कॉमर्स प्लेटफॉर्म चुनना

Cryptocurrency बाजार कैसे काम करता हैं

Cryptocurrency बाजार कैसे काम करता हैं
अगर बिटकॉइन और क्रिप्टोकोर्रेंसी के बारे में कोई सवाल है और जानकारी पाना चाहते हैं तो जरूर कमेंट करें।

कैसे बिनेंस पी२पी बाजार में सबसे कम ट्रेडिंग शुल्क के साथ एक सुरक्षित ट्रेडिंग वातावरण बनाता है

पी२पी ट्रेडिंग अन्य विकल्पों से बेहतर क्यों है? क्रिप्टो खरीदने और बेचने के लिए पीयर टू पीयर मार्केटप्लेस आपके लिए सबसे अच्छे तरीकों में से एक है। इस लेख में, जानें कि कैसे बिनेंस पी२पी एक सुरक्षित व्यापारिक वातावरण बनाता है और आपके पीयर टू पीयर ट्रेडिंग एडवेंचर को कैसे समतल बनायें।

मुख्या मुद्दे:

बिनेंस पी२पी क्रिप्टो एक्सचेंज बाजार में सबसे कम शुल्क और एस्क्रो सेवा सुरक्षा के साथ सर्वोत्तम भुगतान का लचीलापन प्रदान करता है

बिनेंस पी२पी ने त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के लिए अपील प्रक्रिया में सुधार किया है

बिनेंस पी२पी Cryptocurrency बाजार कैसे काम करता हैं मर्चेंट प्रोग्राम में शामिल होकर अपनी कमाई कैसे बढ़ाएँ

बिनेंस पी२पी शुल्क योजना के बारे में पूरी जानकारी

पीयर टू पीयर ट्रेडिंग क्रिप्टो खरीदने और बेचने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है। हमने पी२पी व्यापारियों को क्रिप्टोकरंसी खरीदने और बेचने के लिए एक सुरक्षित, सुविधाजनक और सस्ता विकल्प देने के लिए बिनेंस पी२पी बनाया। दुनिया भर से सत्यापित पी२पी विज्ञापनों की एक विस्तृत श्रृंखला तक पहुंच के साथ, व्यापार करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक हमेशा आपकी प्रतीक्षा कर रहा है।

बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है (Bitcoin Kya Hai)

Bitcoin क्या है?

BITCOIN KYA HAI – आजकल लोग बिटकॉइन के बारे में बहुत सारी बातें करते हैं, बिटकॉइन वास्तव में क्या है, यह कैसे काम करता है, बिटकॉइन कैसे खरीदें और बिटकॉइन किस देश की मुद्रा है?

बिटकॉइन क्या है (BITCOIN KYA HAI IN HINDI)

BITCOIN – एक विकेन्द्रीकृत डिजिटल CURRENCY है जिसे आप बैंक जैसे मध्यस्थ के बिना सीधे ऑनलाइन खरीद, बेच और विनिमय कर सकते हैं। बिटकॉइन के निर्माता, सतोशी नाकामोतो है, बिटकॉइन को मूल रूप से “An Electronic Payment System Based on Cryptocurrency बाजार कैसे काम करता हैं Cryptographic Evidence Rather than Trust” की आवश्यकता का वर्णन किया था।

BITCOIN KYA HAI IN HINDI – बिटकॉइन विकेंद्रीकृत है, यह किसी भी बैंक या सरकार द्वारा नियंत्रित नहीं है, और क्रिप्टोक्यूरेंसी या बिटकॉइन को वर्ष 2008 में पेश किया गया था। बिटकॉइन इसलिए बनाया गया था ताकि लोग ऑनलाइन या कंप्यूटर नेटवर्किंग के आधार पर भुगतान कर सकें।

बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है, एक वर्चुअल करेंसी है जिसे लोग देख नहीं सकते, छू नहीं सकते हैं. इसे केवल डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है, जिसे कोई भी लोग खरीद सकते हैं और एक दूसरे से भेज सकते हैं।

बिटकॉइन कैसे काम करता है?

बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है – बिटकॉइन मूल रूप से एक “COMPUTER FILE” है जिसे स्मार्टफोन या कंप्यूटर पर “DIGITAL WALLET APP” में स्टोर किया जाता है। लोग आपके डिजिटल वॉलेट में बिटकॉइन भेज सकते हैं, और आप भी अपनी बिटकॉइन को अन्य लोगों के वॉलेट में भेज सकते हैं। इस लेन-देन को ब्लॉकचेन कहा जाता है और हर एक लेन-देन एक सार्वजनिक सूची में दर्ज किया जाता है।

बिटकॉइन कितने प्रकार के होते हैं?

जानें आखिर बिटकॉइन कितने प्रकार की होते हैं.

बाजार में 18,000 से अधिक प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी उपलब्ध हैं। इन क्रिप्टो सिक्कों का उपयोग निवेश वाहनों, मूल्य के भंडार के रूप में किया जाता है जिन्हें क्रिप्टो एक्सचेंजों पर खरीदा, बेचा या कारोबार किया जा सकता है।

उनमे से कुछ पॉपुलर बिटकॉइन का नाम हैं जैसे १. Bitcoin (BTC), २. Ethereum (ETH), ३. Tether (USDT)

Crypto Investing Tips: क्रिप्टो में निवेश से पहले इन पांच बातों का रखें ध्यान, पोर्टफोलियो में कितना हिस्सा रखें इसका, एक्सपर्ट्स ने दी ये सलाह

Crypto Investing Tips: क्रिप्टो में निवेश से पहले इन पांच बातों का रखें ध्यान, पोर्टफोलियो में कितना हिस्सा रखें इसका, एक्सपर्ट्स ने दी ये सलाह

आज से शुरू हुए वित्त वर्ष 2023 में क्रिप्टो में निवेश पर हुई कमाई पर फ्लैट 30 फीसदी का टैक्स चुकाना होगा लेकिन इसे अभी लीगल स्टेटस नहीं मिला है. (Image- Pixabay)

Crypto Investing Tips: भारत में BitCoin जैसी क्रिप्टोकरेंसीज के प्रति निवेशकों का रूझान बढ़ता जा रहा है. हालांकि अब स्थिति थोड़ी बदल चुकी है क्योंकि चालू वित्त वर्ष 2022-23 में अलग तरह की अनिश्चितता शुरू हो सकती है. आज से शुरू हुए वित्त वर्ष 2023 में क्रिप्टो में निवेश पर हुई कमाई पर फ्लैट 30 फीसदी का टैक्स चुकाना होगा लेकिन इसे अभी लीगल स्टेटस नहीं मिला है. इसके अलावा क्रिप्टो के लेन-देन पर 1 फीसदी टीडीएस भी निवेशकों का सेंटिमेंट प्रभावित कर सकता है. इस अनिश्चितता के बीच क्रिप्टो में निवेश से पहले कुछ बातों का ख्याल रखना जरूरी है ताकि घाटे को कुछ कम किया जा सके. एक्सपर्ट्स अपने पोर्टफोलियो में इसे अधिकतम 5 फीसदी तक ही रखने की सलाह दी रहे हैं.

बिना सोचे-समझे निवेश न करें

अगर आप किसी ऐसे एसेट्स में पैसे लगाते हैं जिसके बारे में आपको पर्याप्त जानकारी नहीं है तो भारी नुकसान हो सकता है. अगर आप क्रिप्टो एसेट में पैसे लगाना चाहते हैं तो पहले इसके बारे में पर्याप्त जानकारी हासिल कर लें. अगर आपको लग रहा है कि किसी खास क्रिप्टोकरेंसी में आगे ग्रोथ की बेहतर संभावना है, तभी उसमें पैसे लगाएं. ब्लॉकचेन डेवलपमेंट कंपनी थिंकचेन के फाउंडर और सीईओ दिलीप सेनबर्ग (Dileep Seinberg) के मुताबिक क्रिप्टो प्रोजेक्ट को समझने के लिए इसकी तकनीक और यह कैसे काम करता है, इसे समझना जरूरी है. अगर इसे समझने में दिक्कत आ रही है तो किसी भरोसेमेंद सलाहकार से संपर्क करें.

SCSS: पोस्‍ट ऑफिस स्‍माल की सबसे ज्‍यादा ब्‍याज देने वाली स्‍कीम, 5 लाख के बदले 6.9 लाख मिलने की गारंटी

Fixed Deposit Rates: बैंक में FD करने का है इरादा, SBI, ICICI और HDFC बैंक में कितना मिल रहा रिटर्न? चेक करें लिस्ट

अधिक पैसे न लगाएं

किसी क्रिप्टो टोकन के बारे में अच्छे से समझ लिया है तो भी इसमें अधिक पैसे लगाने से बचें. आईआईएफएल ग्रुप के स्ट्रेटजी हेड यश उपाध्याय 30 फीसदी के क्रिप्टो टैक्स और 1 फीसदी टीडीएस के चलते क्रिप्टो एसेट्स का आकर्षण कम हुआ है. इसके अलावा भविष्य में इसे लेकर सरकारी नीतियों की अनिश्चितता बनी हुई है. इसके चलते यश का मानना है कि अभी इसमें अधिक पूंजी लगाने का सही समय नहीं है. इसके अलावा 7प्रॉस्पर फाइनेंशियल प्लानर्स के फाउंडर अनमोल गुप्त के मुताबिक क्रिप्टो में निवेश स्माल-कैप स्टॉक्स से भी अधिक रिस्की है तो ऐसे में वह मौजूदा परिस्थितियों में लांग टर्म इंवेस्टमेंट्स के रूप में क्रिप्टो को 5 फीसदी से अधिक पोर्टफोलियो में शामिल करने की सलाह नहीं देंगे.

क्रिप्टो के लेन-देन पर 1 फीसदी के टीडीएस को एक्सपर्ट्स क्रिप्टो इंवेस्टमेंट ट्रेंड के लिए निगेटिव मान रहे हैं. गुप्त के मुताबिक ऐसे में सबसे बेहतर यह होगा कि अच्छे टोकन में पैसे लगाए जाएं और शॉर्ट टर्म की बजाय लांग टर्म के लिए पैसे लगाए जाएं जैसे कि 5-10 साल के लिए.

क्रिप्टो को सुरक्षित स्थान पर करें होल्ड

अगर आप ट्रेडिंग नहीं कर रहे हैं तो अपने क्रिप्टो को सुरक्षित स्थान पर रखना सही है. जैसे कि लांग टर्म में पैसे लगाने पर क्रिप्टो को हार्डवेयर वॉलेट्स में रखें. ब्लॉकचेन आधारित आइडेंटिटी मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म अर्थआईडी (EarthID) के वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) शरत चंद्र के मुताबिक इन्हें रखने के लिए सबसे सुरक्षित ठिकाना सेल्फ-होस्टेड, नॉन-कस्टोडियल वॉलेट्स हैं. चंद्र के मुताबिक डिजिटल एसेट्स की कुंजी अपने पास रखना बेहतर है और इसका बैकअप भी रखें.

आज नए वित्त वर्ष 2023 में नए टैक्स रूल्स लागू हो गए हैं. क्रिप्टो निवेशकों को ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए जिससे वे कर अधिकारियों के रडार पर आ जाएं. चंद्र के मुताबिक क्रिप्टो निवेशकों को टैक्स छिपाने को लेकर कोई कदम नहीं उठाना चाहिए और ऐसे लोगों से भी दूर रहना चाहिए जो इसकी सलाह देते हैं.

Cryptocurrency में निवेश का बना लिया है मन तो Crypto 101 के बारे में जान लें सबकुछ, वरना हो सकती है दिक्कत!

Cryptocurrency में निवेश का बना लिया है मन तो Crypto 101 के बारे में जान लें सबकुछ, वरना हो सकती है दिक्कत!

क्रिप्टोकरेंसी के लिए फिलहाल भारत में कोई कानून नहीं है।

महब कुरैशी. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जिसकी सबसे बड़ी वजह है कि, इसमें शेयर बाजार के विपरीत तेजी से उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। ऐसे में बहुत से लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करके बड़ा लाभ कमाया है। वहीं जिन लोगों ने अभी तक Cryptocurrency बाजार कैसे काम करता हैं Cryptocurrency बाजार कैसे काम करता हैं इसमें कभी निवेश नहीं किया है। अब वह भी बिटकॉइन, डॉगकोइन और एथेरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहते हैं। आपको बता दें क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत हुए अभी केवल 10 साल ही पूरे हुए है। लेकिन इसके बावजूद इसमें लोगों की रूचि दिन दूनी रात चौगनी बढ़ रही है। ऐसे में अगर आप भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं। तो आपको इस खबर को पूरा पढ़ना चाहिए। क्योंकि इसके बिना आपको तकड़ा नुकसान हो सकता है।

CBDC और Cryptocurrency दोनों हैं बेहद अलग, जानें कैसे?

CBDC और Cryptocurrency दोनों हैं बेहद अलग, जानें कैसे?

नई दिल्ली, 6 नवंबर : क्रिप्टोकरेंसी और केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) दोनों ने पूरे भारत में लाखों लोगों का ध्यान आकर्षित किया है. डिजिटल एसेट्स के रूप में सामान्य स्थिति के बावजूद दोनों में काफी अंतर है. पूर्व वित्त सचिव एससी गर्ग का मानना है कि सीबीडीसी डीमैटरियलाइज्ड बैंक नोट की तरह होता है, क्योंकि उनका क्रिप्टोकरेंसी से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा, क्रिप्टोकरेंसी को दुनिया मुद्रा के रूप में स्वीकार नहीं कर सकती है. हालांकि, सीबीडीसी जैसे रेगुलेटेड डिजिटल कॉइन क्रिप्टो का भविष्य हो सकते हैं.

मैकिन्से ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में स्टेबल कॉइन के प्रचलन में तेजी से वृद्धि के साथ, केंद्रीय बैंकों ने अपनी स्टेबल डिजिटल करेंसी का पता लगाने के प्रयास तेज कर दिए हैं. सीबीडीसी, या भारतीय ई-रुपया, आरबीआई द्वारा जारी किया गया एक डिजिटल टोकन है Cryptocurrency बाजार कैसे काम करता हैं और यह देश की फिएट करेंसी से जुड़ा हुआ है. ब्लॉकचैन विशेषज्ञों के एक समूह, ब्लॉकचैन काउंसिल का कहना है, क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के विकास ने कैशलेस सोसाइटी और डिजिटल करेंसी में रुचि बढ़ा दी है. जिसके चलते, दुनिया भर की सरकारें और केंद्रीय बैंक सरकार समर्थित डिजिटल करेंसी के उपयोग पर विचार कर रहे हैं. यह भी पढ़ें : Great news! क्वारंटाइन के बाद 2 चीतों को कुनो बाड़े में छोड़ा गया, PM मोदी ने शेयर किया शानदार VIDEO

रेटिंग: 4.27
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 284
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *