्तों हमें उम्मीद है, इस पोस्ट में दी गई जानकारी को पढ़कर आप जान गए होंगे की बैंक में पैसे कैसे जमा करते हैं, या bank me paise kaise dale जाते हैं। यदि जानकारी आपको ज्ञानवर्धक लगी है, तो इसे शेयर करके दूसरों तक भी फैलाएं।

Types of Savings Account: हर जरूरत के लिए अलग बचत खाता, खूबियों को समझकर चुनें अपने लिए बेस्ट

Types of Savings Account: बैंक सिर्फ एक ही प्रकार का बचत खाता नहीं खोलते हैं बल्कि कई प्रकार के विकल्प रहते हैं.

Types of Savings Account: हर जरूरत के लिए अलग बचत खाता, खूबियों को समझकर चुनें अपने लिए बेस्ट

अपने पैसे को सुरक्षित रखने का सबसे आसान तरीका किसी बैंक में बचत खाता खुलवाकर उसमें डिपॉजिट करना है.

Types of Savings Account: अपने पैसे को सुरक्षित रखने का सबसे आसान तरीका किसी बैंक में बचत खाता खुलवाकर उसमें डिपॉजिट करना है. इसमें पैसे भी सुरक्षित रहते हैं और जरूरत के वक्त निकासी भी कर सकते हैं और जमा पैसों पर ब्याज भी मिलता है. हालांकि बैंक सिर्फ एक ही प्रकार का बचत खाता नहीं खोलते हैं बल्कि कई प्रकार के विकल्प रहते हैं. ऐसे में इन सबके बारे में जानना जरूरी है. आमतौर पर सभी बैंकों में सेविंग्स अकाउंट के कई विकल्प मिलते हैं. यहां देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई में खुलने वाले सभी प्रकार के बचत खाते और इनकी खासियतों के बारे में बताया जा रहा है. अन्य बैंकों में भी इस प्रकार के खाता खुलते हैं.

बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट अकाउंट

  • इसे वैध केवाईसी डॉक्यूमेंट्स के जरिए कोई भी इंडिविजुअल खुलवा सकता है.
  • इस प्रकार के खाते में रूपे का डेबिट कार्ड जारी किया जाता है.
  • न्यूनतम बैलेंस शून्य और मैक्सिमम बैलेंस की कोई सीमा नहीं है.
  • यह खाता बैंक की किसी भी शाखा में खुलवा सकते हैं.
  • इसमें चेक बुक नहीं मिलता है.

बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट स्माल अकाउंट

  • बिना केवाईसी डॉक्यूमेंट्स के भी 18 वर्ष से अधिक उम्र का कोई इंडिविजुअल इस खाते को खुलवा सकता है.
  • केवाईसी डॉक्यूमेंट्स दाखिल करने के बाद इसे रेगुलर सेविंग्स अकाउंट्स में बदलवा सकते हैं.
  • इसमें रूपे का बेसिक डेबिट कार्ड जारी किया जाता है.
  • इस खाते में अधिकतम 50 हजार रुपये ही मेंटेन किया जा सकता है.
  • न्यूनतम बैलेंस की कोई बाध्यता नहीं है.

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सेविंग्स बैंक अकाउंट

  • न्यूनतम बैलेंस शून्य और मैक्सिमम बैंलेस की कोई बाध्यता नहीं है.
  • नॉमिनेशन फैसिलिटी भी मिलती है.
  • बिना किसी अतिरिक्त खर्च के एक साल में 25 चेक लीव्ज मिलते हैं.
  • औसतन मासिक बैलेंस मेंटेन करने की जरूरत नहीं होती है.
  • मोबाइल बैंकिंग, एसएमएस एलर्ट्स और इंटरनेट बैंकिंग सुविधा मिलती है.
  • पासबुक मिलता है.

बच्चों के लिए सेविंग्स अकाउंट

  • यह खाता बच्चों के लिए पैसा में खाता प्रकार खुलवाया जाता है और इसमें डेली लिमिट्स होती है ताकि बच्चे समझदारी से पैसे खर्च करें.
  • न्यूनतम बैलेंस शून्य और अधिकतम 10 लाख रुपये.
  • इसमे 10 पन्नों का चेक बुक मिलता है लेकिन बच्चे के नाम पर गार्जियन को जारी किया जाता है.
  • फोटो लगा हुआ डेबिट कार्ड मिलता है जिसमें 5 हजार रुपये की निकासी सीमा होती है.
  • मोबाइल बैंकिंग फैसिलिटीज मिलती है और हर दिन अधिकतम 2 हजार रुपये का लेन-देन कर सकते हैं.
  • 5 हजार रुपये का दैनिक ट्रांजैक्शन लिमिट के साथ इंटरनेट बैंकिंग सुविधा.

सेविंग्स प्लस अकाउंट

  • यह बचत खाता मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट स्कीम (MODS) से जुड़ा होता है.
  • इसमें बचत बैंक खाते में निर्धारित सीमा से अधिक राशि अपने आप ही 1 हजार रुपये के गुणकों में सावधि जमा ट्रांसफर कर दिया जाता है लेकिन बचत बैंक खाते में न्यूनतम 35 हजार रुपये होने के बाद एमओडी में पैसे ट्रांसफर होते हैं.
  • एमओडी जमा के प्रति लोन ले सकते हैं.
  • इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, एसएमएस अलर्ट्स सुविधा मिलती है.
  • न्यूनतम बैलेंस की कोई सीमा नहीं है.
  • जमा अवधि 1-5 वर्ष है.
  • सालाना चेक के 25 पन्ने मुफ्त.

मोटर एक्सिडेंट्स क्लेम अकाउंट (MACT)

  • यह खाता मोटर एक्सीडेंट के पीड़ितों को ट्रिब्यूनल / न्यायालय द्वारा तय की गई मुआवजा राशि और ब्याज के लिए खुलवाया जाता है.
  • इसमें चेक बुक, एटीएम डेबिट कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग सुविधा कोर्ट की मंजूरी के बाद ही मिलती है.
  • केवल व्यक्तियों के लिए ही नामांकन की सुविधा.

रेजिडेंट फॉरेन करेंसी डोमेस्टिक अकाउंट

  • यह खाता विदेशी मुद्रा रखने के लिए खुलवाया जाता है और इसमें अमेरिकी डॉलर, ब्रिटिश पौंड और यूरो में पैसे रखे जाते हैं.
  • यह बिना ब्याज़ का चालू खाता है.
  • चेक बुक या एटीएम कार्ड नहीं दिया जाता है.
  • इस खाते में कम से कम 500 अमेरिकी डॉलर, 250 ब्रिटिश पॉण्ड और 500 यूरो रखना है.
  • खाते के पैसे को बिना शुल्क वापस लौटाया जा सकता है.

इंस्टा प्लस वीडियो केवाआईसी सेविंग्स अकाउंट

  • सिर्फ आधार नंबर और पैन के जरिए यह खाता खुलता है.
  • रूपे क्लासिक कार्ड मिलेगा.
  • नॉमिनी को ऐड करना अनिवार्य है.
  • इस खाते को खुलवाने के लिए बैंक ब्रांच जाने की जरूरत नहीं पड़ती है लेकिन वीडियो केवाआईसी पूरी करनी पड़ती है.
  • चेक बुक नहीं मिलता है. हालांकि होम ब्रांच जाकर चेक बुक इश्यू करा सकते हैं.
  • रिक्वेस्ट करने पर ही पासबुक मिलेगा.

(सोर्स: एसबीआई)

और भी प्रकार के खुलते हैं बचत खाते

ऊपर जितने टाइप्स दिए गए हैं, उसके अलावा भी बैंक कई प्रकार के सेविंग्स अकाउंट का विकल्प देते हैं. जैसे कि ‘महिलाओं के लिए बचत खाता’ को महिलाओं की जरूरतों के हिसाब से तैयार किया गया है और इसमें शॉपिंग इत्यादि पर फायदे मिलते हैं. इसके अलावा ‘वरिष्ठ नागरिकों के लिए बचत खाता’ बुढ़ापे की जरूरतों के मुताबिक सुविधाएं देता है जैसे कि इसमें इंश्योरेंस बेनेफिट्स और प्रिफरेंशियल रेट्स पर एफडी की सुविधा मिलती है. वहीं ‘फैमिली सेविंग्स अकाउंट’ में एक ही बचत खाते से परिवार के सभी सदस्य सेविंग्स अकाउंट के बेनेफिट्स ले सकते हैं. सैलरी खाते को आमतौर पर बैंक बड़े कॉरपोरेशन और कंपनियों के अनुरोध पर खोलते हैं लेकिन इसे कर्मी खुद हैंडल करते हैं.

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Saving Account क्या होता है? बचत खाता खुलवाने के फायदे

आज के समय में Bank में Account होना एक आम सी बात हो गयी है, दरअसल हर व्यक्ति का बैंक में एक अकाउंट होना आज के समय में बहुत ही जरुरी हो गया है ताकि वो अपने कमाए हुए पैसे को एक सुरक्षित स्थान पर रख पाएं। ऐसे तो बैंक अकाउंट कई प्रकार के होते है पर एक आम आदमी के लिए पैसे को बैंक में safe तरीके से रखने के लिए के लिए सबसे अच्छा Saving Account होता है।

saving account kya hota hai

जिसे हिंदी में बचत खाता कहा जाता है आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे की Saving Account क्या होता है, (Saving Account Kya Hota Hai) Saving Account खुलवाने के क्या क्या फायदे है, सेविंग अकाउंट कैसे खोले, सेविंग अकाउंट खुलवाने के लिए कौन कौन से डाक्यूमेंट्स चाहिए होते है। तो चलिए जानते है सब कुछ Saving Account के बारे में विस्तार से।

Table of Contents

Saving Account क्या होता है? (What is Saving Account)

बैंक में पैसा जमा करने के लिए आपके पास बैंक में एक अकाउंट होना चाहिए। Saving Account (बचत खाता) एक बैंक अकाउंट का प्रकार है जिसमे हम आप या कोई भी व्यक्ति को अपना पैसा जमा करने के लिए एक सुरक्षित स्थान प्रदान करता है। और आप जब चाहे अपना पैसा कभी आसानी से निकाल सकते है। इसके साथ ही सेविंग अकाउंट में हम 3.5 % से 4 % तक का ब्याज भी देता है।

ऐसे तो बैंक अकाउंट कई प्रकार के होते है, बैंक में मुख्य रूप से दो प्रकार के अकाउंट खोले जाते है एक Current Account और दूसरा Saving Account. Current अकाउंट मुख्य रूप से बिज़नेस से सम्बंधित उदेश्यों के लिए खोले जाते है जिसमे हम बिज़नेस से संबधित Fund Transctions करते है।

और Saving Account एक प्रकार का सामान्य बैंक अकाउंट होता है ये अकाउंट हर एक व्यक्ति, आम नागरिक के लिए होता है जिसमे वो अपने कमाए हुये रूपये को अगर एक सुरक्षित स्थान पर रखना चाहे तो आसानी से किसी भी बैंक में सेविंग अकाउंट खुलवाकर रख सकता है. निचे सेविंग अकाउंट के फायदे के बारे में जानकारी दी गई है।

Saving Account के क्या क्या फायदे हैं?

बैंक में सेविंग अकाउंट खुलवाने के कई सारे फायदे है जो की निम्नलिखित है।

  • सेविंग अकाउंट में आपके पैसे सुरक्षित रहते है।
  • सेविंग अकाउंट बैंक आपको 3.5 % से 4 % या इससे भी ज्यादा वार्षिक ब्याज (Interest) प्रदान करती है।
  • सेविंग अकाउंट ओपन करने पर बैंक आपको Debit Card, Credit Card, Net Banking, Mobile Banking इत्यादि ही सुविधा प्रदान करता है।
  • सेविंग अकाउंट में आपको कम से कम मिनिमम बैलेंस रखने की आवश्यकता होती है। न्यूनतम राशि (Minimum Balance) हर एक बैंक के लिए भिन्न हो सकती है।

Saving Account खोलने के जरुरी डाक्यूमेंट्स

बैंक में सेविंग अकाउंट खोलने के लिए जरुरी डाक्यूमेंट्स निम्नलिखित है।

  • दो लेटेस्ट पासपोर्ट साइज कलर फोटो
  • पहचान पत्र (Identity Proof) के रूप में आप Aadhar Card , Pan Card , ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, वोटर आईडी, राशन कार्ड इत्यादि प्रमाण प्रत्रों का इस्तेमाल कर सकते है।
  • Address Proof के लिए आप इलेक्ट्रिसिटी, वाटर, गैस बिल, राशन कार्ड, पासपोर्ट, वोटर आईडी, बैंक पासबुक इत्यादि का इस्तेमाल कर सकते है।

Saving Account कैसे खोले?

ऊपर बताये गए सभी तरह के डाक्यूमेंट्स को लेकर आप जिस किसी बैंक में भी आप सेविंग अकाउंट खुलवाना चाहते है चाहे वो सरकारी बैंक हो या प्राइवेट उसके नजदीकी ब्रांच में जाये और Help Desk से सेविंग अकाउंट का फॉर्म लेकर उसमे सभी तरह की basic जानकारी जैसे की नाम, पिता का नाम पता, date of birth, नॉमिनी का नाम, मोबाइल नंबर इत्यादि साथ में अपना फोटो चिपका दे और अपना signature कर दे।

अच्छे तरीके से जानकारी भर कर सभी तरह के डाक्यूमेंट्स जैसे की Aadhar Card, Pan Card इत्यादि Attached कर फॉर्म को सबमिट कर दें। इस तरह आपका बैंक में सेविंग अकाउंट एक या दो दिन में ओपन हो जायेगा। और हाँ अगर आपको चेक बुक, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, इत्यादि की सुविधा चाहिए तो फॉर्म में इन सभी के कॉलम में सही का निशान टिक कर दें।

Saving Account में कितने Interest Rate मिलते है

दरसअल सेविंग अकाउंट में कितना ब्याज मिलेगा ये बैंक पर निर्भर करता है अगर आपका खाता सरकारी बैंक जैसे की स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक इत्यादि में है तो सामान्यतः बैंक आपको 3.5 % से 4 % तक का ब्याज दर देती है और वही आपका खाता प्राइवेट बैंक जैसे की एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक इत्यादि में है तो बैंक आपको 3.5% से लेकर 6% तक ब्याज (Interest) प्रदान करती है।

Saving Account में कितने Minimum Balance होना चाहिए?

देखिये हर बैंक का एक अपना Minimum Balance रखने का Criteria होता है। सेविंग अकाउंट में कितना मिनिमम बैलेंस होना चाहिए ये विभिन्न बैंको में अलग अलग हो सकती है जो की 100 रूपये से लेकर 2000, 3000, 5000 रूपये तक हो सकती है। अगर आप अपने सेविंग बैंक अकाउंट में न्यूनतम राशी को मेन्टेन नहीं कीजियेगा तो आपको कुछ रूपये पेनल्टी के रूप में भी काट सकते है।

Saving Account में कितना पैसा रख सकते है?

सेविंग अकाउंट में पैसा जमा करने या निकालने की कोई सीमा तय नही होती है आप जितना चाहों उतना पैसा बैंक में जमा कर या निकाल सकते हो पर हाँ अगर आप एक वर्ष में 10 लाख से ग्यादा की धन राशी बैंक में जमा या निकाल रहे हो तो इसकी इनफार्मेशन आपको आयकर विभाग को देनी होगी अगर नही दी तो आपके घर बैंक या आयकर विभाग से नोटिस आ सकता है।

Digital Saving Account क्या होता है?

Digital Saving Account भी एक प्रकार का बैंक सेविंग अकाउंट होता है। चुकीं इसे ऑनलाइन माध्यम से
Digital रूप मे खोला जाता है इसलिए इसे डिजिटल सेविंग अकाउंट कहा जाता है। इसमें ये सुविधा है की आप
जिस किसी बैंक में भी जो डिजिटल माध्यम से सेविंग पैसा में खाता प्रकार अकाउंट ओपन कर रहा हो उसमे आप बिना बैंक जाएँ घर बैठे
ऑनलाइन माध्यम से सेविंग अकाउंट खुलवा सकते है। और इसमें KYC भी ऑनलाइन माध्यम से विडियो कॉल के जरिये
किया जाता है।

Q. Saving Bank Account का मतलब क्या है?

Ans – सेविंग बैंक अकाउंट एक प्रकार का बैंक अकाउंट है जिसे कोई भी व्यक्ति, आम नागरिकों का खोला जाता है सेविंग बैंक अकाउंट का मतलब यह है की आप आप चाहे तो अपने कमाए हुए रूपये को किसी भी बैंक में सेविंग अकाउंट खुलवाकर एक सुरक्षित स्थान पर रख सकते है।

Q. Saving Bank Account पर कितना ब्याज मिलता है?

Ans – Saving Account पर बैंक आपको 3.5 % से 4 % तक का ब्याज दर देती है और अगर आपका सेविंग अकाउंट प्राइवेट बैंक में है तो 3.5% से लेकर 6% तक ब्याज मिलता है।

आशा करता हूँ आज का ये आर्टिकल Saving Account क्या होता है? (Saving Account Kya Hota Hai) बचत खाता खुलवाने के फायदे आपको अच्छा और ज्ञानवर्धक लगा होगा अब आप आसानी से Saving Account (बचत खाता) के बारे में किसी को भी बता सकते है, इस आर्टिकल को अपने तक सिमित न रखकर अपने दोस्तों के साथ भी शेयर जरूर करें, किसी भी प्रकार का सवाल, सुझाव आप कमेंट के माध्यम से पूछ सकते है धन्यवाद!

कितने दिन हो गए बैंक खाते से पैसे निकाले… चेक कर लें, कहीं ‘बंद’ तो नहीं हो गया, शुरू करने का ये है तरीका

सभी बैंकों को केवाईसी नियमों का पालन करना है, इसलिए इसमें किसी प्रकार की कमी मिलने पर खाता इनऑपरेटिव कर दिया जाता है. यह नियम लगभग हर बैंक में है. हालांकि ट्रांजेक्शन पूरी तरह बंद नहीं होते. एटीएम, नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल करते हुए बैंक की सेवा ले सकते हैं.

कितने दिन हो गए बैंक खाते से पैसे निकाले. चेक कर लें, कहीं

TV9 Bharatvarsh | Edited By: आशुतोष वर्मा

Updated on: Jun 27, 2021 | 7:17 AM

बैंक के कई ग्राहकों की शिकायत है कि हाल के कुछ महीनों में उन्होंने खाते से ट्रांजेक्शन नहीं किया है जिसके चलते अकाउंट ‘इनऑपरेटिव’ या बंद हो गया है. खाता तभी शुरू होगा जब आप बैंक में जाकर इसकी दरखास्त देंगे. कुछ जरूरी अपडेशन और पूछताछ के बाद ही खाता फिर से बहाल हो पाएगा. इसके पैसा में खाता प्रकार पैसा में खाता प्रकार लिए आपका लेटेस्ट केवाईसी अपडेट भी करना पड़ सकता है.

टि्वटर पर एक ग्राहक ने ऐसी ही शिकायत स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से की है. ग्राहक का कहना है कि स्टेट बैंक ने उनके बेटे का अकाउंट लॉक कर दिया है सिर्फ इस बात पर कि एक नियत समय तक उस खाते से कोई ट्रांजेक्शन नहीं हुआ है. खातेदार बताते हैं कि बैंक ने इस बात की पॉलिसी बनाई है कि अगर एक निश्चित अवधि तक खाते से लेनदेन न हो तो उसे निष्क्रिय या इनऑपरेटिव कर दिया जाएगा. अकाउंट होल्डर के फोन पर इस बात का मैसेज गया है कि अकाउंट बंद कर दिया गया है और उसे पुनः शुरू कराने के लिए ब्रांच जाना होगा.

बैंक जाना जरूरी

बैंक की इस पॉलिसी की लोग बहुत आलोचना कर रहे हैं. ग्राहकों का कहना है कि सरकार भीड़-भाड़ रोकने के लिए की तरह के जतन कर रही है. बैंकों में भी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है. उसमें स्टेट बैंक ने ऐसी पॉलिसी क्यों बनाई कि बीच कोरोना में लोगों के खाते बंद किए जा रहे हैं और उसे शुरू कराने के लिए ब्रांच में जाना पड़ेगा. इससे तो ब्रांच में और भीड़ बढ़ेगी. कोरोना का खतरा और पैदा होगा. कई ग्राहकों की शिकायत है कि उनके खाते में कई-कई हजार रुपये पड़े हैं लेकिन उसे इनऑपरेटिव बताकर बंद कर दिया है. खाता शुरू कराने के लिए बैंक में आने की बात कही जा रही है.

क्या है नियम

हर खाते का अपना एक नियम है कि कितने दिन बाद उसे इनऑरेटिव कर दिया जाएगा, अगर लेनदेन न हो. बैंकों की तरफ से पासबुक या रूलबुक में इसकी पूरी जानकारी दी जाती है. हो सकता है कि अलग-अलग खाते के लिए नियम अलग हो, लेकिन एक निश्चित निमय जरूर है. इस नियम के मुताबिक, आपको खाते में डिपॉजिट कोई भी कर सकता है, आप भी कर सकते हैं, लेकिन विड्रॉल जरूरी है. यह 2 साल के बीच किया जाना चाहिए और इसे बंद नहीं होना चाहिए. विड्रॉल नहीं करने पर खाता इनऑपरेटिव हो जाता है. एक बार खाता इनऑपरेटिव हो जाए तो उसे शुरू करने के लिए केवाईसी कराना जरूरी है. एक बार जैसे ही विड्रॉल करते हैं, खाता फिर से ऑपरेटिव हो जाता है.

खाता क्यों होता है इनऑपरेटिव

हाल में साइबर क्राइम की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं. साइबर अपराधी लोगों की जानकारियां चुराते हैं फिर अकाउंट पर हाथ साफ करते हैं. ऐसे में अगर कोई खाता बहुत दिन से बिना इस्तेमाल के रहे तो खतरा बढ़ सकता है. इसे देखते हुए बैंक उसे इनऑपरेटिव कर देते हैं ताकि उस खाते का गलत इस्तेमाल न हो सके. बाद में बैंक ग्राहक को जानने के लिए केवाईसी अपडेट करते हैं और उसे फिर से चालू कर देते हैं. यह नियम खाते की सुरक्षा के लिए ही बनाया गया है. इस नियम को सरकार ने बनाया है न कि बैंक ने.

एसबीआई का नियम है कि हाई रिस्क कस्मटर के लिए हर दो साल पर एक बार केवाईसी अपडेट कराना जरूरी है. मीडियम रिस्क वाले कस्टमर के लिए 8 साल और लो रिस्क वाले के लिए 10 साल में एक बार केवाईसी अपडेट कराना जरूरी होता है.

कैसे शुरू करें खाता

चूंकि सभी बैंकों को केवाईसी नियमों का पालन करना है, इसलिए इसमें किसी प्रकार की कमी मिलने पर खाता इनऑपरेटिव कर दिया जाता है. यह नियम लगभग हर बैंक में है. हालांकि ट्रांजेक्शन पूरी तरह बंद नहीं होते. एटीएम, नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल करते हुए बैंक की सेवा ले सकते हैं. सीधा सा नियम है कि अगर खाते से डेबिट ट्रांजेक्शन नहीं करेंगे तो उसे बंद कर दिया जाता है. यह सुरक्षा के लिहाज से सही माना जाता है. 2 साल के अंदर आपको पैसा निकालना होगा, अन्यथा खाता इनऑपरेटिव हो सकता है.

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