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अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश

अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश

न्यूयार्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, नया पिघला हुआ वायरस केवल महामारी विज्ञान हिमशैल का सिरा हो सकता है, क्योंकि अभी और अधिक हाइबरनेटिंग वायरस की खोज की जानी बाकी है। प्रकाश, गर्मी, ऑक्सीजन और अन्य बाहरी पर्यावरणीय चर के संपर्क में आने पर इन अज्ञात विषाणुओं की संक्रामकता के स्तर का आकलन करने के लिए और अधिक रिसर्च की आवश्यकता है। सबसे पुराना, पैंडोरावायरस येडोमा 48,500 साल पुराना था। यह एक जमे हुए वायरस के लिए रिकार्ड उम्र है, जहां यह अन्य प्राणियों को संक्रमित कर सकता है।

Stock Market Live Updates: शेयर बाजार में हाहाकार, सेंसेक्स 1,482 अंक लुढ़का, निफ्टी भी धड़ाम, निवेशकों के 5 लाख करोड़ डूबे

Horoscope For 15 November: इन राशि के जातकों पर बरसेगी भगवान विष्णु की कृपा, शेयर बाजार अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश में निवेश, होगा फायदा

कैसा रहेगा आपका पूरा दिन ? पढ़ाई, प्रेम, विवाह, व्यापार जैसे मोर्चों पर कैसी रहेगी ग्रहदशा ? क्या वैवाहिक जीवन में क्लेश से मिलेगी निजात ? पढ़ाई में बच्चों का मन नहीं लग रहा, क्या करें उपाय ? जानिए मध्य भारत के ज्योतिषाचार्य शिव मल्होत्रा (Shiv Malhotra) से आज का राशिफल.

मेष राशि
शुभ रंग: केसरिया
भाग्य: 65%
आज खेल-कूद में हिस्सा ले सकते अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश हैं. अगर आपका धन से जुड़ा कोई मामला कोर्ट-कचहरी में अटका है तो आज उसमें आपको विजय मिलने की उम्मीद है और आपको धन लाभ हो सकता है. माता-पिता के साथ समय बिताने का समय मिलेगा. अपने स्वभाव को अस्थिर न होने दें. सामाजिक और धार्मिक समारोह के लिए बेहतरीन दिन है.
उपाय: शिवलिंग पर शहद चढ़ाएं.

सोने के गहनों, ईटीएफ और बॉन्ड में निवेश करना है तो जान लें ये जरूरी बातें और टैक्स नियम

सोने के गहनों, ईटीएफ और बॉन्ड में निवेश करना है तो जान लें ये जरूरी बातें और टैक्स नियम

सोना और गहनों के साथ महिलाओं का खासा संबंध रहा है.

खास बातें

  • मेकिंग चार्जेज पर जरूर करनी चाहिए बात
  • एसजीबी सोने में निवेश पर ब्याज देते हैं
  • ईटीएफ एक प्रकार से म्यूचुअल फंड की तरह है.

अकसर देखा जाता है कि लोग सोने में निवेश इसलिए भी करते हैं क्योंकि यह न केवल एक बेहतर विकल्प बल्कि समय पर इसे आसानी से नकद में बदला भी जा सकता है. वित्तीय सलाहकारों का कहना है कि हाथ में सोना नकदी का अच्छा विकल्प है तो गोल्ड में डिमैट के जरिए निवेश जैसे ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) और एसजीबी (सोवरिन गोल्ड बॉन्ड) कीमत लगातार बनाए रखता है. जो भी लोग सोने में निवेश करना चाहते हैं वह खरीदने के लिए अकसर सही समय देखते हैं. यह जरूरी है कि इसके लिए टैक्स कानून की भी समझ हो.

जानकारों का कहना है कि सोना केवल बाजार की भावनाओं के आधार पर नहीं लेना चाहिए. सबसे पहले हमें तीन बेसिक बातों के बारे में जानना चाहिए. सोने, गोल्ड ईटीएफ और गोल्ड बॉन्ड को समझना भी जरूरी है.

डिजिटल करेंसी ई-रुपी का 1 दिसंबर को होगा पायलट लॉन्च, जानें इससे जुड़ी सभी अहम बातें

डिजिटल करेंसी ई-रुपी का 1 दिसंबर को होगा पायलट लॉन्च, जानें इससे जुड़ी सभी अहम बातें

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) 1 दिसंबर को देश की पहली डिजिटल करेंसी ई-रुपी (डिजिटल रुपी) का पायलट लॉन्च करेगा। आज इस संबंध में बयान जारी करते हुए उसने कहा कि इस पायलट लॉन्च में आठ बैंक शामिल होंगे और इसके जरिए ई-रुपी के निर्माण से लेकर इसके रिटेल उपयोग तक, पूरी प्रक्रिया की मजबूती परखी जाएगी। आइए आपको बताते अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश हैं कि ई-रुपी आखिर है क्या, इसका कहां इस्तेमाल किया जा सकेगा और पायलट लॉन्च में क्या-क्या होगा।

क्या है ई-रुपी?

ई-रुपी भारत की मुद्रा रुपया का डिजिटल स्वरूप है। यह डिजिटल टोकन के रूप में होगा और पारंपरिक रुपये की तरह एक लीगल टेंडर होगा। इसकी कीमत अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश रुपये के बराबर होगी यानि 100 ई-रुपी 100 रुपये के बराबर होंगे। ई-रुपी उन्हीं मूल्यों में उपलब्ध होगा जिनमें नोट और सिक्के उपलब्ध होते हैं। इसका मतलब यह केवल एक, दो, पांच, 10, 20, 50, 100, 500 और 2,000 रुपये के मूल्यों में उपलब्ध होगा। इसे आसानी से नकदी में बदला जा सकेगा।

ई-रुपी को लगभग हर उस कार्य के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा, जिसके लिए नोट और सिक्के इस्तेमाल किए जाते हैं। यूजर्स ई-रुपी को अपने फोन में एक डिजिटल वॉलेट में स्टोर कर सकेंगे और इसके जरिए किसी भी व्यक्ति या दुकानदार को भुगतान कर सकेंगे। दुकानदारों को QR कोड स्कैन करके भुगतान किया जा सकेगा। ये सारी सुविधाओं बैंकों के जरिए प्रदान की जाएंगी, हालांकि इसके लिए बैंक अकाउंट होना अनिवार्य नहीं होगा।

ई-रुपी से क्या फायदा होगा?

ई-रुपी आने से व्यापार में पैसों का लेनदेन आसान होगा, मोबाइल वॉलेट की तरह सेकंड में बिना इंटरनेट के लेनदेन हो सकेगा, नकली नोट की समस्या से छुटकारा मिलेगा और नोटों की छपाई का खर्च बचेगा। ई-रुपी की मदद से सरकार लेनदेन पर बेहतर नजर रख सकेगी और इससे मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकी फंडिंग और धोखाधड़ी जैसी समस्याओं को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। रियम टाइम डाटा उपलब्ध होने के कारण ई-रुपी की मदद से बेहतर नीतियां भी बनाई जा सकेंगी।

RBI का ई-रुपी क्रिप्टोकरेंसी से कई मायनों में अलग है। क्रिप्टोकरेंसी डिसेंट्रलाइज्ड होती है और लीगल टेंडर नहीं मानी जाती। क्रिप्टोकरेंसी की कीमत बहुत अस्थिर होती है, जबकि ई-रुपी को स्थिरता और सुरक्षा के लिए डिजाइन अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश किया गया है। RBI का कहना है कि क्रिप्टो का प्रसार मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश के खतरे को बढ़ाता है और इसमें कालेधन का बड़े पैमाने पर निवेश होता है। ई-रुपी इन सभी मामलों में सुरक्षित होगा।

ई-रुपी के पायलट लॉन्च में क्या होगा?

ई-रुपी के पायलट लॉन्च में आठ बैकों के साथ मिलकर चरणबद्ध तरीके से पूरी व्यवस्था की मजबूती परखी जाएगी। पहले चरण में भारतीय स्टेट बैंक, ICICI बैंक, यस बैंक और IDFC बैंक शामिल होंगे और कुछ समय बाद यूनियन बैंक, HDFC बैंक, बड़ौदा बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक भी इसमें शामिल हो जाएंगे। शुरूआती चरण में केवल मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरू और भुवनेश्वर में ये अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश पायलट लॉन्च होगा और फिर अन्य नौ शहरों में इसका विस्तार किया जाएगा।

अभी तक जमैका, बहामास, एंटीगुआ और बारबुडा, सेंट किट्स एंड नेविस, मॉन्सेरट, डोमिनिका, सेंट सुलिया, सेंट विन्सेंट और ग्रेनेडाइन, ग्रेनाडा और नाइजीरिया समेत 10 देशों में डिजिटल करेंसी जारी हो चुकी है। अमेरिका, इंग्लैंड और कनाडा आदि देश भी केंद्रीय बैंक द्वारा नियंत्रित डिजिटल करेंसी जारी करने की संभावनाएं तलाश रहे हैं। चीन भी पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किए गए डिजिटल युआन (e-CNY) का विस्तार करने की योजना बना रहा है।

रूसी वैज्ञानिकों ने 48500 साल पुराना ''जाम्बी वायरस'' किया जिंदा, दुनिया के लिए होगा विनाशकारी साबित

इंटरनेशनल डेस्कः फ्रांसीसी वैज्ञानिकों ने 'जाम्बी वायरस' को पुनर्जीवित करने के बाद एक और महामारी की आशंका जताई है। न्यूयार्क पोस्ट के अनुसार फ्रांस के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि रूस में वैज्ञानिकों ने जमी हुई झील के नीचे दबे 48 हजार 500 साल पुराने जाम्बी वायरस को फिर से जिंदा कर दिया है । एक वायरल अध्ययन का हवाला देते हुए न्यूयार्क पोस्ट ने लिखा कि हालांकि इस बारे में अभी पुष्टि नहीं हुई है लेकिन वायरल अध्ययन के मुताबिक, 'प्राचीन अज्ञात वायरस के अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश पुनर्जीवित होने के कारण पौधे, पशु या मानव रोगों के मामले में स्थिति बहुत अधिक विनाशकारी होगी।'


प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक, ''ग्लोबल वार्मिंग अपरिवर्तनीय रूप से पर्माफ्रॉस्ट, स्थायी रूप से जमी हुई जमीन, जो उत्तरी गोलार्ध के एक-चौथाई हिस्से को कवर करती है, के विशाल क्षेत्रों को पिघला रही है। इसका 'दस लाख वर्षों तक जमे हुए कार्बनिक पदार्थों को छोड़ने' का अस्थिर प्रभाव पड़ा है। संभवतः घातक रोगाणु शामिल हैं।''शोधकर्ताओं ने लिखा, 'इस कार्बनिक पदार्थ के हिस्से में पुनर्जीवित सेलुलर रोगाणुओं (प्रोकैरियोट्स, एककोशिकीय यूकेरियोट्स) के साथ-साथ वायरस भी शामिल हैं, जो प्रागैतिहासिक काल से निष्क्रिय रहे हैं।' न्यूयार्क पोस्ट के अनुसार, वैज्ञानिकों ने शायद अजीब अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश तरह से, जागृत क्रिटर्स की जांच करने के लिए साइबेरियाई परमाफ्रॉस्ट से इनमें से कुछ तथाकथित 'जोंबी वायरस' को पुनर्जीवित किया है।

ग्राफ से जानिए निवेश का तरीका

इसे आसानी से समझने के लिए आप नीचे दिए गए ग्राफ को देख सकते हैं। हम एक बार फिर यही मानकर चल रहे हैं कि निफ्टी-50 अभी 18000 के लेवल पर है। मान लीजिए कि उसमें करीब 200 अंकों की गिरावट आई(जैसा की पहले वाले आर्टिकल में समझाया था, उसे देखें) तो आपने अपने पहले 10 हजार रुपये इन्वेस्ट कर दिए। और इसी तरह मानकर चलते हैं कि गिरावट धीरे-धीरे 17,200 के लेवल तक पहुंच गई। इस दौरान आपने पांच बार अपने पैसे लगा दिए होंगे। यानि आपका 1 लाख का इन्वेस्टमेंट हो चुका होगा।

अब मान लेते हैं कि निफ्टी-50 बढ़ना शुरू करता है और कुछ ही दिन के अंदर अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश 18,000 के आंकड़े को पार कर जाता है। तब आपको धैर्य रखना है और देखते ही देखते वो कुछ ही महीने में 18,300 के लेवल तक पहुंच जाता है, और फिर वहां से गिरना शुरू करता है। उसके गिरने का दौर फिर शुरू हो जाता है। अब यहां आपको एक दूसरे Index Fund से स्टार्ट करना चाहिए। मतलब पहले वाले Index Fund में आप lumpsum तब करेंगे, जब निफ्टी-50 अपने 17 हजार के लेवल पर आए। चूंकि निफ्टी अभी 18,300 के लेवल से गिरना शुरू हुआ है इसलिए फिर से हर 200 प्वाइंट नीचे गिरने पर ‘ब्लास्ट lumpsum’ वाला तरीका अपनाएं। यानी 10-10-20-20-40 हजार के हिसाब से हर 200 अंकों की गिरावट पर पैसे लगाते जाएं। इस तरह आपके दो इन्वेस्टमेंट अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश शुरू हो चुके होंगे। पहले वाले में जैसा कि मैं बता चुका हैं कि पैसे तब डालने हैं जब निफ्टी-50 अपने 17,000 के लेवल तक गिर जाए और दूसरे वाले में इन्वेस्टमेंट तब करना है जब निफ्टी-50 गिरकर 18,100 तक पहुंच जाए। फिर ऐसे ही हर 200 प्वाइंट या डेढ़ से 2 फीसदी की गिरावट पर ब्लास्ट lumpsum करते जाएं। इस तरह आपके पैसे निफ्टी-50 में अच्छे लेवल पर लग जाएंगे और जैसे ही करेक्शन का फेज खत्म होगा। यानी बाजार के गिरने का फेज खत्म होगा, आप मुनाफे में आ जाएंगे।

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