बिटकॉइन सर्किट

बिटकॉइन में डील करता था मंगलुरु में धमाका करने वाला आतंकी मोहम्मद शरीक, साथियों को क्रिप्टो में भेजता था पैसे: ‘प्रेम राज’ बन सीख रहा था मोबाइल रिपेयरिंग
इससे पहले मंगलुरु बम ब्लास्ट में गिरफ्तार आरोपित मोहम्मद शरीक को लेकर कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने बड़ा दावा किया था। उन्होंने कहा था कि शरीक ऑटो में बैठने के बाद खुद को हिंदू बता रहा था, ताकि उस पर किसी को शक न हो।
मंगलुरु बम ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार मोहम्मद शरीक (फोटो साभार: इंडिया टुडे)
कर्नाटक के मंगलुरु में शनिवार (19 नवंबर, 2022) को हुए बम ब्लास्ट मामले में एक के बाद कई खुलासे होते जा रहे हैं। जाँच में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपित मोहम्मद शरीक मैसूर में एक मोबाइल रिपेयरिंग ट्रेनिंग सेंटर में रिपेयरिंग का काम सीख रहा था। साथ ही, यह भी खुलासा हुआ है कि वह बिटकॉइन ट्रेडिंग करता था और अपने साथियों को क्रिप्टो करेंसी भेजता था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शुरुआती जाँच में सामने आया है कि मोहम्मद शरीक मैसूर में फर्जी आधार कार्ड के आधार पर किराए के मकान में रह रहा था। इस मामले में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आलोक कुमार ने कहा है कि सितंबर 2022 में शरीक के दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद वह शिवमोग्गा से भाग कर मैसूर में किराए पर घर लेकर रह रहा था। जहाँ वह एक मोबाइल रिपेयरिंग ट्रेनिंग सेंटर में काम सीख रहा था।
वहीं, रिपेयरिंग सेंटर के मालिक का कहना है कि उनके ट्रेनिंग सेंटर में शरीक ने खुद को ‘प्रेम राज’ बताया था। इसके लिए उसने आधार कार्ड भी दिखाया था। उन्होंने आगे कहा है कि मोहम्मद शरीक ने उन्हें बताया था कि उसकी नौकरी एक कॉल सेंटर में लग गई है। लेकिन, उनकी जॉइनिंग होने में 28 दिन का समय है। इसलिए, वह घर में खाली बैठने की जगह मोबाइल रिपेयरिंग सीखना चाहता है।
Shariq joined the training center under the masked identity of Premraj.
He told me that he had joined a call center but had 28 days at his disposal before joining the job formally so in the meantime, he wanted to learn mobile repairing: Owner Training Institute pic.twitter.com/F1zaXXUx8H
— TIMES NOW (@TimesNow) November 22, 2022रिपेयरिंग सेंटर के मालिक ने यह भी कहा है कि उनके संस्थान में 45 दिनों का रिपेयरिंग कोर्स होता है। लेकिन, शरीक 20-21 दिन ही उनके यहाँ आया होगा। इस दौरान भी वह ट्रेनिंग सेंटर एक दिन आता था और फिर उसके अगले 1 या दो दिन नहीं आता था।
मोबाइल रिपेयरिंग सेंटर के मालिक के इस बयान के आधार पर फिलहाल यह अंदाजा लगाया जाना बेहद आसान है कि बम धमाके का आरोपित मोहम्मद शरीक बम बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले सर्किट व अन्य साधनों में होने वाली सोल्डरिंग (टाँका) सीखने के लिए ही रिपेयरिंग सेंटर जाता था। हालाँकि, पूरे मामले का खुलासा गिरफ्तार आरोपित मोहम्मद शरीक व उसके अन्य सहयोगियों से पूछताछ और पुलिस की जाँच के बाद ही हो सकेगा।
वहीं एक अन्य रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से कहा गया है कि मोहम्मद शरीक बिटकॉइन में ट्रेडिंग करता था और इससे कमाए हुए पैसे को क्रिप्टो करेंसी के द्वारा अपने सहयोगियों को भेजता था। इसका सीधा मतलब है कि आतंकी गतिविधियों में क्रिप्टो करेंसी का उपयोग हो रहा है। इससे पहले मंगलुरु बम ब्लास्ट में गिरफ्तार आरोपित मोहम्मद शरीक को लेकर कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने बड़ा दावा किया था। उन्होंने कहा था कि शरीक ऑटो में बैठने के बाद खुद को हिंदू बता रहा था, ताकि उस पर किसी को शक न हो। इसके लिए, उसने एक आधार कार्ड दिखाया था, जिस पर हिंदू नाम था। यह आधार कार्ड उसने रेलवे कर्मचारी से चुराया था।
के. सुधाकर ने यह भी कहा था कि पुलिस हर एंगल से मामले की जाँच कर रही है। यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि मोहम्मद शरीक के संबंध अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों, बैन किए गए संगठनों या स्लीपर सेल से तो नहीं है। उन्होंने कहा है कि कर्नाटक की सीमा केरल से लगती है। इसलिए, स्लीपर सेल से जुड़े होने की भी आशंका है।
उन्होंने यह भी कहा था कि बीते महीने तमिलनाडु के कोयंबटूर में भी ऐसा ही बम धमाका हुआ था। तब भी आतंकियों ने मंदिर के पास ब्लास्ट करने की साजिश रची थी। पुलिस ने मोहम्मद शरीक के मूवमेंट को ट्रेस किया है जिसमें सामने आया है कि उसने कोयंबटूर में एक व्यक्ति से मुलाकात की थी।
इस मामले में पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार आरोपित मोहम्मद शरीक ऑटो में बैठकर पंपवेल एरिया में जाना चाहता था, जहाँ वह अपने साथ लिए हुए कुकर बम (विस्फोटक) को नगौरी के भीड़-भाड़ इलाके में प्लांट करना चाहता था। हालाँकि, ऑटो में बैठने के थोड़ा देर बाद ही विस्फोट हो गया।
यही नहीं, शुरुआती जाँच के बाद पुलिस ने कहा है कि शरीक ने कोयंबटूर से किसी और के नाम पर एक सिम खरीदा था। इस सिम कार्ड के टावर लोकेशन की जाँच से सामने आया है कि वह तमिलनाडु के इलाकों में घूम रहा था। शरीक की फोन डिटेल निकाली जा रही है, जिससे उसके साथियों के बारे में जानकारी सामने आ सकेगी।
चक्रधरपुर : शॉट सर्किट से जूते-चप्पल के गोदाम में लगी आग
Chakradharpur (Shambhu Kumar) : चक्रधरपुर के वार्ड संख्या 06 पुराना वार्ड संख्या दस स्थित एक चप्पल गोदाम में आग लग गई. घटना बुधवार सुबह लगभग 8:45 बजे की है. बताया जाता है की पुराना वार्ड संख्या 10 के छोटी मस्जिद के समीप मो. तारिक के घर में गोदाम बनाकर मो.मोइन अपने दुकान का चप्पल, जूता इत्यादि रखता था. बुधवार सुबह बिजली के शॉट सर्किट से गोदाम में आग लग बिटकॉइन सर्किट गई.
एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पाया गया काबू
घटना स्थल पर पहुंची पुलिस.
इसके बाद गोदाम से तेज धुआं निकलने लगा. धुंआ देख तुरंत आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और आग बुझाने की प्रयास में जुट गए. वहीं इसकी सूचना पाकर तत्काल चक्रधरपुर थाना पुलिस के अधिकारी व जवान मौके पर पहुंचे. साथ ही दमकल गाड़ी को भी बुलाया गया. दमकल व स्थानीय लोगों के प्रयास से लगभग एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. जिस गोदाम में आग लगी उसके बगल में कई घर व मकान है. साथ ही चप्पल गोदाम के बगल में एक घर को गोदाम बनाकर गर्म कपड़े भी रखे जाते थे. इसकी सूचना मिलने पर पोड़ाहाट अनुमंडल की एसडीओ रीना हांसदा, पूर्व पार्षद मो.अशरफ,पवन चौक पर मौजूद रैफ के जवान,बिजली विभाग के कर्मचारी भी पहुंचे. आग बुझाने के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे.
बिटकॉइन जैसी डिजिटल करेंसी के जोखिम वाले निवेश की जगह आरबीआइ का डिजिटल ‘रूपी’
New Delhi : बजट में निर्मा सीतारमण ने आरबीआइ के डिजिटल करेंसी का भी ऐलान किया. भारत में रेग्युलेटेड डिजिटल करेंसी लाने की योजना है. वित्त मंत्री ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में रिजर्व बैंक डिजिटल रूपी लॉन्च करेगा. बिटकॉइन जैसी डिजिटल करेंसी में जोखिम वाले निवेश की जगह नये सुरक्षित निवेश का विकल्प पेश किया जा रहा है. वित्त मंत्री ने कहा कि ब्लॉकचेन और अन्य तकनीकों का इस्तेमाल करके डिजिटल करेंसी शुरू की जायेगी, आरबीआइ 2022-23 से इसे जारी करेगा. क्रिप्टो करेंसी में निवेश पर 30 प्रतिशत की दर से टैक्स लगेगा.
बढ़ती शहरी आबादी की सुविधा पर जोर
आजादी के 100 साल पूरे होने पर वर्ष 2047 में देश की आबादी शहरों में निवास करेगी. इसके लिए जरूरी क्षमता विस्तार में राज्यों को मदद की जायेगी. शहरों में सार्वजनिक परिवहन के इस्तेमाल पर जोर दिया जायेगा. जीरो फॉसिल (शून्य जीवाश्म) ईंधन वाले विशेष जोन बनेंगे. शहरी इलाकों में जगह की कमी के मद्देनजर योजनाएं बनेंगी.
Bitcoin Mining के बारे में जानना जरुरी, Twitter ने Cryptocurrency पर लिया बड़ा फैसला
नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की दुनिया हर दिन छलांग और सीमा से बढ़ रही है। मुद्रित होने वाली नियमित मुद्राओं के विपरीत, ये डिजिटल संपत्ति, Bitcoin सहित दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी क्रिप्टोकरेंसी का खनन किया जाता है। यह एक विशाल कंप्यूटिंग सिस्टम (computering system) , बिजली और महंगे सॉफ़्टवेयर का उपयोग करके क्रिप्टोग्राफ़िक समीकरणों को हल करके एक क्रिप्टोकरेंसी प्राप्त करने की प्रक्रिया है। आइये जानते हैं क्रिप्टोक्यूरेंसी और बिटकॉइन माइनिंग (Bitcoin Mining) के बारे में :-
बिटकॉइन माइनिंग क्या है?
यदि आपने केवल Bitcoin खरीदने या बेचने के बारे में सुना है, तो ‘Mining’ शब्द आपके बिटकॉइन सर्किट लिए एक नया हो सकता है। लेकिन यह सच है कि यदि आपके पास आवश्यक मशीनरी है तो आप अपना खुद का बिटकॉइन बना सकते हैं। क्रिप्टोक्यूरेंसी एक जटिल और उच्च तकनीकी प्रक्रिया की मदद से बनाई गई है। खनन के बाद, प्रचलन के लिए नए बिटकॉइन पेश किए गए हैं। हालाँकि, क्रिप्टो माइनिंग केवल नए सिक्के बनाने के बारे में नहीं है। इसमें ब्लॉकचेन पर क्रिप्टोक्यूरेंसी लेनदेन को मान्य करना भी शामिल है।
बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी को माइन करने के लिए, आपको बड़ी प्रोसेसिंग पावर की आवश्यकता होगी। आपके कंप्यूटर की प्रोसेसिंग शक्ति जितनी अधिक होगी, Mining की गति और लाभ उतना ही अधिक होगा। आपको ऐसे कंप्यूटरों की आवश्यकता है जिनमें जटिल गणितीय समीकरणों को हल करने के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया सॉफ़्टवेयर है। Mining Bitcoin को लगातार एक सक्रिय इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता होती है।
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बिटकॉइन माइन करने के लिए, आपको एक GPU (ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट) या एप्लिकेशन-स्पेसिफिक इंटीग्रेटेड सर्किट (ASICs) की आवश्यकता होती है। ये क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग के दो तरीके हैं।GPU पद्धति में एक साथ काम करने वाले कई GPU के साथ कम्प्यूटेशनल शक्ति को बढ़ाया जाता है। हालाँकि, ASICs की बात करें तो वे GPU की तुलना में अधिक सिक्के का उत्पादन कर सकते हैं लेकिन वे बहुत महंगे हैं।
इधर क्रिप्टो मार्किट को और सुदृढ़ करने के लिए सोशल-मीडिया कंपनी ने बुधवार को कहा कि वह “ट्विटर क्रिप्टो” नामक एक टीम को इकट्ठा कर रही है ताकि ऐप पर रचनाकारों को पैसे कमाने या भुगतान के लिए बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी स्वीकार करने और ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करने के अन्य तरीकों को स्वीकार करने में मदद मिल सके।
टीम का नेतृत्व एक नए सॉफ्टवेयर इंजीनियर टेस रिनियरसन द्वारा किया जा रहा है, जो ट्विटर के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी को रिपोर्ट करेंगे। टीम नई भूमिकाएँ भरना चाह रही है, लेकिन यह निर्दिष्ट नहीं किया कि कितनी हैं। ट्विटर ने कहा कि नई टीम “ट्विटर पर (और) क्रिप्टो के भविष्य के लिए रणनीति तय करेगी।
क्रिप्टो करेंसी मार्केट में नहीं थमा गिरावट का दौर, 19 हजार से नीचे आया बिटकॉइन
नई दिल्ली। क्रिप्टो करेंसी मार्केट में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। बाजार पूंजीकरण के हिसाब से टॉप 10 क्रिप्टोकरेंसीज में ज्यादातर के भाव टूट गए हैं। फिलहाल हरे निशान में नजर आ रही कुछ क्रिप्टो करेंसी में भी बहुत मामूली तेजी दिख रही है।
मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन में 1 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आ चुकी है और ये फिलहाल 19 हजार डॉलर के स्तर से भी नीचे लुढ़क गया है। भारतीय समय के मुताबिक शुक्रवार शाम 5 बजे बिटकॉइन 18,963.19 डॉलर यानी करीब 15.68 लाख रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
बिटकॉइन के अलावा दूसरी सबसे बड़ी और लोकप्रिय क्रिप्टो करेंसी तथा एथेरियम ब्लॉकचेन से जुड़ी ईथर भी 1.16 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,276.85 डॉलर के स्तर पर कारोबार कर रही है। इन दोनों प्रमुख क्रिप्टो करेंसी के अलावा बाजार पूंजीकरण के हिसाब से टॉप 10 क्रिप्टो करेंसीज में से सोलाना 6.49 प्रतिशत, कार्डेनो 5.45 प्रतिशत, डॉगेकॉइन 3 प्रतिशत और बीएनबी 2.12 प्रतिशत की कमजोरी के साथ कारोबार कर रही हैं। टेथर और यूएसडी कॉइन सपाट स्तर पर बिना किसी घट-बढ़ के 1 डॉलर की कीमत पर क्रिप्टो करेंसी मार्केट में उपलब्ध हैं जबकि एक्सआरपी 4.22 प्रतिशत और बिनांसे यूएसडी 0.03 प्रतिशत की मजबूती के साथ कारोबार कर रही हैं।
क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज कॉइन मार्केट कैप के मुताबिक भारतीय समय के मुताबिक गरुवार शाम 5 बजे से लेकर शुक्रवार शाम 5 बजे तक के कारोबार के दौरान क्रिप्टो करेंसी मार्केट में कुल 4,824 करोड़ डॉलर यानी करीब 3.99 लाख करोड़ रुपये की खरीद बिक्री हुई है। मार्केट में हुई ये खरीद बिक्री इसके पहले के 24 घंटे के कारोबार की तुलना में करीब 10.53 प्रतिशत अधिक है।
अगर मार्केट हिस्सेदारी की बात की जाए, तो इस 24 घंटे के कारोबार के दौरान बिटकॉइन की मार्केट हिस्सेदारी में 0.26 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इस बढ़ोतरी के साथ क्रिप्टो करेंसी मार्केट में बिटकॉइन की हिस्सेदारी बढ़कर 40.14 प्रतिशत हो गई है। हालांकि पिछले 24 घंटे के दौरान क्रिप्टो करेंसी मार्केट के बाजार पूंजीकरण में 1.49 प्रतिशत की गिरावट आई है। भारतीय समय के मुताबिक शाम 5 बजे तक क्रिप्टो करेंसी मार्केट का बाजार पूंजीकरण 90.65 हजार करोड़ डॉलर यानी करीब 74.97 लाख करोड़ रुपये रह गया था।
साप्ताहिक आधार पर क्रिप्टो करेंसीज के प्रदर्शन की बात की जाए, तो पिछले 1 सप्ताह के दौरान दो सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसीज बिटकॉइन और बिटकॉइन सर्किट ईथर में 3 प्रतिशत से भी अधिक की गिरावट दर्ज की जा चुकी है। इसके अलावा टॉप 10 क्रिप्टो करेंसीज में शामिल दूसरी क्रिप्टो करेंसीज में से भी ज्यादातर करेंसी को गिरावट का सामना करना पड़ा है। टॉप टेन में शामिल कार्डेनो, एक्सआरपी और सोलाना में साप्ताहिक आधार पर 10 से लेकर 12 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है। टॉप 10 क्रिप्टो करेंसीज में सिर्फ एक क्रिप्टो करेंसी यूएसडी कॉइन 0.12 प्रतिशत की बढ़त के साथ साप्ताहिक कारोबार में ग्रीन जोन में नजर आ रही है।