जमा के लिए शुल्क

भारतीय भागीदारी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत लगने वाला शुल्क –
SBI अकाउंट में कैश जमा करने पर भी कटते हैं पैसे, जानिए कारण
देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के ग्राहकों के लिए अहम खबर है। दरअसल, SBI का एक ऐसा नियम है जिसके मुताबिक आपके बैंक अकाउंट से किसी दूसरे बैंक में पैसा जमा कराते हैं तो आप के खाते से पैसे कट जाएंगे। ये नियम कैश डिपॉजिट मशीन यानी CDM से पैसा जमा कराने पर ही लागू होता है। अगर किसी ने आपके बैंक खाते में CDM के जरिये पैसा जमा कराया है तो इसका थोड़ा चार्ज आपके बैंक खाते से भी कटेगा। यहां आपको बता दें कि एक बार पैसा जमा करने पर अकाउंटहोल्डर के खाते से 25 रुपये तक कटते हैं और इस 25 रुपये में GST भी शामिल होता है।
कैसी होती है CDM मशीन
SBI की वेबसाइट पर दी जानकारी के मुताबिक यह एक ATM जैसी मशीन होती है। इस मशीन के जरिये आप ATM या डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करके सीधे अफने खाते में कैश जमा कर सकते हैं। आप ब्रांच में गए बिना अपने खाते में तुरंत इस मशीन के जरिये पैसा जमा कर सकते हैं। इसमें आपको कैश जमा करने की रसीद मिल जाती है। लेकिन जमा के लिए शुल्क आपके खाते से 25 रुपये भी कट जाते हैं। ये एक तरह का सर्विस चार्ज है जिसमें GST शामिल है।
बैंक लॉकर में कीमती समान रखते हैं तो. बैंक अनुसार जान लें लॉकर शुल्क, कैसे तय होती है कीमत
Bank Locker charges
gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 18 जनवरी 2022,
- (Updated 18 जनवरी 2022, 8:04 PM IST)
समय पर भुगतान नहीं करने पर बंद हो जाएगा लॉकर
बैंक लॉकर को सेफ लॉकर के नाम से भी जाना जाता है. लॉकर को कीमती सामान रखने के लिए जाना जाता है. बैंक इस सेवा के लिए शुल्क लेते हैं, जो लॉकर के आकार के आधार पर होता है. कई बैंक और उनकी कुछ शाखाएं अपने ग्राहकों को जमा राशि के बदले में बैंक लॉकर प्रदान करती हैं. उपलब्धता के आधार पर लॉकर आवंटित किया जाता है.आज हम आपको बैंक लॉकर के शुल्क और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), आईसीआईसीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और एक्सिस बैंक में उपलब्ध लॉकर और उनके आकारों पर एक नजर डालेंगे. (सभी शुल्क और लॉकर के आकार संबंधित बैंक की वेबसाइटों के अनुसार हैं.)
एसबीआई लॉकर शुल्क
बैंक की वेबसाइट के अनुसार, लॉकर के आकार और शहर के आधार पर बैंक लॉकर शुल्क 500 रुपये से 3,000 रुपये तक होता हैं. छोटे, मध्यम, बड़े और ज्यादा बड़े आकार के लॉकर के लिए बैंक मेट्रो और शहरी क्षेत्रों में क्रमशः 2,000 रुपये, 4,000 रुपये, 8,000 रुपये और 12,000 रुपये का शुल्क लेता है. बैंक अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे, मध्यम, बड़े और अतिरिक्त बड़े आकार के लॉकर के लिए क्रमशः 1,500 रुपये, 3,000 रुपये, 6,000 रुपये और 9,000 रुपये का शुल्क लेता है.
जमा के लिए शुल्क
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मुख्य आयुक्त के डेस्क से
व्यापार करने में आसानी को बढ़ावा देने के सरकार के एजेन्डा के अनुसार सभी हितधारकों को निरन्तर प्रोत्साहन देने एवं सहायता करने के लिए केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमाशुल्क बोर्ड के अधीन एक फील्ड संरचना के नाते दिल्ली सीमाशुल्क जोन वचनबद्ध है। लागू टैरिफ तथा व्यापार नीतियों के अनुसार न्याय संगत एवं पारदर्शी तरीके से राजस्व वसूली के लिए हम प्रयासरत हैं। हमारी कार्य योजना के हिस्से के रूप में, एक ओर हम व्यवसायियों को उनकी लागत प्रतिस्पर्द्धात्मकता को बढ़ाने, स्वैच्छिक अनुपालन को प्रोत्साहित करने तथा परस्पर विश्वास का निर्माण करने में उनकी मदद करने का प्रयत्न करते हैं और वहीं दूसरी ओर शुल्क चोरी, वाणिज्यिक धोखाधड़ी तथा तस्करी गतिविधियों को रोकने के उपाय करने के जमा के लिए शुल्क लिए भी संघर्षरत हैं । पूर्ण संदेश यहां पढ़ेंव्यापार करने में आसानी को बढ़ावा देने के सरकार के एजेन्डा के अनुसार सभी हितधारकों को निरन्तर प्रोत्साहन देने एवं सहायता जमा के लिए शुल्क करने के लिए केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमाशुल्क बोर्ड के अधीन एक फील्ड संरचना के नाते दिल्ली सीमाशुल्क जोन वचनबद्ध है। लागू टैरिफ तथा व्यापार नीतियों के अनुसार न्याय संगत एवं पारदर्शी तरीके से राजस्व वसूली के लिए हम प्रयासरत हैं। हमारी कार्य योजना के हिस्से के रूप में, एक ओर हम व्यवसायियों को उनकी लागत प्रतिस्पर्द्धात्मकता को बढ़ाने, स्वैच्छिक अनुपालन को प्रोत्साहित करने तथा परस्पर विश्वास का निर्माण करने में उनकी मदद करने का प्रयत्न करते हैं और वहीं दूसरी ओर शुल्क चोरी, वाणिज्यिक धोखाधड़ी तथा तस्करी गतिविधियों को रोकने के उपाय करने के लिए भी संघर्षरत हैं ।
बैंक में पैसा जमा करने का देना होगा शुल्क, HDFC 1 नवंबर से बदलने जा रही है ये. नियम
नईदिल्ली/वेबडेस्क। यदि आपका खाता एचडीएफसी बैंक में है तो ये आपके लिए बेहद जरूरी खबर है। इस बैंक के करोड़ो ग्राहक है, जो बड़ी संख्या में रोजाना लेनदेन करते है। इस निर्णय का असर उन सभी ग्राहकों पर पड़ने वाला है।
दरअसल, एचडीएफसी बैंक ने एचसीएलआर आधारित ऋणों पर ब्याज दर बढ़ाने के बाद अब नकद जमा करने पर लगने वाले शुल्क को बढ़ाने का निर्णय लिया है। बैंक का यह निर्णय एक नवंबर से लागू हो जाएगा। कैश डिपाजिट के लिए फ्री लिमिट खत्म होने के बाद ये चार्ज वसूले जाएंगे।
इन बैंक अकाउंट्स पर लगेगा चार्ज -
बैंक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, अधिकतर चार्ज करंट अकाउंट , एसेट करंट अकाउंट , एक्टिव करंट अकाउंट ), प्लस करंट अकाउंट , प्रीमियम करंट अकाउंट, रेग्युलर करंट अकाउंट, ई-कॉमर्स करंट अकाउंट , प्रोफेशनल करंट अकाउंट, एग्री करंट अकाउंट, ट्रेड करंट अकाउंट, फ्लैक्सी करंट अकाउंट, हॉस्पिटल / नर्सिंग होम, मर्चेंट एडवांटेज करंट अकाउंट आदि पर लगाए हैं। वर्तमान में त फ्री लिमिट खत्म होने के बाद 3 रुपये प्रति एक हजार या कम से कम 50 रुपये एक ट्रांजेक्शन पर लिए जाते है। अब 1 नवंबर बैंक की तरफ से प्रति एक हजार रुपये पर 3.5 रुपये वसूले जाएंगे। हालांकि प्रति ट्रांजेक्शन लगने वाला चार्ज 50 रुपये ही रहेगा।