क्रिप्टोकरेंसी क्या है

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इस वेबसाइट पर आपको इकोनॉमिक्स से जुडी, इंवेस्टमेंट्स प्लान्स के बारे और कुछ सरकारी योजनाएं से जुड़ी जानकारी पढ़ने को मिलेंगी और Latest पोस्ट पढ़ने के लिए बेल आइकॉन को जरूर दबाएँ
मैं क्रिप्टोकरेंसी निवेशक हूं, मुझे क्या मिला: क्रिप्टोकरेंसी से कमाई पर देना होगा 30% टैक्स, इसी साल अपनी डिजिटल करेंसी लॉन्च करेगा RBI
अप्रैल से शुरू होने जा रहे नए फाइनेंशियल ईयर में आपको शॉपिंग करने के लिए पर्स में कागज के नोट रखकर बाजार जाने की जरूरत नहीं होगी। सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 में अपनी डिजिटल करेंसी, यानी डिजिटल रुपया क्रिप्टोकरेंसी क्या है लॉन्च करने की घोषणा कर दी है। वहीं अब क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर टैक्स लगेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को अपने बजट भाषण में इसकी जानकारी दी।
वित्त मंत्री ने साफ किया कि RBI की ओर से जारी होने वाले डिजिटल रुपए को ही डिजिटल करेंसी माना जाएगा। अन्य जो भी बिटकॉइन और इथेरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी है उसे एसेट माना जाएगा और इससे होने वाली कमाई पर 30% का टैक्स देना होगा। इसके अलावा क्रिप्टोकरेंसी से ट्रांजैक्शन पर 1% का TDS देना होगा।
सरकारी डिजिटल करेंसी से इकोनॉमी को मिलेगा बड़ा बूस्ट
वित्त मंत्री सीतारमण ने बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने डिजिटल करेंसी लॉन्च करने की पूरी तैयारी कर ली है। यह डिजिटल करेंसी भी दुनिया भर में चल रही बिटकॉइन और अन्य तरह की क्रिप्टोकरेंसी की तरह ही ब्लॉकचेन और अन्य दूसरी क्रिप्टो तकनीकों पर आधारित होगी। वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी आने के बाद करेंसी मैनेजमेंट सिस्टम बेहद आसान व सस्ता हो जाएगा। इससे देश की इकोनॉमी को बड़ा बूस्ट मिलने की संभावना है। साथ ही इकोनॉमी के डिजिटाइजेशन को भी तेजी मिलेगी।
आइए जानते हैं कि यह डिजिटल रुपया करेंसी नोट से कितना अलग होगा? क्या इसमें भी बिटकॉइन की तरह निवेश किया जा सकेगा? बैंकों की क्या भूमिका रह जाएगी? हम जो डिजिटल पेमेंट कर रहे हैं, उनसे यह डिजिटल रुपया किस तरह अलग होगा?
सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी यानी CBDC क्या है?
यह कैश का इलेक्ट्रॉनिक रूप है। जैसे आप कैश का लेन-देन करते हैं, वैसे ही आप डिजिटल करेंसी का लेन-देन भी कर सकेंगे। CBDC कुछ हद तक क्रिप्टोकरेंसी (बिटकॉइन या ईथर जैसी) जैसे काम करती है। इससे ट्रांजैक्शन बिना किसी मध्यस्थ या बैंक के हो जाता है। रिजर्व बैंक से डिजिटल करेंसी आपको मिलेगी और आप जिसे पेमेंट या ट्रांसफर करेंगे, उसके पास पहुंच जाएगी। न तो किसी वॉलेट में जाएगी और न ही बैंक अकाउंट में। बिल्कुल कैश की तरह काम करेगी, पर होगी डिजिटल।
यह डिजिटल रुपया, डिजिटल पेमेंट से कैसे अलग है?
- बहुत अलग है। आपको लग रहा होगा कि डिजिटल ट्रांजैक्शन तो बैंक ट्रांसफर, डिजिटल वॉलेट्स या कार्ड पेमेंट्स से हो ही रहे हैं, तब डिजिटल करेंसी अलग कैसे हो गई?
- यह समझना बेहद जरूरी है कि ज्यादातर डिजिटल पेमेंट्स चेक की तरह काम करते हैं। आप बैंक को निर्देश देते हैं। वह आपके अकाउंट में जमा राशि से ‘वास्तविक’ रुपए का पेमेंट या ट्रांजैक्शन करता है। हर डिजिटल ट्रांजैक्शन में कई संस्थाएं, लोग शामिल होते हैं, जो इस प्रोसेस को पूरा करते हैं।
- उदाहरण के लिए अगर आपने क्रेडिट कार्ड से कोई पेमेंट किया तो क्या तत्काल सामने वाले को मिल गया? नहीं। डिजिटल पेमेंट सामने वाले के अकाउंट में पहुंचने के लिए एक मिनट से 48 घंटे तक ले लेता है। यानी, पेमेंट तत्काल नहीं होता, उसकी एक प्रक्रिया है।
- जब आप डिजिटल क्रिप्टोकरेंसी क्या है करेंसी या डिजिटल रुपया की बात करते हैं तो आपने भुगतान किया और सामने वाले को मिल गया। यही इसकी खूबी है। अभी हो रहे डिजिटल ट्रांजैक्शन किसी बैंक के खाते में जमा रुपए का ट्रांसफर है। पर CBDC तो करेंसी नोट्स की जगह लेने वाले हैं।
यह डिजिटल रुपया बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी से कैसे अलग होगा?
- डिजिटल करेंसी का कंसेप्ट नया नहीं है। यह बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी से आया है, जो 2009 में लॉन्च हो गई थी। इसके बाद ईथर, डॉगेकॉइन से लेकर पचासों क्रिप्टोकरेंसी लॉन्च हो चुकी हैं। पिछले कुछ वर्षों में यह एक नए असेट क्लास के रूप में विकसित हुई है, जिसमें लोग इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं।
- प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी प्राइवेट लोग या कंपनियां जारी करती हैं। इससे इसकी मॉनिटरिंग नहीं होती। गुमनाम रहकर भी लोग ट्रांजैक्शन कर रहे हैं, जिससे आतंकी घटनाओं व गैरकानूनी गतिविधियों में क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल हो रहा है। इन्हें किसी भी केंद्रीय बैंक का सपोर्ट नहीं है। यह करेंसी लिमिटेड है, इस वजह से सप्लाई और डिमांड के अनुसार इसकी कीमत घटती-बढ़ती है। एक बिटकॉइन की वैल्यू में ही 50% तक की गिरावट दर्ज हुई है।
- पर जब आप प्रस्तावित डिजिटल रुपया की बात करते हैं तो इसे दुनियाभर में केंद्रीय बैंक, यानी हमारे यहां रिजर्व बैंक लॉन्च कर रहा है। न तो क्वांटिटी की सीमा है और न ही फाइनेंशियल और मौद्रिक स्थिरता का मुद्दा। एक रुपए का सिक्का और डिजिटल रुपया समान ताकत रखता है। पर डिजिटल रुपए की मॉनिटरिंग हो सकेगी और किसके पास कितने पैसे हैं, यह रिजर्व बैंक को पता होगा।
- हालांकि, भारत के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज में से एक वजीरएक्स में AVP-मार्केटिंग परीन लाठिया कहते हैं कि रिजर्व बैंक के डिजिटल करेंसी लॉन्च करने से बिटकॉइन या क्रिप्टोकरेंसी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। क्रिप्टोकरेंसी एक तरह का असेट बन चुकी है, जिसका दुनियाभर में ट्रेड होता रहेगा। भारत इसमें पीछे नहीं रह सकता।
क्या अब तक किसी देश ने डिजिटल करेंसी लॉन्च की है?
- हां। छह साल की रिसर्च के बाद पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने अप्रैल 2020 में दो पायलट प्रोजेक्ट शुरू किए। लॉटरी सिस्टम से ई-युआन बांटे गए। जून 2021 तक क्रिप्टोकरेंसी क्या है 2.4 करोड़ लोगों और कंपनियों ने e-CNY यानी डिजिटल युआन के वॉलेट बना लिए थे।
- चीन में 3450 करोड़ डिजिटल युआन (40 हजार करोड़ रुपए) का लेन-देन यूटिलिटी बिल्स, रेस्टोरेंट व ट्रांसपोर्ट में हो चुका है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट कहती है कि 2025 तक डिजिटल युआन की चीनी इकोनॉमी में हिस्सेदारी 9% तक हो जाएगी। अगर सफल रहा तो चीन पूरी दुनिया में सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी लॉन्च करने वाला पहला देश बन जाएगा।
- जनवरी 2021 में बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स ने बताया कि दुनियाभर के 86% केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी पर काम कर रहे हैं। बहामास जैसे छोटे देश ने तो हाल ही में CBDC के तौर पर सैंड डॉलर लॉन्च भी कर दिया है।
- कनाडा, जापान, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, UK और यूनाइटेड स्टेट्स के साथ-साथ यूरोपीय यूनियन भी बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स के साथ मिलकर डिजिटल करेंसी पर काम कर रहे हैं। इससे डिजिटल करेंसी से लेन-देन जल्द ही हकीकत बनने वाला है।
दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों की डिजिटल करेंसी में रुचि क्यों बढ़ी है?
डिजिटल करेंसी से ये 4 बड़े फायदे हैं-
1. एफिशियंसीः यह कम खर्चीली है। ट्रांजैक्शन भी तेजी से हो सकते हैं। इसके मुकाबले करेंसी नोट्स का प्रिटिंग खर्च, लेन-देन की लागत भी अधिक है।
2. फाइनेंशियल इनक्लूजनः डिजिटल करेंसी के लिए किसी व्यक्ति को बैंक खाते की जरूरत नहीं है। यह ऑफलाइन भी हो सकता है।
3. भ्रष्टाचार पर रोकः डिजिटल करेंसी पर सरकार की नजर रहेगी। डिजिटल रुपए की ट्रैकिंग हो सकेगी, जो कैश के साथ संभव नहीं है।
4. मॉनेटरी पॉलिसीः रिजर्व बैंक के हाथ में होगा कि डिजिटल रुपया कितना और कब जारी करना है। मार्केट में रुपए की अधिकता या कमी को मैनेज किया जा सकेगा।
भारत में रिजर्व बैंक ने डिजिटल करेंसी पर क्या काम किया है?
Cryptocurrency क्या है, क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के क्या फायदे हैं?
दुनिया में कहीं भी कुछ भी खरीदने के लिए आपको Currency की जरूरत पड़ती है जिसे हम क्रिप्टोकरेंसी क्या है मुद्रा या पैसा कहते हैं. ये हर देश के अलग-अलग होते हैं जैसे भारत की करेंसी ‘रुपया’ है, अमेरिका की ‘डॉलर’ है. लेकिन ये सब अलग-अलग देशों में चलने वाली मुद्रा है. इन दिनों एक अलग नाम क्रिप्टोकरेंसी हम सभी को सुनने मिलता है. ये किसी देश की मुद्रा नहीं है फिर भी ये दुनियाभर में काफी ज्यादा प्रचलित हो रही है और लोग इसमें तेजी से investment कर रहे हैं. अगर आप Cryptocurrency के बारे में नहीं जानते हैं तो इस लेख में आप क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े कई सवालों के जवाब जान पाएंगे.
Crypto Currency क्या है?
What is Crypto currency इस बात को जानने से पहले हमें ये जानना चाहिए कि Currency क्या होती है? सीधे शब्दों में यदि करेंसी को परिभाषित करें तो इसका Crypto currency meaning होता है की जिस चीज के जरिये आप किसी चीज को खरीद सकते हैं और जिसके दाम पर आप उसे बेच सकते हैं वो करेंसी होती है. ये हर देश की अलग-अलग होती है और इसका मूल्य भी अलग-अलग होता है. करेंसी जो होती है उसे उस देश की सरकार का समर्थन प्राप्त होता है तथा वो करेंसी पूरी तरह सरकार के नियंत्रण में होती है.
अब बात करते हैं क्रिप्टोकरेंसी की. क्रिप्टोकरेंसी एक Digital Currency है जिसे हम आभासी मुद्रा भी कह सकते हैं. इसे न हम देख सकते हैं न महसूस कर सकते हैं. बस ये एक नंबर के रूप में हमारे Digital Account में होती है. क्रिप्टोकरेंसी को किसी सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है और न ही ये किसी सरकार के द्वारा नियंत्रित होती है. इसलिए इसमें निवेश करना थोड़ा रिस्की हो सकता है. क्रिप्टोकरेंसी क्रिप्टोकरेंसी क्या है को ब्लॉकचेन के जरिये ऑपरेट किया जाता है. जिसके जरिये इसके सभी रिकॉर्ड अच्छी तरह रखे जाते हैं.
क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास
Crypto Currency history की बात करें तो इसकी शुरुवात काफी धीरे-धीरे हुई है. साल 1983 में अमेरिकन क्रिप्टोग्राफर David Chaum ने इलेक्ट्रोनिक मनी के बारे में बताया जिसे eCash कहा गया. साल 1995 David Chaum ने इस पर अपनी कंपनी DigiCash के जरिये काम किया. इसके बाद कुछ रिसर्च पेपर जारी हुए और कुछ खबरों क्रिप्टोकरेंसी क्या है में आने के बाद लोग क्रिप्टोकरेंसी के बारे में थोड़ा-बहुत जानने लगे. इसके बाद साल 2009 में सही रूप में क्रिप्टोकरेंसी को Satoshi Nakamoto ने लांच किया. उनके द्वारा जो क्रिप्टोकरेंसी लांच की गई थी वो Bit Coin थी.
क्या क्रिप्टोकरेंसी लीगल है?
क्रिप्टोकरेंसी को किसी देश की मान्यता नहीं है. मतलब इस पर किसी देश का नियंत्रण नहीं है. अतः सवाल ये उठता है की क्या Crypto Currency legal है? क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने पर किसी तरह की कोई सजा तो नहीं होगी. दरअसल क्रिप्टोकरेंसी का Legal होना इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस देश में रह रहे हैं. दुनिया में कई देश हैं जो क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं देते हैं और भारत उन्हीं में से एक है. भारत समेत कई देश अब इसे लीगल करने की ओर ध्यान दे रहे हैं. लेकिन ऐसा नहीं है कि आप इसमें निवेश नहीं कर सकते. यदि आप निवेश करना चाहते क्रिप्टोकरेंसी क्या है हैं तो कर सकते हैं. बस होगा ये कि आप इसका उपयोग भारत में नहीं कर पाएंगे.
क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है?
क्रिप्टोकरेंसी अलग-अलग कंपनियों द्वारा चलाई जा रही मुद्रा है (how operate crypto currency) जिसे सरकार ने मान्यता नहीं दी है. जैसे आपने Bitcoin का नाम सुना होगा. ऐसे ही 1000 से भी ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में उपलब्ध हैं. इनके अलग-अलग रेट हैं जैसे Share Market में हर कंपनी के शेयर का अलग-अलग रेट होता है ठीक उसी तरह. आपको इन्हें ऑनलाइन खरीदना होता है यानी अपना पैसा इनमें निवेश करना होता है. इसके बाद यदि इनका रेट बढ़ता है तो आपको फायदा होता है और यदि इनका रेट घटता है तो आपको नुकसान होता है. ये कुछ-कुछ शेयर मार्केट की तरह ही होता है. लेकिन शेयर मार्केट में शेयर बेचने से आपको पैसे मिल जाते हैं पर इससे पैसे बेचने पर आपको पैसे नहीं मिलते हैं. इसका पूरा सिस्टम ब्लॉकचेन तकनीक क्रिप्टोकरेंसी क्या है के जरिये चलता है.
ब्लॉकचेन तकनीक क्या होती है?
Blockchain Meaning होता है डाटा ब्लॉक की एक लंबी श्रंखला. ये एक डिजिटल बहीखाता (Digital Ledger) होता है जिसमें क्रिप्टोकरेंसी में होने वाले लेन-देन को रिकॉर्ड किया जाता है. इसमें अलग-अलग तकनीक का इस्तेमाल होता है. जिसमें आपके अकाउंट को सिक्योर रखने के लिए आपकी ‘पर्सनल की’ का इस्तेमाल होता है. इसमें लेन-देन प्रक्रिया सीधी और सरल होती है. इसमें छेड़छाड़ असंभव है. इसकी मदद से सही तरीके से क्रिप्टोकरेंसी को ट्रैक किया जा सकता है और इसमें निवेश करने वाले निवेशकों को सुरक्षा दी जा सकती है.
Popular Crypto Currency कौन सी है?
Types of Cryptocurrency दुनियाभर में 1000 से भी ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी आ चुकी है लेकिन इनमें से फेमस ज्यादा नहीं हो पाई हैं. अधिकतर लोग तो सिर्फ अभी तक Bitcoin को ही Crypto Currency मानते हैं लेकिन ऐसा नहीं है.
– दुनिया की सबसे फेमस क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin है. इसकी कीमत 54,285 अमेरिकन डॉलर है.
– Ethereume भी काफी फेमस क्रिप्टोकरेंसी है जिसकी कीमत 2622 अमेरिकन डॉलर है.
– इसके अलावा Binance Coine, Ripple, Tether, Dogcoine, Cardano, Poladot, Uniswap, LiteCoine अन्य क्रिप्टोकरेंसी है.
क्रिप्टोकरेंसी के फायदे Benefits of Crypto Currency
क्रिप्टोकरेंसी के कई फायदे हैं. जैसे
– क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है तो इसमें धोखाधड़ी की उम्मीद कम है. इसकी कोई नकली करेंसी नहीं बना सकता.
– क्रिप्टोकरेंसी को कोई सरकारी अथॉरिटी कंट्रोल नहीं करती जिसकी वजह से इसके बंद होने या नोटबंदी जैसी समस्या आपको नहीं होगी.
– जो लोग अपना धन छुपाकर रखना चाहते हैं वो क्रिप्टोकरेंसी में अपना Money investment कर सकते हैं.
– क्रिप्टोकरेंसी में तेजी से उछाल दर्ज किया गया है जिसके चलते आप इसमें निवेश करके काफी अच्छे रिटर्न कमा सकते है. हालांकि कई बार इसमें गिरावट भी देखी गई है. इसलिए इसमें निवेश अपने रिस्क पर ही करें.
क्रिप्टोकरेंसी आपके लिए फायदे का सौदा भी हो सकता है और घाटे का सौदा भी हो सकता है. कई लोगों ने इसमें निवेश किया है और अच्छे रिटर्न कमाए हैं. लेकिन इसमें घाटा भी हो सकता है. इसे कोई सरकार कंट्रोल नहीं करती इसलिए इसमें घाटा हो या फायदा इसकी पूरी ज़िम्मेदारी आप पर ही होगी.
क्रिप्टोकरेंसी क्या है- जानें इस्तेमाल, प्रकार से लेकर सबकुछ | What Is Cryptocurrency – Know Uses, Types And Everything
करेंसी जिसको हिंदी में हम मुद्रा के नाम से जानते हैं. आमतौर पर मुद्रा का काम होता है किसी भी चीज की कीमत चुकाना. हालांकि मुद्रा का इतिहास मानव इतिहास के मुकाबले नया है. और काफी समय पहले लोग चीजें खरीदने के लिए बार्टर सिस्टम का इस्तेमाल करते थे. यानि सामान के बदले सामान लेकिन जैसे-जैसे मानव सभ्यता में बदलाव होते गए वैसे-वैसे मानव सभ्यताओं में मुद्रा का चलन भी बढ़ गया. आज भारत की मुद्रा रुपया है वहीं अमेरिका की मुद्रा डॉलर है. लेकिन बढ़ते टेक्नोलॉजी के चलन में पूरे विश्व की मुद्रा के रूप में उभर कर आई है क्रिप्टोकरेंसी. यह फिजिकल रूप में न हो कर क डिजिटल होती है. इसका इस्तेमाल इंटरनेट के जरिए किया जाता है. Happy To Advise के इस लेख में हम आपको क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी तमाम चीजें व क्रिप्टोकरेंसी के जरिए पैसे कमाने के तरीके बताएंगे.
- क्रिप्टोकरेंसी क्या है ?
- क्रिप्टोकरेंसी का आविष्कार कब हुआ?
- क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार
- क्रिप्टोकरेंसी की विशेषताएं
- क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान
- क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदें?
क्रिप्टोकरेंसी क्या है | What is Cryptocurrency ?
क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल करेंसी है. इसे एक डिसेंट्रलाइज्ड सिस्टम द्वारा मैरिज किया जाता है. इसके माध्यम से आप दुनिया में कहीं भी ट्रांजैक्शन कर सकते हैं. इसके ट्रांजैक्शन डिजिटल सिगनेचर द्वारा वेरीफाई भी किए जाते क्रिप्टोकरेंसी क्या है हैं. जिन्हें क्रिप्टोग्राफी की मदद से ट्रांजैक्शन्स का रिकॉर्ड रखा जाता है. यह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित करेंसी है. और इसे कॉपी करना लगभग असंभव है. इसकी कीमत समय-समय पर बदलती रहती है. साथ ही इसके कई प्रकार भी होते हैं. हालांकि कई देशों में यह आज भी अवैध है
क्रिप्टोकरेंसी का आविष्कार कब हुआ | How Cryptocurrency Is Invented ?
दुनिया में इंटरनेट का इतिहास बहुत अधिक पुराना नहीं है. इंटरनेट की शुरुआत 1990 के आसपास हुई थी. उस दौरान बहुत कम ही लोग इंटरनेट पर इस्तेमाल कर पाते थे. लेकिन उस समय भी कई लोग इसकी ताकत को जानते थे. लोग इस पर लगातार नए नए प्रयोग कर रहे थे उनमें से एक था डिजिटल करेंसी बनाने का प्रयोग. जापान के एक इंजीनियर सतोशी नाकामोतो ने 2008 में बिटकॉइन बनाया था. और 2009 में इसे ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में लांच किया गया था. इसी वजह से बिटकॉइन की सबसे छोटी यूनिट को सातोशी के नाम से जाना जाता है जैसे 1 रुपए में 100 पैसे होते हैं. उसी तरह एक बिटकॉइन में 10 करोड़ सातोशी होते हैं. इसके बाद तमाम लोगों ने अलग-अलग क्रिप्टोकरेंसी का आविष्कार किया.
क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार | Types Of Cryptocurrency
शुरुआती दौर में तो केवल बिटकॉइन ही एकमात्र क्रिप्टोकरेंसी था. लेकिन धीरे-धीरे इंटरनेट एक्सपर्ट्स ने तमाम तरीके की क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत कर दी उनमें से कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी निम्नलिखित हैं.
- बिटकॉइन (BTC) – बिटकॉइन दुनिया की सबसे पहली क्रिप्टोकरेंसी है इसे 2009 में सातोशी नाकामोटो ने बनाया था और आज भी यह दुनिया की सबसे अधिक वैल्यू वाली क्रिप्टोकरेंसी है.
- ईथोरियम (ETH) – यह Coinmarket cap के हिसाब से दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है. इसे 2015 में लांच किया गया था यह ईथर नाम से भी प्रसिद्ध है.
- लाइटकॉइन (LTC) – लाइट कॉइन भी अन्य तरीके की क्रिप्टोकरेंसी की ही तरह एक पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी है. यह डिसेंट्रलाइज होने के साथ-साथ क्रिप्टोकरेंसी क्या है पियर टू पियर टेक्नोलॉजी के तहत भी काम करती है. इसकी शुरुआत सन 2011 में हुई थी.
- डोजकॉइन (DOG) – जब बिटकॉइन काफी प्रसिद्ध था तो उस दौरान डोजकॉइन ने उसकी तुलना एक कुत्ते से कर दी थी. लेकिन बाद में डोजकॉइन खुद भी एक क्रिप्टोकरेंसी बन गया.
- पियरकॉइन (PPC) – पीयरकॉइन क्रिप्टोकरेंसी पियर टू पियर क्रिप्टोकरेंसी की तरह ही काम करती है. इसकी माइनिंग के लिए अधिक पावर की आवश्यकता नहीं होती है.
क्रिप्टोकरेंसी की विशेषताएं | Features Of Cryptocurrency
क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है तो ऐसे में इसे इस्तेमाल करने के कई सारे फायदे होते हैं इसे इस्तेमाल करने के कुछ प्रमुख फायदे निम्नलिखित हैं
- क्रिप्टोकरेंसी के लिए आपको किसी बैंक की जरूरत नहीं पड़ती है. आप बिना बैंक के हस्तक्षेप के इसे खरीद बेच सकते हैं
- क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग करना काफी ज्यादा आसान होता है. इसकी ट्रेडिंग के लिए इंटरनेट पर कई सारे वैलेट प्रचलिच हैं.
- क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल में किसी भी तरीके का सरकारी हस्तक्षेप नहीं होता है.
- क्रिप्टोकरेंसी की निगरानी क्रिप्टोग्राफी नामक तकनीक से की जाती है. तो ऐसे में उसकी सुरक्षा में चूक की संभावनाएं लगभग शून्य हो जाती है.
- क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज द्वारा ट्रांजैक्शन पर किसी तरह की का कोई ट्रांजैक्शन चार्ज नहीं लिया जाता है.
- क्रिप्टोकरेंसी हाल-फिलहाल चलने वाली सभी मुद्राओं में सबसे अधिक सुरक्षित मानी जाती है.
क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान | Disadvantages Of Cryptocurrency
हर सिक्के के 2 पहलू तो होते ही हैं. इसी तरीके से क्रिप्टोकरेंसी के लिए कुछ फायदे हैं तो उन फायदों के साथ कुछ नुकसान भी उसके साथ आते हैं.
- क्रिप्टोकरेंसी इंटरनेट आधारित करेंसी है. तो ऐसे में इसे हैक किया जा सकता है. ईथेरियम नामक करेंसी के साथ ऐसा हो भी चुका है.
- क्रिप्टोकरेंसी पर किसी भी सरकारी अथॉरिटी का कोई नियंत्रण नहीं होता है. ऐसे में इसकी कीमतों को रेगुलेट नहीं किया जा सकता इसीलिए इसकी कीमत में अप्रत्याशित रूप से उतार चढ़ाव देखा जाता है.
- क्रिप्टो करेंसी दुनिया के लिए अभी एक नया ट्रेन है तो ऐसे में अगर आप भूल से किसी के दूसरे व्यक्ति को यह करेंसी ट्रांसफर कर देते हैं तो उसे वापस पाने की कोई तकनीकी नहीं है
- दुनिया के कई देशों में इसके प्रतिबंधित होने का सबसे बड़ा कारण है अवैध कामों में इसका उपयोग इसीलिए इसे भी क्रिप्टोकरंसी का एक बड़ा नुकसान माना जाता है
क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदें | How To Trade Cryptocurrency
इस लेख में आपने क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी तमाम जानकारियों को पढ़ा. अब हम आपको बताएंगे कि आप किस तरीके से क्रिप्टोकरंसी खरीद या बेच सकते हैं. क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग के लिए आपको एक ऑनलाइन वैलेट की जरूरत होगी. इस वैलेट में ही आपकी करेंसी होल्ड की जाएगी. आप वैलेट की मदद से क्रिप्टो करेंसी के मूल्य के बराबर रुपए चुका कर उसे खरीद सकते हैं और जब आपको क्रिप्टो करेंसी की कीमत में इजाफा दिखे तब आप उसको बेच सकते हैं. इस तरीके से क्रिप्टोकरेंसी इन्वेस्टमेंट का एक अच्छा जरिया है. हालांकि भारत में इसका मुद्रा के रूप में इस्तेमाल करना प्रतिबंधित है.
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | FAQs
प्रश्न.क्रिप्टोकरेंसी क्या है?
उत्तर: क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल करेंसी है. इसे एक डिसेंट्रलाइज्ड सिस्टम द्वारा मैरिज किया जाता है. इसके माध्यम से आप दुनिया में कहीं भी ट्रांजैक्शन कर सकते हैं.
प्रश्न.क्या क्रिप्टोकरेंसी भारत में लीगल है?
उत्तर: आप भारत में वैलेट के जरिए इसकी ट्रेडिंग की जा सकती है. हालांकि भारत में इसका मुद्रा के रूप में इस्तेमाल करना प्रतिबंधित है.
प्रश्न.क्रिप्टोकरेंसी में कैसे निवेश करें?
उत्तर: क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग के लिए आपको एक ऑनलाइन वैलेट की जरूरत होगी. इस वैलेट में ही आपकी करेंसी होल्ड की जाएगी. आप वैलेट की मदद से क्रिप्टो करेंसी के मूल्य के बराबर रुपए चुका कर उसे खरीद सकते हैं और जब आपको क्रिप्टो करेंसी की कीमत में इजाफा दिखे तब आप उसको बेच सकते हैं. इस तरीके से क्रिप्टोकरेंसी इन्वेस्टमेंट का एक अच्छा जरिया है.
प्रश्न.क्या भारत के बाजारों में क्रिप्टोकरेंसी इस्तेमाल की जा सकती है?
उत्तर: जी नहीं, आप हाल फिलहाल भारत के बाजारों में क्रिप्टोकरेंसी इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं.
क्रिप्टोकरेंसी क्या है (कैसे ख़रीदे, प्रकार) – cryptocurrency
क्रिप्टोकरेंसी क्या है ?( What is cryptocurrency ) आपने क्रिप्टोकरेंसी के बारे में तो जरूर ही सुना होगा , तो आज हम जानेगे क्रिप्टोकरेंसी क्या होती है केसे काम करती है और हम इसमें केसे इन्वेस्ट करते है ।
क्रिप्टोकरेंसी क्या है (Cryptocurrency in Hindi)
तो सबसे पहले हम जानेगे क्रिप्टो करेंसी क्या होती है? क्रिप्टो करेंसी एक प्रकार की डिजिटल करेंसी होती है जिसे हम छु नही सकते है अर्थात यह एक डिजिटल (digital) करेंसी होती है, Crypto currency को digital money भी कहा जा सकता है क्यूंकि ये केवल Online ही उपलब्ध है और इसे हम physically लेन देन नहीं कर सकते. अर्थात यह सिर्फ ऑनलाइन ही उपयोग में लायी जा सकती है इसे छु नही सकते है।
इन currencies में cryptography का इस्तेमाल होता है। यह एक Peer to Peer Electronic System पर आधारित होती है इस करेंसी का उपयोग हम regular करेंसी क्रिप्टोकरेंसी क्या है की जगह किसी सर्विसेज या वस्तु को खरीदने के लिए कर सकते है
ब्लॉकचैन क्या है (What is Blockchain)
ब्लॉकचैन दो शब्दों से मिलकर बना है. पहला ब्लॉक (Block) और दूसरा चेन (Chain) यानी की श्रृंखला. मतलब ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी में बहुत सारे डेटा ब्लॉक से है. ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी में कई ब्लॉक्स होते है तथा इनमे डेटा होता है और ये आपस में जुड़े हुए होते है
Cryptocurrencies में invest कैसे करें?
Cryptocurrencies में invest करने के लिए आपको एक सही और अच्छे प्लेटफोर्म को चुनना होगा | भारत में इसे बहुत से प्लेटफोर्म है जिनकी मदद से आप क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट कर सकते है |
जेसे की भारतीय बाजार में WazirX, Unocoin, CoinDCX, CoinSwitch Kuber और Bitbns बेस्ट Cryptocurrencies एक्सचेंज ऐप हैं। इनके जरिए आप क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्ट कर सकते हैं।
Cryptocurrencies के प्रकार?
वेसे तो मार्किट में बहुत से Cryptocurrencies है पर कुछ ऐसे करेंसी भी है जिसे आप bitcoin के अलावा भी इस्तेमाल कर सकते है।
1. Bitcoin (BTC)
2.Ethereum (ETH)
3. Litecoin (LTC)
4. Dogecoin (Doge)
5. Tether (USDT)
6. Binance Coin (BNB)
7. Solana (SOL)
8. Ripple (XRP)
9. Polygon
10. shiba inu
और भी ऐसे बहुत से क्रिप्टो करेंसी है जिनमे आप इन्वेस्ट कर सकते है.
क्रिप्टोकरेंसी की विशेषताएं (Features of cryptocurrency)
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डिजिटल Currency का एक रूप है
- यह विकेन्द्रीकरण(Decentralization) पर आधारित है इसका मतलब है की इस पर किसी एक व्यक्ति का नियंत्रण नही होता है अर्थात इसे किसी एक व्यक्ति के द्वारा नियंत्रित नही किया जाता है
- यह वर्चुअल (virtual ) अर्थात यह केवल ऑनलाइन ही उपलब्ध है
आज हमने क्रिप्टो करेंसी के बारे में जाना, आपको यह लेख Cryptocurrency क्या है कैसा लगा हमें comment लिखकर जरूर बताएं I