Dividend क्या होता है?

Rakesh Jhunjhunwala: 3 कंपनियों ने गिरते बाजार में भी बिग बुल को कमवाए 70 करोड़ रुपये, जानिए कहां है निवेश
Rakesh Jhunjhunwala: अगर आपने निवेश सही कारोबार में किया है तो कंपनी आपको गिरते बाजार में भी मुनाफा देती ही रहती है. राकेश झुनझुनवाला भी ऐसे ही शेयरों की तलाश में रहते हैं.
By: ABP Live | Updated at : 08 May 2022 11:37 AM (IST)
Rakesh Jhunjhunwala: बुरी तरह टूटते हुए बाजार में भी बिग बुल (Big Bull) राकेश झुनझुनवाला की अच्छी कमाई (Earning) हुई है. इस बार उन्होंने तीन कंपनियों के शेयरों में तेजी से नहीं बल्कि उनके डिविडेंड (dividend ) से पैसा कमाया है. हालांकि, इन कंपनियों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है जिसका असर झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो पर भी पड़ रहा है.
क्या होता है डिविडेंड
एक शेयर बाजार के निवेशक को न केवल अपने पोर्टफोलियो के शेयरों में बढ़त से बल्कि कंपनी द्वारा घोषित लाभांश यानि डिविडेंड से भी मुनाफा होता है. हाल ही में राकेश झुनझुनवाला के तीन शेयरों- टाइटन कंपनी, केनरा बैंक और फेडरल बैंक ने अपने-अपने शेयरधारकों के लिए लाभांश की घोषणा की है.
खबरों के मुताबिक टाइटन कंपनी ने 7.5 रुपये प्रति शेयर, केनरा बैंक ने 6.50 रुपये प्रति शेयर और फेडरल बैंक ने 1.80 रुपये प्रति शेयर के लाभांश की घोषणा की है. इन तीनों कंपनियों के अपने शेयरधारकों के लिए लाभांश की घोषणा करने से राकेश झुनझुनवाला की कुल संपत्ति करीब 70 करोड़ रुपये बढ़ गई है.
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कंपनियों में हिस्सेदारी का गणित
वित्त वर्ष 22 में टाइटन कंपनी के शेयरधारक पैटर्न के अनुसार, राकेश झुनझुनवाला और उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला की टाटा समूह की इस कंपनी में हिस्सा है. राकेश झुनझुनवाला के पास टाइटन के 3,53,10,395 शेयर हैं, जो कंपनी की कुल पूंजी का करीब 3.98 फीसदी है. वहीं उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के पास टाइटन के 95,40,575 शेयर हैं जो टाटा समूह की कंपनी की कुल पूंजी का लगभग 1.07 फीसदी है.
ऐसे हुआ मुनाफा
कुल मिलाकर झुनझुनवाला दंपति के पास कंपनी में 4,48,50,970 टाइटन शेयर या कहें 5.05 फीसदी हिस्सेदारी है. जनवरी से मार्च 2022 तिमाही के लिए फेडरल बैंक के शेयरधारिता पैटर्न के मुताबिक राकेश झुनझुनवाला और उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के पास फेडरल बैंक के 7,57,21,060 शेयर यानि 3.65 फीसदी हिस्सेदारी है.
इसी तरह Dividend क्या होता है? से Dividend क्या होता है? केनरा बैंक के शेयरधारिता पैटर्न के अनुसार, बिग बुल के पास सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक में 3,55,97,400 केनरा बैंक Dividend क्या होता है? के शेयर या 1.96 फीसदी हिस्सा है.
झुनझुनवाला की कुल संपत्ति बढ़ गई
राकेश झुनझुनवाला और उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के पास टाइटन के 4,48,50,970 शेयर हैं और टाइटन ने प्रत्येक शेयर के लिए 7.50 रुपये के लाभांश की घोषणा की है, इस लाभांश की घोषणा के बाद राकेश झुनझुनवाला की कुल संपत्ति में लगभग 34 करोड़ रुपये की बढ़त हुई है. इसी तरह से उन्हें केनरा बैंक के 3,55,97,400 शेयर पर प्रति शेयर 6.50 रुपये लाभांश मिला है. इससे राकेश झुनझुनवाला की कुल संपत्ति में लगभग 23 करोड़ की बढ़त हुई है.
वहीं, फेडरल बैंक ने प्रति शेयर 1.80 रुपये के लाभां की घोषणा की है और झुनझुनवाला दंपति के पास इसके 7,57,21,060 शेयर हैं यानी इससे उनकी संपत्ति में 13 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है. इन सभी लाभांशों का कुल जोड़ 70 करोड़ रुपये है.
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Published at : 08 May 2022 11:37 AM (IST) Tags: Money Investment market dividend share portfolio Rakesh JhunJhunwala हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi
क्या होता है Special Dividend? कौन- कैसे उठा सकता है इसका फायदा, जानिए पूरी डिटेल
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अगर आप शेयर बाजार के निवेशक हैं तो डिविडेंड या लाभांश के बारे में जरूर सुना होगा. जब कभी इसकी चर्चा होती है तो इसके साथ कई तरह के टर्म का इस्तेमाल किया जाता है. जैसे स्पेशल डिविडेंड, रिकॉर्ड डेट, एक्स डिविडेंड डेट, अंतरिम डिविडेंड, फाइनल डिविडेंड. इस आर्टिकल में आपको इन तमाम टर्मों का मतलब बताएंगे जिससे आने वाले दिनों में आप इसका उचित फायदा उठा सकें.
सबसे पहले डिविडेंड डिक्लेरेशन डेट होता है. यह वह तारीख होती है जिस दिन किसी कंपनी का बोर्ड ऑफ डायरेक्टर डिविडेंड की घोषणा करता है. जिस दिन कंपनी डिविडेंड की घोषणा करती है उसके साथ दो और डेट की घोषणा की जाती है. ये दो डेट होते हैं रिकॉर्ड डेट और पेमेंट डेट. रिकॉर्ड डेट वह डेट होती है जिस दिन कंपनी यह देखती है कि कौन-कौन इन्वेस्टर्स हैं, जिनके डीमैट अकाउंट में शेयर्स हैं.
अगर आपको डिविडेंड का लाभ चाहिए तो रिकॉर्ड डेट के दिन आपके डीमैट अकाउंट में शेयर्स होने चाहिए. उदाहरण के तौरन पर कंपनी A ने डिविडेंड की घोषणा की और 20 सितंबर उसका रिकॉर्ड डेट है. आपको डिविडेंड का लाभ तभी मिलेगा जब 20 सितंबर को वह शेयर आपके डीमैट अकाउंट में हो.
रिकॉर्ड डेट से एक या दो कारोबारी सत्र पूर्व एक्स डिविडेंड डेट होता है. डिविडेंड का लाभ उठाने के लिए निवेशकों को एक्स डिविडेंड डेट से पहले शेयर की खरीदारी करनी होगी ताकि वह शेयर उसके Dividend क्या होता है? डीमैट अकाउंट में रिकॉर्ड डेट के दिन रहे. यहां इस बात को समझना जरूरी है कि इंडियन स्टॉक मार्केट में जब आप कोई शेयर खरीदते हैं तो T+2 में वह आपके डीमैट अकाउंट में पहुंचता है. इसलिए एक्स डिविडेंड डेट से पहले तक खरीदारी करनी होगी. एक्स डिविडेंड डेट के दिन खरीदारी करने पर डिविडेंड का लाभ नहीं मिलेगा.
इसके अलावा मुख्य रूप से दो- अंतरिम और फाइनल डिविडेंड होता है. किसी वित्त वर्ष के लिए जब तक बुक्स ऑफ अकाउंट क्लोज नहीं होता है, उससे पहले कंपनी जब डिविडेंड की घोषणा करती है तो उसे अंतरिम डिविडेंड कहते हैं. ये शेयर होल्डर्स की सहमति से वापस भी लिए जा सकते हैं. फाइनल डिविडेंड वह डिविडेंड होता है जब फाइनेंशियल ईयर समाप्त होने पर कंपनी एनुअल जनरल मीटिंग के समय इसकी घोषणा करता है. इस डिविडेंड को वापस नहीं लिया जा सकता है.
इन दो तरह के डिविडेंड के अलावा एक स्पेशल डिविडेंड भी होता है जिसकी घोषणा कंपनी की तरफ से कभी भी की जा सकती है. जी बिजनेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जब कोई कंपनी स्टॉक प्राइस के मुकाबले 5 फीसदी से ज्यादा के डिविडेंड की घोषणा करती है तो उसे स्पेशल डिविडेंड माना जाता है. जैसे 11 सितंबर को एक शेयर का क्लोजिंग भाव 100 रुपए है और उसने 6 रुपए प्रति शेयर डिविडेंड की घोषणा की है तो इसे स्पेशल डिविडेंड माना जाएगा.
कैसे डिविडेंड्स कैलकुलेट करें (Calculate Dividends)
विकीहाउ एक "विकी" है जिसका मतलब होता है कि यहाँ एक आर्टिकल कई सहायक लेखकों द्वारा लिखा गया है। इस आर्टिकल को पूरा करने में और इसकी गुणवत्ता को सुधारने में समय समय पर, 13 लोगों ने और कुछ गुमनाम लोगों ने कार्य किया।
यहाँ पर 7 रेफरेन्स दिए गए हैं जिन्हे आप आर्टिकल में नीचे देख सकते हैं।
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जब कोई कंपनी पैसा बनाती है, तो उसके पास आमतौर पर दो सामान्य विकल्प होते हैं। एक तरफ, अपने ख़ुद के कामकाज का विस्तार करना, नए उपकरण खरीदना, आदि करने में कंपनी इन पैसों को पुनर्निवेश (re-invest) कर सकती है। (इस तरह खर्च किये गए पैसों को “प्रतिधारित कमाई या retained earnings” कहा जाता है)। दूसरी ओर, कंपनी अपने इन्वेस्टर्स (निवेशकों) को भुगतान करने के लिए इस अपने मुनाफे का उपयोग कर सकती है। इस तरह से इन्वेस्टर्स को दिया जाने वाला पैसा "डिविडेंड (यानि लाभांश)" कहलाता है। एक कंपनी द्वारा अपने शेयरधारक को कितना डिविडेंड देय है, यह कैलकुलेट करना आमतौर पर काफ़ी आसान होता है; dividend per share या DPS (यानी प्रति शेयर जितना डिविडेंड देय है) को बस आपके पास मौजूद शेयर्स की संख्या से मल्टिप्लाय कर दीजिये। DPS को price per share (यानि, प्रति शेयर की कीमत) से डिवाइड करके "डिविडेंड यील्ड या लाभांश उपज" (आपकी इन्वेस्टमेंट का उतना परसेंट जो आपकी स्टॉक होल्डिंग्स आपको डिविडेंड के रूप में कमाकर देगी) का पता लगाना भी संभव है। [१] X रिसर्च सोर्स
आपके पास स्टॉक के कितने शेयर्स हैं इसका पता लगाएं. यदि आपके पास इस बात की जानकारी पहले से उपलब्ध नहीं है कि कंपनी के कितने शेयर्स आपके पास हैं, तो उसका पता लगाएं। आप आमतौर पर यह जानकारी अपने ब्रोकर या इन्वेस्टमेंट एजेंसी से संपर्क करके या कंपनी द्वारा अपने इन्वेस्टर्स को डाक या ईमेल द्वारा नियमित रूप से भेजे जाने वाले स्टेटमेंट्स की जांच करके, प्राप्त कर सकते हैं।
म्यूचुअल फंड कब करते हैं डिविडेंड का ऐलान
म्यूचुअल फंड में निवेश का चलन तेजी से बढ़ रहा है. यह जानना जरूरी है कि म्यूचुअल फंड कंपनियां कब और Dividend क्या होता है? कैसे डिविडेंड का ऐलान करती हैं.
ऐसे में यह जानना जरूरी है कि म्यूचुअल फंड कंपनियां कब और कैसे डिविडेंड का ऐलान करती हैं. ईटी से जानिए म्यूचुअल फंड के डिविडेंड ऐलान से संबंधित सभी बड़े सवालों के जवाब:
प्रश्न: म्यूचुअल फंड कैसे करता डिविडेंड का ऐलान?
उत्तर: कोई भी म्यूचुअल फंड सिर्फ अपने पोर्टफोलियो से ही कमाए गए मुनाफे से डिविडेंड का ऐलान कर सकता है. फंड मैनेजर्स यह मुनाफा स्कीम के निवेश की हिस्सेदारी बेचकर, मुनाफा वसूली कर, कंपनियों द्वारा डिविंडेड या ब्याज (डेट फंड्स के मामले में) से हासिल करते हैं.
जो मुनाफा वास्तविक रूप में हासिल नहीं हुआ या सिर्फ कागजों पर ही दर्ज है, वह डिविडेंड के रूप में नहीं दिया जा सकता है. यह प्रॉफिट एनएवी में जोड़ा जाता है. इसके अलावा फंड मैनजर इस पैसे को स्कीम के अनुसार, नए शेयर या डेट यूनिट खरीदने में भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
प्रश्न: कितने अंतराल के बाद निवेशक म्यूचुअल फंड स्कीम से डिविडेंड Dividend क्या होता है? की अपेक्षा कर सकता है?
उत्तर: म्यूचुअल फंड खास स्कीम के अनुसार, दैनिक, मासिक, त्रैमासिक या वार्षिक आधार पर डिविडेंड का ऐलान कर सकते हैं. उदाहरण के लिए कई हाइब्रिड फंड या मंथली इनकम प्लान मासिक आधार पर यूनिटधारकों को डिविडेंड देते हैं.
डिविडेंड ऑप्शन में एनएवी ज्यादा नहीं बढ़ती है. यह जब भी एक निर्धारित सीमा से आगे निकल जाती है, डिविडेंड वितरण कर इसे बैलेंस किया जाता है. उदाहरण के लिए यदि आपने ₹14 के एनएवी के साथ डिविडेंड स्कीम चुनी और एनएवी ₹16 तक पहुंच गया, तो फंड हाउस आपको ₹2 डिविडेंड देगा.
प्रश्न: डिविडेंड विकल्प वाले म्यूचुअल फंड्स पर टैक्स किस प्रकार लगता है?
उत्तर: निवेशकों के पास पहुंचना वाला सभी म्यूचुअल फंड्स द्वारा दिए जाने वाला डिविडेंड कर-मुक्त होता है.
प्रश्न: क्या डिविडेंड विकल्प हर निवेशक के लिए है?
उत्तर: वित्तीय सलाहकार डिविडेंड विकल्प की सलाह उन लोगों को देते हैं, जो इक्विटी में निवेश के साथ कम जोखिम उठाना चाहते हैं. साथ ही उन निवेशकों को भी इसकी सलाह दी जाती है कि जो समय-समय पर नकदी का आवाजाही चाहते हैं.
जो लोग एसआईपी के जरिए लंब समय में बड़ी रकम जुटाना चाहते हैं, उनके लिए एसआईपी ही बेहतर है. डिविडेंड विकल्प में चक्रवर्ती कमाई का फायदा नहीं मिल Dividend क्या होता है? पाता क्योंकि एनएवी नहीं बढ़ता. इसका बड़ा लाभ तभी है जब निवेश की गई रकम इक्विटी के रिटर्न से कम हो.
डिविडेंड/Dividend क्या होता है? कैसे हम लोग उससे फायदा कर सकते हैं?
आप में से बहुत सारे लोग शेयर मार्केट के ऊपर काम करना चाहते Dividend क्या होता है? होंगे और एक फिक्स्ड इनकम भी बनाना चाहते होंगे तो यह आर्टिकल में सिर्फ आपके लिए लिख रहा हूं जिससे आपको भी डिविडेंड Dividend क्या होता है? के बारे में पता चल सके और डिविडेंड से आप अपनी फिक्स सैलरी काम आ सके|
डिविडेंड/Dividend क्या होता है?
अगर आप किसी शेयर को होल्ड करते हैं तो आप उस कंपनी में उत्तर प्रतिशत के हिस्सेदार होते हैं जितने प्रतिशत का वह शेयर कंपनी में हिस्सा रखता है | जब वह कंपनी प्रॉफिट करती है तो जितना प्रतिशत आपके पास उस कंपनी के शेयर होते हैं उतने ही प्रतिशत आपका फायदा भी होता है उसी फायदे को जब एक लीगल प्रोसेस के जरिए शेयर होल्डर्स में बांटा जाता है उसी पैसे को डिविडेंड कहते हैं|
यह डिविडेंड बहुत सारी कंपनियों में अलग-अलग प्रकार से दिया जाता है किसी के में क्वार्टरली बेसिस पर किसी में ईयरली बेसिस पर जब जब डिविडेंड निकलता है तब तब आपको यह शेयर रखने पड़ते हैं जिससे आपको भी डिविडेंड मिल सकता है|
डिविडेंड/Dividend कैसे प्राप्त कर सकते हैं?
डिविडेंड लेने के लिए आपको शेयर को एक्स डिविडेंड डेट के एक दिन पहले खरीदना अनिवार्य होता है अगर आप एक्स डिविडेंड डेट के एक दिन पहले शेयर नहीं खरीदेंगे या शेयर को बेच देंगे तो फिर आप डिविडेंड लेने के काबिल नहीं रहते हैं| एक्स डिविडेंड वाले दिन आपको शेयर अपने पास रखना पड़ता है जिससे आपको डिविडेंड प्राप्त होता है अगर आप एक्स डिविडेंड वाले दिन अपने पास शेयर को नहीं रखेंगे तो आपको डिविडेंड नहीं मिलेगा|
और अगर आप एक्स डिविडेंड के एक दिन पहले शेयर को डिलीवरी मोड में ले लेते हैं तब आपको भी डिविडेंड मिल जाएगा क्योंकि एक्स डिविडेंड डेट के बाद रिकॉर्ड डेट वाले दिन आपके demate अकाउंट में वह शेयर होना चाहिए |
तभी आपको कंपनी का डिविडेंड मिलेगा|
डिविडेंड/Dividend आपके पास कैसे आएगा?
अब बात Dividend क्या होता है? आती है डिविडेंड आपके पास आपके खाते के अंदर आ जाता है जो भी खाता आप अपने डिमैट अकाउंट में जुड़े हुए होंगे उसी खाते के अंदर आपका डिविडेंड रिकॉर्ड डेट के 45 दिन के भीतर आ जाता है| वैसे मेरे जितने भी आज तक डिविडेंड आए हैं ज्यादा से ज्यादा 15 दिन के भीतर आ चुके हैं|
तो आप लोग भी डिविडेंड से बहुत अच्छी कमाई कर सकते Dividend क्या होता है? हैं जो कि यह आपकी फिक्स सैलरी भी बन सकती है अगर आपके पास 10000000 रुपए के शेयर डाले हैं तो आपके पास ₹1.5lacs सालाना तो सिर्फ डिविडेंड से ही आ जाएगा|
मेरे हिसाब से आपको शेयर के ऊपर निवेश करना चाहिए जिससे आपका पोर्टफोलियो बड़ा हो सके और बड़े पोर्टफोलियो पर आपको जब डिविडेंड मिलेगा तब आपको डिविडेंड भी इतना बड़ा मिलेगा कि आपके सारे खर्चे वहीं से लेगा|