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दिन ट्रेडिंग

दिन ट्रेडिंग
Diwali Muhurat Trading

ट्रेडिंग में नहीं, निवेश में बाज़ार को मात

क्या शेयर बाज़ार को मात दी जा सकती है? इस सवाल का जवाब हां और ना दोनों है। हम यकीनन ट्रेडिंग में बाज़ार को मात नहीं दे सकते क्योंकि उसमें एक की हार ही दूसरे की जीत होती है। ज़ीरोसम गेम, एक का नुकसान, दूसरे का फायदा। लेकिन लम्बे समय के निवेश में, जहां समय बड़ा कारक बन जाता है, जहां वर्तमान के गर्भ से भविष्य का जन्म होता है, वहां सूझबूझ से बाजार को मात दी जा सकती है। बाज़ार ने जिस स्टॉक को अभी दरकिनार कर रखा है, उसके भविष्य को भांपकर आप कम भाव पर खरीद लो तो जब वह बहुत सारे लोगों की नज़र में आएगा और बाज़ार उसे वाजिब भाव देगा, तब उसे बेचकर मुनाफा कमा सकते हो। इस तरह आप रिसर्च व ज्ञान के दम पर बाजार से कई साल आगे रह सकते हो। अब दिन ट्रेडिंग तथास्तु में आज की कंपनी…

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Intraday के लिए Stock कैसे चुने | intraday stock kaise select kare

Intraday के लिए Stock कैसे चुने– अच्छा कमाई करने के लिए सही शेयर का चुनना बहुत जरुरी हैं। आज हम जानेंगे अच्छा intraday stock kaise select kare कौन से ऐसे Criteria होना चाहिए जिसको फॉलो करने से आप ट्रेडिंग से अच्छा पैसा कमाई करने में आसानी हो।

Table of Contents

Intraday के लिए Stock कैसे चुने

Intraday Trading में आप बहुत ही कम समय के लिए काम करते हो। इसलिए आपका Stock Selection Perfect होना बहुत जरूरी हैं। आपको पहले दिन ही देखना चाहिए कौन से स्टॉक में आपको अगले दिन काम करना हैं। पहले से ही तैयारी करके रखना चाहिए। अगर मार्केट आपके हिसाब से काम करे तो आप अच्छा ट्रेड ले सको।

ज्यादा Liquidity स्टॉक चुने:- Intraday Trading में आपको सबसे पहले ज्यादा Liquidity वाले शेयर को ही चुनना चाहिए। Liquidity का मतलब जिस शेयर में Buyer और Seller ज्यादा होता हैं उसी को High Liquidity स्टॉक कहते हैं। अगर खरीदार और बेचनेवाले कम होंगे तब हो चकता है जिस वक्त आप शेयर को Sell करना चाहते हो उस वक्त आपको खरीदार ही ना मिले। इसलिए आपको Intraday के लिए ज्यादा Liquidity स्टॉक में ही ट्रेडिंग करना चाहिए।

ज्यादातर जो कंपनी बड़ी होती है उसमे उतना ही ज्यादा Buyer दिन ट्रेडिंग और Seller मजूद होता है। इसलिए आपको Large cap Stocks को सेलेक्ट करना चाहिए। इसमें आपको हर सेकंड पर खरीदार और बेचनेवाले मिल जायेंगे।

Top Gainers/ Top Loosers स्टॉक चुने:- आपको ट्रेडिंग करने के लिए पिछले दिन के ज्यादा बढ़नेवाले या गिरनेवाला शेयर को चुनना चाहिए। आपको आज ट्रेड करना है तो पिछले दिन के Gainers और Loosers स्टॉक के Chart को देखना चाहिए। अगर कोई स्टॉक ऊपर या नीचे जाने का पहला दिन हैं। तो आपको एसी स्टॉक को Intraday के लिए लेना चाहिए।

intraday stock kaise select kare

सेक्टर के आधार पर:- मार्केट में पिछले दिन किन सेक्टर में ज्यादा ऊपर नीचे हुआ है। आपको उसमे नजर रखना चाहिए। ट्रेडिंग के दिन जिस भी सेक्टर में आपको ऊपर या नीचे जाते नजर आ रहा है। उस सेक्टर में ट्रेड लेना है ऊपर जा रहा है तो ऊपर का लेना है और नीचे जा रहा है तो नीचे का ट्रेड लेना हैं। आपको मार्केट के हिसाब से चलना चाहिए। जिस तरफ मार्केट जा रहा है उसी दिशा में आपको ट्रेडिंग करना हैं।

न्यूज़ पे असर वाले स्टॉक:- जब भी कोई न्यूज़ आता है उस स्टॉक के बारे में इसका असर शेयर प्राइस पर होते देखना चाहिए। अगर कोई अच्छी खबर आता है तो उसकी प्राइस बढ़ने चाहिए और बुरी खबर आता है तो गिरावट देखना चाहिए। ये होना इसलिए जरुरी है क्युकी कोई अच्छा न्यूज़ आता है उसकी प्राइस बड़ेगी और उसमे ट्रेडिंग करके अच्छा पैसा कमाई कर पाओगे।

Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए

Small cap Stock नहीं होना चाहिए:- Intraday में आपको बिल्कुल Small cap Stock पर ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए। Mid cap भी अच्छा है लेकिन Large cap Stock सबसे अच्छा हैं Intraday Trading के लिए।

Upper circuit / Lower Circuit स्टॉक:- एसी स्टॉक में आपको बिल्कुल ट्रेडिंग नहीं करनी है जिसमे Upper circuit या Lower Circuit को जल्दी हित करे। अगर कोई भी Intraday Stocks में ये जल्दी लगेगा तो आपको शेयर Buy और Sell करने में प्रॉब्लम होगा। इसलिए आपको एसी स्टॉक से दूर रहना हैं।

मार्केट गिरेगा या बढ़ेगा कैसे पता करे

Intraday Trading में मार्केट गिरेगा या बढ़ेगा इसमें नजर रखना बहुत जरुरी हैं। आपको जानना बहुत जरुरी है मार्केट किस तरफ जाने की संभावना ज्यादा हैं। ऐसे में आपको Global मार्केट को देखना बहुत जरुरी हैं। ये देखना इसलिए जरुरी है क्युकी आम तौर पर ऐसा देखा गया है जब भी Global Market गिरता है Indian मार्केट भी गिरता हैं।

और ऐसा इसलिए भी होता है आज के जो मार्केट है एक दुसरे में लिंक हैं। बहुत सारे ऐसे कंपनी है जो भारत में भी लिस्टेड है और Global बाज़ार में भी लिस्टेड हैं। अगर उसमे प्राइस गिरता है तो इसमें भी इसका असर देखने को मिलता हैं। इसलिए आपको Intraday ट्रेडिंग से पहले Global Market को देखना चाहिए। जिससे उसके आधार पर आप एक अच्छा फैसला ले सके।

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Intraday Trading में नुकसान से बचने के लिए क्या करे

Stop Loss और Target जरुर लगाए:- Intraday Trading में Stop Loss और Target लगाना बहुत जरुरी हैं। अगर आप Stop loss नहीं लगायेंगे तो नुकसान होने की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी। और Target नहीं लगाया तो हो चकता है एक बार में अच्छा प्रॉफिट हो लेकिन ज्यादातर आपको नुकसान का सामना करना पर चकता हैं। इसलिए दोनों ट्रेड एक साथ डालना बहुत जरुरी हैं।

लालश से दूर रहे:- ट्रेडिंग से पहले आपने जो भी टारगेट के लिए ट्रेड लिया है उसको हासिल होने के बाद आप प्रॉफिट बुक कर ले और ज्यादा लालश के चक्कर में ना पड़े। ज्यादा देर तक ट्रेडिंग करते रहोगे तो बाद में नुकसान होने की संभावना बढ़ जाता हैं।

मेरी राय:-

शेयर मार्केट में Intraday Trading में बहुत ही रिस्क होता हैं। इसमें जितना जल्दी आप मुनाफा कमा चकते हो उतना जल्दी आप पैसा गवा भी चकते हो। अगर आपको यदि करना ही है तो सबसे पहले कम पैसे से सुरवात करना चाहिए। उतना ही पैसा ट्रेडिंग में लगाए जितना नुकसान होने पर भी ज्यादा फर्क ना पड़े। अगर आप practice और साथ साथ सीखते रहोगे तो जरुर एक सफल ट्रेडर बन पाओगे।

आशा करता हु आपको Intraday के लिए Stock कैसे चुने intraday stock kaise select kare पोस्ट को पढ़के अच्छी तरह से समझ गए होंगे कैसे एक अच्छा शेयर को चुने जाते हैं। अगर आपके मन में इससे जुड़ी कोई भी सवाल या सुझाब है तो कमेंट में जरुर बताए। शेयर मार्केट से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी के साथ अपडेट रहने के लिए जरुर हमारे साथ बने रहना चाहिए।

मुहूर्त ट्रेडिंग क्या होती है? Diwali Muhurat trading 2022 Meaning Date or Time

यही समय शेअर मार्केट में निवेश करने वालों के लिए भी बड़ा खास होता है। क्योंकि इसी लक्ष्मी पूजन के दिन शेअर मार्केट में muhurat trading कि जाती है। मुहूर्त ट्रेडिंग एक एसा समय जिस दिन हर निवेशक स्टॅक मार्केट में कुछ ना कुछ शेअर्स जरूर खरीदते हैं।

तो क्या आपको पता है आखिर क्या होती है muhurat trading ? क्यों हर निवेशक और ट्रेडर को muhurat trading का इंतजार रहता है। आइए जानते है मुहूर्त ट्रेडिंग के बारे में हर वह जानकारी जो आपको पता होनी चाहिए।

Diwali muhurat trading

Diwali Muhurat Trading

क्या होती है मुहूर्त ट्रेडिंग? what is muhurat trading

दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा के शुभ मुहूर्त पर स्टॉक मार्केट एक घंटे के लिये खुलता है। इस दौरान शेअर मार्केट में शेअर्स कि खरीद/बिक्री होती है। इसी को Muhurat Trading कहा जाता है।

वैसे दिवाली के दिन शेअर मार्केट बंद रहता है लेकिन शाम को एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए मार्केट ओपन होता है। दरअसल भारतीय परंपरा के अनुसार दिवाली में लक्ष्मी पूजन के दिन ही नऐ आर्थिक वर्ष कि शुरुआत होती है।

इसलिए यह हर भारतीय के लिए यह एक खास दिन होता है। इस दिन बिजनेस मैन और दुकानदार अपनी पुरानी Accounting Book’s को बंद करते है और नए Book से साल कि सुरूवात करते है। इसी तरह इस दिन शेअर मार्केट में निवेश करना भी शुभ माना जाता है।

इसलिए परंपरा है कि इस एक घंटे के मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में निवेशक अपने पसंदिदा शेअर्स खरीदते हैं और लंबे समय तक इसमें निवेशित रहते हैं। नये निवेशकों के लिए स्टॉक मार्केट में निवेश करने का यह एक अच्छा समय माना जाता है

मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन सारे निवेशक और ट्रेडर अपने ट्रेडिंग सेटअप कि पुजा करते है। यानी अपने कंप्यूटर या लैपटॉप जिस चीज से वह ट्रेडिंग करते है उसकी पुजा कि जाती है।

Muhurat trading 2022 Date और Timeing

इस साल दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग 24 अक्टूबर 2022 को होने वाली है। BSE और NSE कि नोटिस के अनुसार इस साल 24 अक्टूबर को शाम 6.15pm से 7.15 के बिच एक घंटे का मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन होगा।

प्री-ओपन सेशन शाम 6:00 बजे शुरू होगा और शाम 6:08 बजे तक चलेगा। इसके बाद 6.15PM से 7.15PM के बिच मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन होगा। जिसमें आपको ट्रेडिंग करने का मौका मिलेगा और बाद में 7.15 बजे मार्केट बंद हो जाएगा।

यहां पर ध्यान रखें कि 7.15PM से पहले अपनी पोजीशन बंद करें क्योंकि इसके बाद ट्रेडिंग करने का टाईम बंद हो जाएगा।

Muhurat Trading कि विशेषताएं

  • मुहूर्त ट्रेडिंग सिर्फ एक घंटे के लिए कि जाती है।
  • दिवाली के दिन छुट्टी होने के बावजूद शेअर मार्केट मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए खुलता है।
  • मुहूर्त ट्रेडिंग का टाईम ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तय किया जाता है।
  • मुहूर्त ट्रेडिंग में किया गया निवेश शुभ माना जाता है।

मुहूर्त ट्रेडिंग का इतिहास। History of muhurat trading

हिंदू धर्म में किसी काम को करने से पहले अच्छा शुभ मुहूर्त देखकर करने कि परंपरा है। इसी परंपरा के तहत दिवाली के दिन शेअर मार्केट में निवेश करने कि परंपरा चली आ रही है।

भारत में, स्टॉक एक्सचेंजेस द्वारा मुहूर्त ट्रेडिंग का संचालन अब करीब 50 वर्षों से किया जा रहा है। Muhurat Trading कि शुरुआत सबसे पहले BSE पर 1957 में हुई थी। इसके बाद NSE ने भी 1997 में मुहूर्त ट्रेडिंग कि शुरुआत की। तब से लेकर अब दोनों स्टॉक एक्सचेंजों पर हर साल दिवाली में एक घंटे की Muhurat trading का आयोजन किया जाता है।

आप मुहूर्त ट्रेडिंग से कैसे लाभ उठा सकते है।

दिवाली में लक्ष्मी पूजन का समय बहुत हि शुभ होता है। इस समय किया गया निवेश लंबे समय तक अच्छा रिटर्न देने वाला माना जाता है।

इसलिए मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में हमें अच्छे और मजबूत कंपनियों के शेअर्स में निवेश करना चाहिए। मुहूर्त ट्रेडिंग का समय एक मोका होता है निवेशको को अपने निवेश का पुनः विचार करने का।

इस दिन आप अपने Portfolio में से बेकार के शेअर्स को बेचकर कुछ नए शेअर्स खरीद सकते है। यानी आप portfolio diversification कर सकते है।

ध्यान रखें कि यह ट्रेडिंग सेशन सिर्फ एक घंटे के लिए ओपन होता है। दिन ट्रेडिंग इसलिए आप अपना पुरा ट्रेडिंग प्लान पहले से तैयार रखें।

muhurat trading उन लोगों के लिए भी एक अच्छा समय है जो स्टॉक मार्केट में पहली बार निवेश करने का विचार कर रहे हैं। स्टॉक मार्केट में निवेश करने कि शुरुआत Zerodha में Demat Account खोलकर कर सकते हैं। Zerodha इंडिया का नं १ स्टॉक ब्रोकर है।

निष्कर्ष

भारत में मुहूर्त ट्रेडिंग 50 सालों से चली आ रही एक परंपरा है। जिसमें निवेशक लक्ष्मी पूजन के समय अपने पैसों को स्टॉक मार्केट निवेश करना शुभ मानते है। इसके साथ ही नए निवेशकों के लिए शेअर मार्केट में शुरुआत करने का यह एक शुभ समय हो सकता है।

आपको दिवाली और मुहूर्त ट्रेडिंग कि शुभकामनाएं!

F&Q

मुहूर्त ट्रेडिंग एक घंटे के लिए होती है।

24 अक्टूबर 2022 को सोमवार शाम 6.15pm से 7.15pm के बिज में 2022 कि muhurat trading होने वाली है।

हर वो भाग ले सकता है जिसके पास Demat Account है।

हां! आप मुहूर्त ट्रेडिंग में इंट्राडे कर सकते है।

Open a Demat account with zerodha and upstox and start your investment journey today!

दिवाली के दिन सिर्फ एक घंटे के लिए खुलता है शेयर बाजार, जानें क्या है मुहूर्त ट्रेड और इसका महत्व

हर साल दिवाली के दिन शेयर बाजारों में एक घंटे का विशेष कारोबार होता है। इसे मुहूर्त ट्रेडिंग के नाम से जाना जाता है। भारतीय शेयर बाजारों के लिए यह परंपरा छह दशक पुरानी है।

दिवाली के दिन सिर्फ एक घंटे के लिए खुलता है शेयर बाजार, जानें क्या है मुहूर्त ट्रेड और इसका महत्व

मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा छह दशक पुरानी है। (PTI Photo)

दिवाली (Diwali) के दिन बैंकों और ज्यादातर दफ्तरों की तरह शेयर बाजारों (Share Market) में छुट्टी का दिन नहीं रहता है। हर साल दिवाली के मौके पर भारतीय शेयर बाजार एक घंटे के विशेष कारोबार के लिए खुलते हैं। इसे मुहूर्त ट्रेड (Muhurt Trading) के नाम से जाना जाता है। यह कई दशक पुरानी परंपरा है और हर साल इसका पालन किया जाता है।

यह है Muhurt Trading 2021 का समय

बीएसई (BSE) पर दी गई जानकारी के अनुसार, इस साल मुहूर्त ट्रेड का समय शाम 6:15 बजे से 7:15 बजे तक का है। इस दौरान इक्विटी (Equity), इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन (Equity F&O) और करेंसी एंड कमॉडिटी (Currency & Commodity) सेगमेंट में विशेष ट्रेडिंग होगी। इस विशेष ट्रेड में ब्लॉक डील (Block Deal) के लिए शाम के 5:45 बजे से छह बजे तक का और प्री ओपन सेशन (Pre Open Session) के लिए शाम के छह बजे से 6:08 बजे तक का समय तय किया गया है। बीएसई की तरह एनएसई (NSE) में भी मुहूर्त ट्रेड का यही समय रहेगा।

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दिवाली के दिन होती है नए संवत की शुरुआत

दरअसल दिवाली के दिन से हिंदू नववर्ष (Hindu New Year) की शुरुआत होती है, जिसे संवत कहा जाता है। इस बार दिवाली को संवत 2078 (Samvat 2078) की शुरुआत होगी। परंपरागत तौर पर दिवाली से ही नए वित्त वर्ष की शुरुआत होती है। इसी दिन आम कारोबारी भी अपना बही-खाता बदलते हैं। शेयर बाजारों में भी इस परंपरा का पालन किया जाता है। नव संवत की शुरुआत के लिए इसी कारण एक घंटे का मुहूर्त ट्रेड आयोजित किया जाता है।

छह दशक पुरानी है मुहूर्त ट्रेड की परंपरा

भारतीय शेयर बाजारों के लिए यह परंपरा करीब छह दशक पुरानी है। भारत ही नहीं बल्कि एशिया के सबसे पुराने स्टॉक एक्सचेंज बीएसई में 1957 में पहली बार मुहूर्त ट्रेड का आयोजन किया गया था। उसके बाद से अब तक हर साल दिवाली पर एक घंटे का मुहूर्त ट्रेड होता है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर मुहूर्त ट्रेड 1992 से हो रहा है।

Muhurt Trade का है प्रतीकात्मक महत्व

मुहूर्त ट्रेड को शुभ माना जाता है। जिस तरह लोग अपने परिचित कारोबारियों की दुकान से इस दिन प्रतीकात्मक शॉपिंग करते हैं, उसी तरह कई ट्रेडर भी मुहूर्त ट्रेड के दिन प्रतीकात्मक खरीद-बिक्री करते हैं। आम तौर पर इस मौके पर ट्रेडर छोटे डील करते हैं। ज्यादातर मौकों पर मुहूर्त ट्रेड में शेयर बाजार कुछ चढ़कर ही बंद होते हैं। हालांकि कई बार मुहूर्त ट्रेड में भी शेयर बाजारों को लाल निशान में देखा गया है।

कुछ ब्रोकर दे रहे हैं ये ऑफर

कई ब्रोकर मुहूर्त ट्रेड को लेकर इंवेस्टर्स को ऑफर भी दे रहे हैं। ब्रोकर प्लेटफॉर्म Zerodha ने सभी सेगमेंट के लिए मुहूर्त ट्रेड के दिन ब्रोकरेज चार्ज नहीं लेने की घोषणा की है। कंपनी 11 साल से यह परंपरा निभाती आ रही है। कंपनी ने कहा कि उसके प्लेटफॉर्म मुहूर्त ट्रेड के दौरान सभी इंट्राडे, एफएंडओ और कमॉडिटी ट्रेड ब्रोकरेज चार्ज से फ्री रहेंगे।

ट्रेडिंग क्या है?

ट्रेडिंग क्या है

ट्रेडिंग की बहुत सारी किस्में भी होती हैं तो आइए हम आपको बताते हैं कि ट्रेडिंग के कितने प्रकार होते हैं:

  • स्काल्पिंग ट्रेडिंग (Scalping Trading)
  • इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading)
  • स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading)
  • पोजीशनल ट्रेडिंग (Positional Trading)

ऊपर दी हुई 4 किस्मों के बारे में हम संक्षेप में बात करते हैं।

स्काल्पिंग ट्रेडिंग (Scalping Trading)

स्काल्पिंग ट्रेडिंग का मकसद होता है मिनटों में पैसा कमाना इसमें ट्रेडर शेयर को कुछ चंद मिनटों (या उससे ज्यादा समय के लिए) के लिए ही खरीदते हैं और स्टॉक मार्केट में इन्हीं शेयर के दाम बढ़ने (या कम होने पर) पर खरीदे गए शेयर को बेचकर मुनाफा कमा लेते हैं। जब कोई भी ट्रेडर ऐसी ट्रेडिंग करता है तो उसे स्काल्पिंग ट्रेडिंग कहते हैं।

ऐसी ट्रेडिंग करने वाले ट्रेडर 1 दिन में 1 से ज्यादा कुछ बार 10-20 से ज्यादा भी ट्रेड करते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading)

इंट्राडे ट्रेडिंग को हम डे ट्रेडिंग भी कहते हैं। इसका मतलब यह है कि ट्रेडर एक ही दिन में शेयर खरीद लेता
है और उसी दिन में अपने शेयर को फायदे या नुकसान में बेच देता है। आसान शब्दों में कहें तो एक ट्रेडर 1 दिन में समान खरीदता है और उसी दिन में अपना सामान बेच देता है।

इसे कहते हैं इंट्राडे ट्रेडिंग। इंट्राडे ट्रेडिंग का मकसद अचानक आई उछाल या गिरावट का लाभ उठाना होता है जिससे ट्रेडर समय रहते ही मुनाफा कमा सके।

इंट्राडे ट्रेडिंग में ट्रेडर हर बार लाभ ही कमाए ऐसा संभव नहीं है ट्रेडर को इसमें नुकसान भी हो दिन ट्रेडिंग सकता है।

ट्रेडिंग में सबसे मुश्किल इंट्राडे ट्रेडिंग होती है इसलिए इसको अच्छी तरह स्टॉक मार्केट सीखने के बाद ही करना शुरू करना चाहिए।

स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading)

स्विंग ट्रेडिंग में अक्सर ट्रेडर शेयर को 1 हफ्ते से लेकर 4 हफ्तों तक अपने पास रखता है और फिर इन शेयर को सेल कर देता है। स्विंग ट्रेडिंग का मुख्य लक्ष्य कुछ सप्ताह में शेयर के दाम में आने वाले Swing का लाभ उठाकर जल्द से जल्द लाभ कमाना होता है। इसी को ही स्विंग ट्रेडिंग कहते हैं। इस बात का ध्यान रहे कि इसमें जोखिम भी होता है

पोजीशनल ट्रेडिंग (Positional Trading)

पोजीशन ट्रेडिंग से तात्पर्य है कि इसमें ट्रेडर शेयर खरीदता है और इन शेयरों को लंबे समय के लिए अपने पास
रखता है। ऐसा करने के लिए हर एक ट्रेडर को शेयर अपने पास रखने के लिए शेयर की डिलीवरी अपने डीमैट अकाउंट में लेनी पड़ती है।

ट्रेडर ने जितने शेयर जिस दाम में दिन ट्रेडिंग खरीदे हैं इन शेयरों का मूल्य ब्रोकर को देना पड़ता है ऐसा करने से
उसको डीमैट अकाउंट में सभी शेयर मिल जाते हैं। इसके बाद वह कभी भी अपने शेयर को बेचकर पैसे जुटा
सकता है।

लेकिन इसमें रिस्क भी होता दिन ट्रेडिंग है। क्योंकि अक्सर हम देखते हैं कि शेयर बाजार में किसी अच्छी या बुरी खबर के कारण आने वाले दिनों में बाजार कुछ बहुत ज्यादा ऊपर या बहुत ज्यादा नीचे खुलता हैं। उदाहरण के तौर पर 2020 में स्टॉक मार्केट कोरोना वायरस की वजह से बहुत बुरी तरह से गिरा था।

अक्सर लोगों के मन में आता है कि क्या ट्रेडिंग से रेगुलर इनकम कमाई जा सकती है या नहीं। ऐसा सवाल हर इंसान के मन में आता है तो आइए हम आपको आसान शब्दों में इसकी जानकारी देते हैं।

हर एक इंसान के लिए ट्रेडिंग के जरिए पैसे कमाना संभव है पर यह आसान नहीं होता है क्योंकि जैसा कि हमने ऊपर बताया है दिन ट्रेडिंग कि अगर कोई व्यक्ति शेयर के मूल्य की हर एक छोटी मूवमेंट से अच्छा पैसा कमाना चाहता है तो उसके लिए ज्यादा से ज्यादा शेयर लेने आवश्यक हैं और इसके लिए पैसों की जरूरत बहुत ज्यादा होगी।

पैसों के दिन ट्रेडिंग साथ-साथ हर एक व्यक्ति को जो कि इसमें पैसे लगाते हैं उनको TECHNICAL ANALYSIS की जानकारी होनी भी जरूरी है। तभी हम प्राइस के पैटर्न को समझ सकेंगे और वक्त आने पर शेयर को बेच और खरीद सकेंगे।

ट्रेडिंग में सबसे महत्वपूर्ण बात यह होती है कि लगातार अपनी गलतियों से सीखना क्योंकि जितना ही हम
सीखेंगे उतना हमारा तजुर्बा बढ़ेगा जिससे कि हम Successful Trader ट्रेडर बन सकेंगे। अपनी गलतियों से सीखना और उससे आगे बढ़ना ही सक्सेसफुल ट्रेडर की पहचान होती है।

ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलते हैं?

ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए सबसे पहले हमें स्टॉक ब्रोकर के पास जाना पड़ेगा। स्टॉक ब्रोकर हमारा ट्रेडिंग अकाउंट आसानी से खोल सकता है। आज के समय में ट्रेडिंग अकाउंट कर बैठे ऑनलाइन खोला जा सकता है।
नीचे हमने मशहूर स्टॉक ब्रोकर के लिंक दिए हैं जिन पर क्लिक करके आप अपना डिमैट अकाउंट घर से ही 15 मिनट में खोल सकते हैं।

भारत के मशहूर स्टॉक ब्रोकर:

फिर इसके बाद शेयर को बेचने और खरीदने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट में पैसे जमा करवाने जरूरी है जिसके लिए हमें ट्रेडिंग अकाउंट के साथ अपना एक बैंक अकाउंट भी लिंक करवाना जरूरी है। क्योंकि अगर हम कभी पैसों की जरूरत हो तो हम ट्रेडिंग अकाउंट में से बैंक अकाउंट में पैसा जमा करवा सकें।

यह जरूरी नहीं है कि हम अपना कोई नया बैंक अकाउंट ही खुलवाएं बैंक में अगर हमारे पास अपना कोई पुराना खाता भी है तो हम उसको भी लिंक करवा सकते हैं। इससे हमारे शेयर का जो Dividend होगा उसके हकदार हम होंगे और उसकी राशि हमारे इसी बैंक अकाउंट में जाएगी।

स्टॉक ब्रोकर क्या होता है?

ट्रेडर या इन्वेस्टर के साथ स्टॉक एक्सचेंज को जोड़ने का काम स्टॉक ब्रोकर करता है। स्टॉक ब्रोकर हमारे स्टॉक
एक्सचेंज के बीच एक कनेक्शन का काम करता है।

Trading अकाउंट खोलने के लिए जो जरूरी डॉक्यूमेंट चाहिए होते हैं वह नीचे लिखे हैं:

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