खास टिप्स

आरओआई क्या है?

आरओआई क्या है?
4(b)(xi)

Online RTI Request Application Form Submit

RTI Full Form क्या है? आरटीआई ऑनलाइन कैसे लगाए पूरी जानकारी

भारत में किसी नागरिक को सरकार से कोई सवाल पूछना है या फिर कोई जानकारी लेनी है तो उसे RTI लगाने की सलाह दी जाती है। आरटीआई लगाने के कुछ समय बाद ही उन्हें सरकार से लिखित में उसका जवाब मिल जाता है। इंडिया में बहुत से लोग ऐसे भी है जिन्हें नहीं पता होता की RTI क्या होता है? RTI का मतलब और Full Form क्या होती है और आरटीआई ऑनलाइन कैसे लगाई जाती है? आरओआई क्या है? आरटीआई एक्ट से संबधित ऐसे सभी जानकारी आगे आपको विस्तार से देंगे, इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक पूरा पढ़े।

आरटीआई भारत के नागरिको को सुचना अधिकार देता है। वो सूचना किसी सरकारी काम, किसी कानून को लेकर या अपने अन्य किसी अधिकार से जुडी हो सकती है। उदहारण के लिए आपके गाँव में कोई निर्माण कार्य आरओआई क्या है? हुआ है जिसे गाँव के सरपंच द्वारा करवाया गया है और आपको उस निर्माण कार्य कुल लागत और अन्य जानकारी चाहिए तो आप उसके लिए RTI लगा सकते आरओआई क्या है? है। जिसके बाद आपके द्वारा मांगी गई जानकारी सीधा आरओआई क्या है? सरकार से आपको कुछ समय में ही मिल जाएगी। ये आरओआई क्या है? जानकारी संबधित सरकारी विभाग से मिलती है इसलिए इसकी प्रमाणिकता में भी कोई शक नहीं होता।

आरटीआई क्या है – What is RTI Meaning & Full Form

भारत का सविधान देश के नागरिको को सूचना का अधिकार प्रदान करता है। RTI भारतीय संसद द्वारा पारित किया गया ऐसा ही एक अधिनियम है जो भारतीय नागरिको के सूचना के अधिकार को लेकर नियम और प्रक्रिया निर्धारित करता है। RTI की मदद से आप किसी भी तरह की जानकारी ले सकते है। इस अधिनियम के आने से सरकार और देश के नागरिको के बीच पारदर्शिता भी बढती है।

सूचना का अधिकार पहले Freedom of Information Act, 2002 के नाम से था जिसे RTI Act से बदला गया था। भारत के संसद में 15 जून, 2005 में RTI ACT पास हुआ था। ये अधिनियम 12 अक्टूबर 2005 प्रभावी रूप से शुरू हुआ था। जिसके बाद से हर रोज हजारो आरटीआई दर्ज होती है जिनका जवाब एक निश्चित समय में नागरिको को दिया जाता है।

अगर आप किसी सरकारी संस्थान, किसी सरकारी कार्य या अन्य कोई जानकारी पाने के लिए RTI लगाना चाहते है आरओआई क्या है? तो आपको उससे संबधित विभाग में RTI Application Submit करनी होती है। उस संस्थान द्वारा उस RTI का जवाब 30 दिन के अंदर देना होगा। भारत के किसी भी राज्य का नागरिक आरटीआई ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से लगा सकता है, जिसके बारे में नीचे डिटेल में बात करेंगे।

आरटीआई कैसे लगाएं – How to Fill RTI Application Online

अपने सूचना के अधिकार RTI का इस्तेमाल आप Online और Offline दोनों तरीके से कर सकते है। नीचे हमने आरटीआई ऑनलाइन लगाने का तरीका बताया है।

  • आपको सबसे पहले RTI Online की ऑफिसियल वेबसाइट (rtionline.gov.in) पर जाना है।
  • आरटीआई वेबसाइट पर आपको कई विकल्प दिखाई देंगे जिसमे से मेनू में दिए Submit Request विकल्प पर आपको क्लिक कर देना है।

RTI Full Form in Hindi

  • इसके बाद अगले पेज पर आपको आरटीआई ऑनलाइन पोर्टल के उपयोग के लिए दिशानिर्देश दिखाई देंगे, जिन्हें आपको ध्यान से पढ़ लेना है। इसमें RTI application online submit करने से जुड़े रूल लिखे होगे।
  • दिशानिर्देश पेज पर नीचे ‘I have read and understood the above guidelines‘ के आगे दिए बॉक्स में टिक करने के बाद नीचे दिए Submit बटन पर क्लिक करे।

Online RTI File Kaise Kare ? RTI Ki Jankari Hindi Me | RTI Format

देश में बढ़ रहे भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए भारत सरकार ने 2015 एक अधिनियम लागू किया | जिसका नाम सूचना का अधिकार अर्थात RTI रखा गया | सूचना का अधिकार आरटीआई अधिनियम मुख्य रूप से भ्रष्टाचार के खिलाफ लाया गया है | इसके अंतर्गत कोई भी नागरिक किसी भी सरकारी विभाग से किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकता है | जानकारी प्राप्त करने के लिए सूचना के अधिकार के अंतर्गत पूछे जाने वाली आरओआई क्या है? सभी जानकारी तथ्यों पर आधारित होनी चाहिए | सूचना आरओआई क्या है? के अधिकार के अंतर्गत कोई भी नागरिक अपने क्षेत्र के विकास कार्य में खर्च हुए पैसे और स्थान के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है |

Online RTI File Kaise Kare ? RTI Ki Jankari Hindi Me | RTI Format

न रुकेगी, न दबेगी, अफसर को देनी होगी जानकारी, बस, आपको पता हो RTI, जानिए इसका प्रोसेस

RTI की मदद से हम सरकार से किसी भी तरह का सवाल कर सकते हैं. जानें क्या है RTI फाइल करने का सही तरीका.

alt

6

alt

9

alt

5

alt

इंदिरा आवास में धांधली

मेरी पंचायत में इंदिरा आवास प्रतीक्षा सूची बनी हुई है, लेकिन पंचायत सचिव धांधली करके किसी को भी इंदिरा आवास आवंटित आरओआई क्या है? कर देता है। आरटीआई के तहत जब मैंने इस बारे में सूचना मांगी तो सूचना नहीं दी गई। अपीलीय अधिकारी भी सूचना दिलवाने में असफल रहे। मैंने राज्य सूचना आयोग में अपील कर दी है। आख़िर लोक सूचना अधिकारी और अपीलीय अधिकारी मिलकर इस क़ानून का आरओआई क्या है? मज़ाक क्यों बना रहे हैं?

शिवानंद झा, मधुबनी, बिहार।
कोई भी क़ानून एक प्रक्रिया के तहत ही अपना काम करता है। यह अलग बातहै कि कुछ लोग मिलकर आरटीआई क़ानून की धज्जियां उड़ाने से बाज नहीं आते। आपने आरओआई क्या है? सूचना आयोग में जाकर अच्छा काम किया है। फिलहाल आपको राज्य सूचना आयोग के निर्णय का इंतज़ार करना पड़ेगा।

आरओआई क्या है?

Item No

Description

Comment of Railways

4(b)(i)

4(b)(ii)

4(b)(iii)

4(b)(iv)

4(b)(v)

नियम,विनियम,निर्देश, नियमावली और रिकॉर्ड जो इसके नियंत्रण में या इसके कर्मचारियों द्वारा अपने कार्यों के निर्वहन के लिए उपयोग किए जाते हैं।

रेल्वे बोर्ड निदेशालय ,

4(b)(vi)

4(b)(vii)

किसी भी व्यवस्था का विवरण जो कि उसकी नीतियों के निर्माण या उसके कार्यान्वयन के संबंध में जनता के सदस्यों के साथ परामर्श या प्रतिनिधित्व के लिए मौजूद है।

4(b)(viii)

रेटिंग: 4.17
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 392
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *