खास टिप्स

शेयर मार्किट में शेयर को खरीदना और बेचना कैसे है

शेयर मार्किट में शेयर को खरीदना और बेचना कैसे है
उदाहरण के तौर पर हम मैंने ख़रीदे हुए शेयर को बेच के देखते हे। जैसे की मैंने बजाजहिन्द के १५० शेयर ख़रीदे थे डिलेवरी में। तो अब हम उन शेयर को बेचते हे।

शेयर मार्केट

डिलीवरी ट्रेडिंग क्या है?

हर एक निवेशक के लिए डिलीवरी ट्रेडिंग क्या है इसकी जानकारी होना बहुत जरूरी है। डिलीवरी ट्रेडिंग निवेशकों के लिए एक ऐसी विधि मानी जाती है जो उनको एक ही दिन में शेयर खरीद कर जब चाहे बेचने का अवसर प्रदान करती है।

शुरुआत में जो निवेशक डिलीवरी में शेयर खरीदता है वह अपने खरीदे गए शेयर डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर करवाता है। डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेशक अपनी मर्जी के अनुसार खरीदे हुए शेयरों को लंबे समय तक होल्ड करके अपने पास रख सकता है।

इस प्रक्रिया के लिए उसको किसी भी तरह की मनाही नहीं है। यह अक्सर देखा गया है की डिलीवरी ट्रेडिंग उन्हीं निवेशकों के लिए लाभदायक है जो लांग टर्म इन्वेस्टमेंट में विश्वास रखते हैं। डिलीवरी में निवेश करने के लिए निवेशक के पास पर्याप्त मात्रा में धनराशि होनी चाहिए।

डिलीवरी ट्रेडिंग के कुछ महत्वपूर्ण नियम होते है:

  • निवेशक को डिलीवरी में शेयर खरीदने के लिए उस कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस करना बहुत जरूरी होता है।
  • डिलीवरी में खरीदे गए शेयरों को बेचने के लिए सही समय की प्रतीक्षा करें जल्दबाजी में आकर कोई भी निर्णय ना लें जिससे कि आपको हानि शेयर मार्किट में शेयर को खरीदना और बेचना कैसे है हो।
  • निवेशक को डिलीवरी ट्रेडिंग में शेयर अलग-अलग कंपनियों के खरीदने चाहिए जिससे कि उसको आगे जाकर फायदा हो। अच्छी तरह शेयर और अपने फंड को डायवर्सिफाई करने से नुकसान कम होता है।
  • निवेशक के लिए यह जरूरी है कि डिलीवरी ट्रेडिंग करने से पहले उसको उसकी अच्छी तरह से जानकारी ले लेनी चहिये ताकि वह हर एक कदम सोच-समझकर उठाए।
  • डिलीवरी ट्रेडिंग करने के लिए हर एक ट्रेडर के खाते में पर्याप्त मात्रा में धन होना चाहिए ताकि उसको अपने शेयरों को खरीदने और बेचने के लिए कोई भी दिक्कत ना हो।
  • ट्रेडर को अपने टारगेट प्राइस और स्टॉप लॉस की वैल्यू सेट करके रखनी चाहिए।
  • चाहे आपने शेयर डिलीवरी में लिए हैं लेकिन आपके पास एक स्टॉप लॉस जरूर होना चाहिए और उस स्टॉपलॉस को हिट करते ही आपको जितना नुकसान हो उसी नुकसान में निकल जाना चाहिए। मार्केट के ऊपर जाने का इंतजार नहीं करना चाहिए।
  • निवेशक को अपने डिलीवरी ट्रेडिंग के अकाउंट को चलाने के लिए अपने शेयरों का पूरा मूल्य देना होता है।
  • डिलीवरी का कोई भी मार्जिन नहीं होता है जिस के कारण खरीदे गए शेयरों का मूल्य उसी समय चुकाना पड़ता है।

डिलीवरी में ट्रेडिंग करने की फीस:

  • डिलीवरी में शेयर लेने का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि ज्यादातर स्टॉक ब्रोकर डिलीवरी के लिए ब्रोकरेज फीस नहीं लेते है। जिसका मतलब है कि आपको शेयर खरीदने और बेचने के लिए किसी भी तरह की ब्रोकरेज नहीं देनी पड़ती है।
  • डिलीवरी ट्रेडिंग में सबसे पहला शुल्क जीएसटी का लगता है और जीएसटी का शुल्क ब्रोकर के साथ ट्रांजैक्शन करते वक्त भी देना होता है।
  • डिलीवरी के लिए एसटीटी और सीटीटी का शुल्क भी लगता है।
  • ट्रांजैक्शन चार्जेस भी लगते हैं।
  • 1899 में भारत Stamp Act द्वारा स्टैंप ड्यूटी के नाम का शुल्क भी लगाया गया है।
  • डिलीवरी में आमतौर पर SEBI द्वारा भी शुल्क लगाया जाता है।
  • डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेशक को ब्रोकर द्वारा एक मार्जिन भी दिया जाता है। जिसमें कि वह कम ब्याज दर पर शेयर खरीद सकता है। ब्रोकर निवेशक को इस तरह का मार्जिन बताता है जिसमें कि ब्याज दर बहुत ही कम होता है या फिर ना के बराबर ही होता है ताकि निवेशक डिलीवरी ट्रेडिंग में लंबे समय तक बना रहे।
  • नए निवेशकों को हमेशा मार्जिन ट्रेडिंग से दूर रहना चाहिए क्योंकि इसमें जोखिम होता है। उदाहरण के तौर पर चाहे आपको लाभ हो या हानि हो आपका स्टॉक ब्रोकर आपसे जो भी बनता ब्याज होगा वह जरूर लेगा।

शेयर मार्केट क्या है

Share Market और Stock Market एक ऐसा market है, जहाँ बहुत से companies के shares ख़रीदे और बेचे जाते हैं,यह एक ऐसी जगह है, जहां कुछ लोग बहुत पैसे कमा लेते हैं, यह फिर अपने सारे पैसे गवा देते हैं, यदि आप किसी कंपनी का शेयर खरीदते हैं, तो इसका मतलब है. कंपनी में आपकी भी साझेदारी हो जाती है.

आप जितने शेयर खरीदेंगे उस हिसाब से आपको उतने प्रतिशत का मालिक बन जाते हैं. मतलब ये है कि अगर उस कंपनी का भविष्य में मुनाफा होता है, तो आप को दुगुना पैसा वापस मिलेगा और अगर घाटा हुआ तो आपको एक भी पैसा नहीं मिलेगा. यानी आप का पूरी तरह से नुकसान हो जाएगा.

जिस तरह Share Market में पैसे बनाना आसान है, ठीक उसी तरह यहाँ पैसे गवाना भी उतना ही आसान है, क्योंकि शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं. तो आइए आगे जानते हैं, शेयर मार्केट के बारे में कुछ जानकारियां.

शेयर मार्केट में शेयर कब खरीद सकते हैं

आपको थोड़ा बहुत तो पता ही होगा की शेयर मार्केट क्या है,चलिए जान लेते है शेयर बाज़ार में शेयर कब खरीदें. Stock Market में share खरीदने से पहले आप इस लाइन में पहले experience gain कर लें की यहाँ कैसे और कब invest करना चाहिये, और कैसी कंपनी में आप अपना पैसा लगाएं और आपको मुनाफा मिले.

शेयर मार्केट के बारे में अच्छी तरह से जानकारी प्राप्त करें फिर इसके बाद इस पर निवेश करें,Share market में कौन सी कंपनी का share बढ़ा या गिरा इसके बारे में जानने के लिए economic times जैसे newspaper पढ़ सकते हैं या फिर NDTV Business न्यूज़ चैनल भी देख सकते हैं, जहाँ से आपको Share Market की पूरी जानकारी प्राप्त हो जाएगी.

इसमें बहुत सारा रिस्क होता है, इसीलिए यहां आप तभी निवेश करें जब आपकी आर्थिक स्थिति सही हो क्योंकि यहां घाटा भी हो सकता है, या फिर आप ऐसा भी कर सकते हैं, कि शुरू में आप Share Market में थोड़े से पैसे से निवेश करें ताकि आगे जाकर आपको ज्यादा घाटा ना हो जैसे आपका इस field में knowledge और experience बढेगा वैसे वैसे आप धीरे धीरे अपने निवेश को और बढ़ा सकते हैं.

शेयर मार्केट में पैसे कैसे लगाएं

शेयर मार्किट में पैसा कमाने के लिए आपको एक Demat account बनाना होता हैं, इसके भी दो तरीके हैं, पहला तरीका तो आप एक दलाल (broker) के पास जाकर एक Demat account खुलवा सकते हैं.

Demat account में हमारे शेयर के पैसे रखे जाते हैं, जिस तरह की हम किसी bank के खाते में अपना पैसा सुरक्षित रख सकते हैं, ठीक उसी तरह,शेयर मार्किट में शेयर को खरीदना और बेचना कैसे है अगर आप share market में निवेश कर रहे हैं, तो आपका demat account खुलवाना बहुत जरूरी है.

कंपनी का प्रॉफिट होने के बाद जितना मुनाफा आपको मिलेगा वह शेयर मार्किट में शेयर को खरीदना और बेचना कैसे है सारे पैसे आपके demat account में जायेंगे ना की आपके bank account में और demat account आपके savings account के साथ लिंक रहता है. अगर आप चाहे तो उस demat account से अपने bank account में पैसे transfer कर सकते हैं.डिमैट अकाउंट खुलवाने के लिए आपको किसी भी बैंक में एक सेविंग अकाउंट होना चाहिए और अकाउंट खुलवाने के लिए आपके पास pan card की copy और address proof होना जरूरी है.दूसरा तरीका है, कि आप किसी भी बैंक में जाकर अपना डिमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं.

शेयर मार्किट क्या है ? What is Share market in Hindi?

Share Market kya hai? Share market या stock market एक ऐसा मार्किट जंहा कंपनी के शेयर की Selling aur Purchasing की जाती है यानि जिस मार्किट के अन्दर कंपनीज के शेयर को खरीदा और बेचा जाता है उसे Share market या stock market कहते है शेयर मार्किट के अंदर बहुत सी कंपनी अपने शेयर Issue करती है और बहुत से इंवेस्टवेर उन्हें खरीदते है और फिर उन्हें बेचते है और इस प्रक्रिया को Stock Market ट्रेडिंग कहते है share market in hindi basic knowledge

और यह एक बहुत से लोग बहुत सारा पैसा कमाते है और बहुत से लोग बहुत सारा पैसा डूबा भी देते हैकंपनी के शेयर की कीमत कभी घटती ही तो कभी बढती रहती है इसलिए Share market in hindi बहुत जोखिम वाली मार्किट है क्योकि यदि कोई किसी कंपनी के के शेयर खरीदता है तो उस इन्वेस्टर की उस कंपनी के लाभ और हानि के अन्दर हिसेदारी शेयर मार्किट में शेयर को खरीदना और बेचना कैसे है हो जाती है तो कंपनी अच्छी परफॉरमेंस के साथ काम कर रही है तो शेयर का रेट कम नही होगा और इन्वेस्टर को लाभ होगा और कंपनी की परफॉरमेंस अच्छी नही है तो इन्वेस्टर के शेयर रेट कम हो जायेगा और उसके पैसे डूब जायेंगे | share market ke fayde

शेयर बाजार के फायदे – Share शेयर मार्किट में शेयर को खरीदना और बेचना कैसे है Market Benefits hindi

उच्च लिक्विडिटी (High Liquidity) :- इंडियन शेयर मार्किट में, दो एक्सचेंज, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) हैं ज्यादातर कंपनियां या तो इन इन दोनों एक्सचेंजों पर या इनमें से किसी एक में अपने शेयरों का बिज़नेस करती हैं। यह निवेशकों को उच्च लिक्विडिटी प्रदान करता है क्योंकि औसत दैनिक मात्रा अधिक होती है। इसलिए, यदि कोई इन्वेस्टर स्टॉक एक्सचेंजों पर किसी भी शेयर को खरीदना या बेचना चाहता है, तो लिक्विडिटी इसे आसान बनाती है।

कम समय अवधि में उच्च रिटर्न (High returns) :- Bonds और Fixed Deposits जैसे अन्य इन्वेस्टमेंट ऑप्शन से तुलना की जाये तो शेयर मार्किट निवेशकों को तुलनात्मक रूप से कम समय अवधि में अधिक रिटर्नदेता है लेकिन शेयर मार्किट रूल को फॉलो करना पड़ेगा जैसे : ट्रेडिंग की योजना बनाना, स्टॉप–लॉस और ले–प्रॉफिट ट्रिगर्स का उपयोग करना, अनुसंधान और उचित परिश्रम करना, और धैर्यवान होने से स्टॉक निवेश में निहित risk को काफी कम किया जा सकता है और शेयर बाजार निवेश पर रिटर्न को बढाया जा सकता है |

Share Market Benefits hindi

लाभ और हानि की कोई सीमा नहीं :- शेयर मार्किट के अन्दर प्रॉफिट और loss की कोई लिमिट नही है इसके अन्दर इन्वेस्टर के उपर निर्भर करता है की कितने अच्छे से ट्रेडिंग कर सकता है और अच्छे पैसे कमा सकता है |

No Time और Space Limit :- शेयर मार्किट एक सप्ताह के अन्दर 5 दिन और हर दिन 6 घंटे चलता है ओ आप अपनी मर्जी के हिसाब से ट्रेडिंग कर सकते है और इसके लिए ज्यादा स्पेस शेयर मार्किट में शेयर को खरीदना और बेचना कैसे है की जरुरत नही पड़ती है और जंहा अच्छा इन्टरनेट मिले वंहा से ट्रेडिंग कर सकते है |

Regulatory Environment and Framework :- इंडियन स्टॉक मार्किट को स्टॉक एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) द्वारा कण्ट्रोल किया जाता है SEBI के पास स्टॉक एक्सचेंजों को विनियमित करने, इसके विकास और इन्वेस्टर के अधिकारों की रक्षा करने की जिम्मेदारी है। इसका मतलब यह है कि जब इन्वेस्टर शेयर बाजार में वित्तीय प्रोडक्ट में निवेश करते हैं तो उसके साथ कोई धोखाधड़ी नही हो सकती है

शेयर कैसे ख़रीदे और बेचे ?जानिए हिंदी में

share kaise kharide aur beche

नमस्ते दोस्तों। आज हम share kaise kharide aur beche जाते हे ये देखने वाले हे। और साथ में आपको बताने वाला हूँ की। शेयर खरीदने या बेचने के लिए आपको किसी के पास जाने की जरुरत नहीं हे। आप अपने घर बैठे अपने मोबाइल या लैपटॉप से share kharide aur bech सकते हे।

शेयर बाजार में शेयर खरीदने या बेचने के लिए दो स्टॉक एक्सचेंज हे nse aur bse . इनके माध्यम से आप किसी भी कंपनी के शेयर को खरीद या बेच सकते हे।

share kaise kharide aur beche

सबसे पहले आपके पास एक demat account होना बहुत जरुरी हे। क्युकी डीमेट खाते के माध्यम से ही आप ऑनलाइन शेयर खरीद सकते हे। और डीमेट खता आपको इंडिया का कोई भी ब्रोकर खोल के दे सकता हे। हमारे इंडिया में बहुतसे फुल टाइम ब्रोकर हे जो आपको डीमेट खाता ३०० रुपये तक खोल के देते हे।

मेरे पास zerodha का डीमेट खाता हे। इसीलिए में आपको zerodha के मोबाइल अप्लीकेशन kite के माध्यम से share kaise शेयर मार्किट में शेयर को खरीदना और बेचना कैसे है शेयर मार्किट में शेयर को खरीदना और बेचना कैसे है kharide aur beche ये बताने वाला हूँ। zerodha एक अच्छा ब्रोकर हे। इंडिया का नंबर वन ब्रोकर फिलाल zerodha हे। तू शुरू करते हे zerodha के kite mobile app से share kaise kharide aur beche .

सबसे पहले zerodha kite में आपको आपका फंड (पैसे ) डालने होंगे। वो डीमेट खता आपके बैंक अकाउंट से जुड़ा होता हे। इसीलिए आप एक क्लिक से अपने बैंक खाते से अपने डीमेट खाते में अपना पैसा डाल सकते हे।

zerodha kite mobile aap

आपको डीमेट खाता खोलने के ब्रोकर एक client id देता हे और एक पासवर्ड देता हे। वो पासवर्ड आप बाद में बदल भी सकते हे। लेकिन आपका id नहीं बदल सकता। वो आपका फिक्स रहता हे। और आप ब्रोकर ने दिए हुए लिंक से kite नाम के अप्लीकेशन को अपने मोबाइल में डाउनलोड कर सकते हे। या डायरेक्ट भी playstore से aap इंस्टॉल कर सकते हे।

  1. सबसे पहले आपको अपने client id और password से kite aap को लॉगिन करना हे।
  2. आपको उपर watchlist नाम का टॅब दिखेगा। उसमे आप अपना पसंदीदा शेयर को रखा सकते हे।
  3. फिर उस शेयर पर क्लिक कीजिये। आपको निचे buy और sell का ऑप्शन आजायेगा।
  4. शेयर को खरीदने के लिए buy बटन पे क्लिक करना हे।
  5. उसकेबाद आपके सामने शेयर को कैसे खरीदना हे उसका फॉर्म खुल जायेगा। उस फॉर्म को आपको भरना हे।
  6. आपको कितने शेयर खरीदने हे उसकी संख्या उसमे डालनी हे। और अगर आप interday में शेयर खरीदना चाहते हो तो MIS पे क्लिक कीजिये।
  7. अगर आप डिलेवरी में शेयर खरीदना चाहते हो तो CNC पे क्लिक कीजिये।
  8. आप शेयर को किस प्राइज में खरीदना चाहते हो तो उसके लिए निचे दिए गए limit order पर क्लिक कीजिये अथवा अगर market order पर क्लिक कीजिये। आपका शेयर प्राइज जो भी चालू होगा उसपे आपको शेयर मिल जायेगा।
  9. आप अपने नुकसान को बचने के लिए स्टॉपलॉस भी लगा सकते हे। उसके लिए निचे दिए हुए stoploss बटन पे क्लिक करके उसमे स्टॉपलॉस कीमत दाल के आप स्टॉपलॉस लगा सकते हे।
  10. आप आपका टारगेट भी फिक्स कर सकते हे। उसके लिए टारगेट बटन पर क्लिक करने के बाद आपका टारगेट सेट हो जायेगा। जैसे ही आपके टारगेट पर आपके शेयर की प्राइज जाती हे। आपका शेयर अपने आप sell हो जायेगा।
  11. निचे दिए हुए swipe to buy बटन पे क्लिक करने के बाद आपका शेयर ख़रीदा जायेगा।

share ko kaise beche

शेयर को buy करने के बाद आपको अगर मुनाफा होने पर आप शेयर को बेच सकते हे। लेकिन अगर आप ने जिन दिन शेयर को ख़रीदा और उसी दिन बेच दिया तो उसे interday trading जाता हे। और अगर आप डिलेवरी में शेयर खरीदते हो। तो आप उस शेयर को लम्बे समय के लिए अपने डीमेट कहते में रख सकते हो। और अगर आप जिस दिन शेयर को खरीदते हो उस दिन को छोड़कर २ दिन बाद या महीने बाद शेयर को बेचते हो। तो उसे swing trading कहा जाता है।

  1. शेयर को बेचने से पहने अपने zerodha के kite आप्लिकेशन को लॉगिंग कर लेना हे।
  2. लॉगिन करने के बाद portfolio नाम के तब में जाना हे।
  3. उसमे आपक ख़रीदा हुए शेयर रहेंगे ,अगर डिलेवरी में खरीद तो holding में रहेगा। और interday में ख़रीदा तो वो शेयर position में रहेगा।
  4. फिर उस ख़रीदे हुए शेयर मार्किट में शेयर को खरीदना और बेचना कैसे है शेयर पर क्लिक करो। क्लिक करने के बाद exit बटन पर क्लिक करो।
  5. फिर आपके सामने शेयर को बेचने का एक फॉर्म निकल आएगा। उस फॉर्म को भरो। वैसे ही जैसे खरीदते वक्त भरा था। आपको कितने शेयर बेचने हे उतनी संख्या भरो।
  6. डायरेक्ट मार्किट प्राइज पर शेयर की बेचना हे तो market बटन पर क्लिक करो। ता अगर कोई दूसरी कीमत पर शेयर को बेचना हे तो limit बटन पे क्लिक कीजिये।
  7. और निचे दिए हुए swipe to sell बटन पर क्लिक शेयर मार्किट में शेयर को खरीदना और बेचना कैसे है करने के बाद आपका ख़रीदा हुआ शेयर बिक जायेगा।

शेयर मार्केट में पैसा कमाने के लिए जितना जरूरी एक अच्छे स्टॉक में निवेश करना है उतना ही जरूरी सही समय आने पर उसे बेच देना भी है. कई निवेशक यहां गलती करते हैं और फिर उन्हें बेहद कम मुनाफे या घाटे का सामना करना पड़ता है.

  • News18Hindi
  • Last Updated : June 24, 2022, 11:51 IST

नई दिल्ली. शेयर बाजार में निवेश करने के तीन चरण हैं. पहला एक अच्छा शेयर चुनना, दूसरा उसे खरीदना और तीसरा उसे सही समय पर बेचना. हालांकि, तीसरे हिस्से पर नए निवेशक उतना ध्यान नहीं देते और नतीजतन उन्हें बड़े घाटे का सामना करना पड़ता है.

शेयर बेचने का क्या सही समय होता है और निवेशक घाटा लेने के बाद भी भी शेयर क्यों नहीं बेच रहे होते आज इस लेख आपको इसी के बारे में बताएंगे.

शेयर बेचने का सही समय
इसके लिए कोई एक फिक्स टाइम या परिस्थिति नहीं है. बल्कि कई ऐसी परिस्थितियां बनती हैं जहां आपको मार्केट समझते हुए शेयरों को निकाल देना होता है. मिंट में मगध कैपिटल के सीईओ विपुल प्रसाद लिखते हैं कि ऐसी 5 परिस्थितियां हैं जहां निवेशकों को स्टॉक्स बेच देनी चाहिए. पहली, स्टॉक अपनी उस कीमत को पार कर चुका है जहां के बाद अब वह ओवरवैल्यु हो रहा है. यानी शेयर अपनी सही वैल्यु प्राप्त कर चुका है. अगर आप फिर भी शेयर में निवेशित रहते हैं तो आपको गिरावट झेलनी पड़ सकती है. दूसरी परिस्थिति है जहां आपको पता चल जाएगा कि आपने इंपल्स में आकर या गलत अनुमान के आधार पर शेयर खरीद लिए. निवेशक कई बार खुद को चुनौती देने के लिए जानबूझ कर भी ऐसा करते हैं.

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