संकेत खरीदना

Elon Musk ने 44 अरब डॉलर से कम कीमत में ट्विटर संकेत खरीदना खरीदने के संकेत दिए
नई दिल्लीः टेस्ला (Tesla) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) एलन मस्क (Elon Musk) ने सोमवार को संकेत दिए कि वह माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर के अधिग्रहण के लिए 44 अरब डॉलर से कम राशि का भुगतान करना चाहेंगे. मस्क ने पिछले महीने साइट की खरीदारी के लिए 44 अरब डॉलर की पेशकेश की थी. ‘ब्लूमबर्ग न्यूज’ की एक खबर के मुताबिक, मियामी में आयोजित एक ‘टेक’ सम्मेलन में मस्क ने कहा कि ट्विटर (Twitter) के अधिग्रहण के संबंध में एक कम कीमत वाला व्यवहार्य समझौता संभव है. वेबसाइट ने एक ट्विटर यूजर द्वारा प्रसारित सम्मेलन के लाइव वीडियो के आधार पर यह रिपोर्ट प्रकाशित की है.
- 5% से भी कम अकाउंट फर्जी
- 54.20 डॉलर प्रति शेयर की कीमत
5% से भी कम अकाउंट फर्जी
रिपोर्ट के अनुसार, ‘ऑल इन समिट’ में मस्क ने अनुमान जताया कि ट्विटर पर मौजूद 22.9 करोड़ अकाउंट में से कम से कम 20 फीसदी अकाउंट ‘स्पैम बोट’ द्वारा संचालित किए जा रहे हैं. ‘स्पैम बोट’ इंटरनेट पर मौजूद उन स्वचालित सॉफ्टवेयर को कहते हैं, जो उपयोगकर्ताओं को बड़ी संख्या में स्पैम संदेश भेजते हैं या फिर ऑनलाइन मंचों पर बड़ी तादाद में स्पैम संदेश पोस्ट करते हैं. स्पैम संदेश का स्रोत इन्हें प्राप्त करने वाले लोगों को भी मालूम नहीं होता है। मस्क की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब उन्होंने ट्विटर के CEO पराग अग्रवाल के उन ट्वीट को लेकर उन पर निशाना साधा है, जिनमें कहा गया है कि ट्विटर ‘स्पैम बोट’ से निपटने की कवायद में जुटा है और साइट पर मौजूद 5% से भी कम अकाउंट फर्जी हैं.
54.20 डॉलर प्रति शेयर की कीमत
कुल मिलाकर, सम्मेलन में मस्क द्वारा की गई टिप्पणियों से विश्लेषक संकेत खरीदना अटकलें लगा रहे हैं कि टेस्ला के सीईओ या तो इस समझौते से पीछे हटना चाहते हैं या फिर कम कीमत में ट्विटर के अधिग्रहण की कवायद में जुटे हैं. उन्होंने इसके पीछे टेस्ला के शेयर की कीमतों में आई भारी गिरावट को जिम्मेदार ठहराया है, जिनमें से कुछ का इस्तेमाल मस्क ट्विटर के अधिग्रहण के लिए कोष जुटाने में करने वाले थे. मस्क ने 14 अप्रैल को ट्विटर को 54.20 डॉलर प्रति शेयर की कीमत पर खरीदने की पेशकश की थी. हालांकि, शुक्रवार को मस्क ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने ट्विटर के अधिग्रहण की योजना अस्थाई रूप से टाल दी है, क्योंकि वह साइट पर मौजूद फर्जी अकाउंट की संख्या आंकने की कोशिशों में जुटे हैं.
टिकटॉक की भारत में वापसी के संकेत, इस कंपनी ने खरीदने में ली दिलचस्पी
जापान की यह दिग्गज कंपनी टिकटॉक का भारतीय कारोबार खरीदने के लिए पूरी सक्रियता के साथ भारतीय साझेदार की तलाश कर रही है.
टिकटॉक की मूल कंपनी बाइटडांस में जापान की कंपनी सॉफ्टबैंक की हिस्सेदारी है. इस बारे में सॉफ्टबैंक, बाइटडांस, रिलायंस और भारती एयरटेल ने कोई भी कमेंट करने से इनकार कर दिया.
टिकटॉक की चीनी पैरेंट कंपनी बाइटडांस में जापानी निवेश दिग्गज सॉफ्टबैंक की पहले से हिस्सेदारी है. कई रिपोर्ट के मुताबिक सॉफ्ट बैंक ने टिकटॉक का भारतीय कारोबार खरीदने की कोशिश शुरू की है. इस प्रक्रिया में सॉफ्ट बैंक रिलायंस जियो इंफोकॉम और भारती एयरटेल को भी साझेदार बनाने के लिए बातचीत कर रही है.
टेलीकॉम दिग्गज जियो और एयरटेल ने इस पर कोई टिप्पणी करने से इनकार किया है. सॉफ्टबैंक टिक टॉक का करोबार खरीदने के दूसरे विकल्प भी तलाश रहा संकेत खरीदना है.
जापानी कंपनी सॉफ्टबैंक ने भारत में ओला कैब, स्नैपडील, ओयो रूम्स जैसे कई स्टार्टअप में निवेश किया हुआ है. इससे पहले अगस्त में चर्चा शुरू हुई थी कि टिकटॉक के भारतीय कारोबार को रिलायंस खरीद सकती है.
बैन के वक्त जून 2020 में टिकटॉक के 30 फीसदी यूजर भारतीय थे. कंपनी की करीब 10 फीसदी कमाई भारत से होती थी. अप्रैल 2020 संकेत खरीदना तक गूगल प्ले स्टोर और एपल के आई स्टोर से टिकटॉक के 2 अरब डाउनलोड किए गए थे. इनमें से करीब 30.3 फीसदी या 61.1 करोड़ डाउनलोड सिर्फ भारत से थे.
कई रिपोर्ट के अनुसार टिकटॉक का भारत में चीन से भी ज्यादा डाउनलोड था. चीन में टिकटॉक का डाउनलोड सिर्फ 19.66 करोड़ है जो कि उसके कुल डाउनलोड का महज 9.7 फीसदी हिस्सा है.
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Dhanteras 2022: धनतेरस पर क्यों खरीदे जाते हैं बर्तन? जानिए इससे जुड़ी कथा
Dhanteras par bartan khareedne ka Mahatv: रोशनी का पर्व दीपवाली आने में बस कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। दीपावली का आरंभ धनतेरस से माना जाता है। धनतेरस को लेकर कई मान्यताएं जुड़ी हुई हैं। धनतेरस पर लोग खरीदारी करते हैं। इस दिन लोग सोना, चांदी और खासतौर पर बर्तन की खरीदारी जरूर करते हैं। कहते हैं कि धनतेरस के दिन आप जो भी खरीदेंगे तो उसकी तेरह गुना वृद्धि होगी। इसीलिए इस दिन लोग चल-अचल संपत्ति की खरीदारी करते हैं। कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस या धनत्रयोदशी का त्योहार मनाया जाता है। इस बार धनतेरस का त्योहार 23 अक्टूबर 2022, रविवार को मनाया जाएगा। धनतेरस के दिन लक्ष्मी गणेश के साथ भगवान कुबेर और धन्वंतरि देव की भी पूजा की जाती है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार इन सबी देवी देवताओं कि विधि विधान से पूजा करने से घर में धन-धान्य भरा रहता है व भगवान धन्वंतरि की कृपा से आरोग्यता की प्राप्ति होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि धनतेरस के दिन आखिर बर्तन खरीदने का इतना महत्व क्यों है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी पौराणिक कथा
इसलिए खरीदते हैं बर्तन
पौराणिक कथा के अनुसार, जब देवताओं और दानवों ने अमृत कलश के लिए समुद्र मंथन किया। तब इस मंथन के दौरान एक एक करके 14 रत्नों की प्राप्ति हुई। उन्हीं 14 रत्नों में माता लक्ष्मी जी भी एक मानी जाती है। लक्ष्मी जी की तरह भगवान धनवंतरि भी समुद्र मंथन के दौरान उत्पन्न हुए थे। भगवान धनवंतरि जब प्रकट हुए तब उनके हाथ में अमृत कलश था। मान्यता है की इस वजह से धनतेरस के दिन बर्तन खरीदने की परंपरा है। भगवान धन्वंतरि के हाथ में उत्पन्न होने के समय पीतल का कलश था, इसीलिए इस दिन पीतल के बर्तन खरीदने का महत्व है।
टू व्हीलर्स खरीदना होगा सस्ता, वित्तमंत्री ने जीएसटी दर घटाने के दिये संकेत
नई दिल्ली। केंद्र सरकार टू व्हीलर्स पर जीएसटी दर को कम करने पर विचार कर रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि गुड्स एंड सर्विसेज संकेत खरीदना टैक्स (जीएसटी) काउंसिल टू-व्हीलर वाहनों पर टैक्स की दरों पर ध्यान देगी। उन्होंने कहा कि ऑटो इंडस्ट्री की जीएसटी रेट को कम करने की मांग पर ध्यान दिया जाएगा। यह बात भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के साथ हुई बैठक में सीतारमण ने कही।
टू-व्हीलर पर 28 प्रतिशत जीएसटी लगता है
जीएसटी घटाने के सुझाव पर वित्त मंत्री ने कहा कि ये वास्तव में एक अच्छा सुझाव है, इसे त्रस्ञ्ज काउंसिल की बैठक में उठाया जाएगा, क्योंकि टू-व्हीलर न तो लग्जरी आइटम है और न ही नुकसानदेह आइटम। इस वक्त टू-व्हीलर पर 28 प्रतिशत जीएसटी लगता है। सीआईआई की तरफ से कहा गया कि वित्त मंत्री ने भरोसा दिया कि इंडस्ट्री की ओर से दिया गया ये एक बेहतर सुझाव है, इसलिए टू-व्हीलर की त्रस्ञ्ज दरों में बदलने के बारे में सोचा जाएगा।
फेस्टिव सीजन में बिक्री में आएगी तेजी
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन की वजह से ऑटो इंडस्ट्री की रफ्तार थम सी गई थी। वहीं, अब ऑटो कंपनियां फेस्टिव सीजन का पूरा फायदा उठाना चाहेंगी। फेस्टिव सीजन आने वाला है। ऐसे में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान के बाद ये माना जा रहा है कि त्योहारों से पहले टू-व्हीलर्स सस्ते हो सकते हैं। वाहन सस्ते होने के बाद इनकी मांग में तेजी आएगी।