विकल्प प्रकार

(6) प्रश्न–पत्र में विभेदकारिता तथा व्यापकता होनी चाहिए तभी वह प्रतिभाशाली, मध्यम एवं पिछड़े स्तर के छात्र के लिए उपयोगी हो सकता है।
सादृश्यता परीक्षण शार्ट ट्रिक
सादृश्यता (analogy) का अर्थ समानता होता है. सादृश्यता परीक्षण का उद्देश्य वस्तुओं के बीच समानता या उनमें अन्तर्निहित आन्तरिक संबंधों को समझने एवं विश्लेषण करने की योग्यता को परखना होता है.
इससे संबंधित प्रश्न विभिन्न तत्वों, वस्तुओं, घटनाओं, क्रियाओं इत्यादि के अंतर्संबंधों को समझने और परखने की योग्यता की जांच के लिए होते हैं. यद्यपि ऐसे प्रश्न आसान प्रतीत होते हैं, किन्तु थोड़ी भी असावधानी पर गलत होने की सम्भावना बनी रहती है. अतः विकल्प प्रकार ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय पूरी सावधानी बरतनी चाहिए.
सादृश्यता पर प्रश्न प्रत्येक प्रकार के संबंधों पर भी आधारित होते हैं जो हम सोचते हैं या जिसे हम अपने दैनिक जीवन में पाते हैं. ये प्रश्न सामान्यतः अंक, अक्षर तथा शब्द पर आधारित होते हैं. अक्षरों पर आधारित प्रश्नों को हल करने के लिए अंग्रेजी वर्णमाला के प्रत्येक अक्षरों का क्रमांक (बायीं ओर से और दायीं ओर से) याद रखनी चाहिए.
साधित उदाहरण (विकल्प प्रकार Solved Examples)
हल (2): जिस प्रकार अक्षर ‘b’ का उच्चारण ‘doubt’ शब्द में नहीं किया जाता है, उसी प्रकार अक्षर ‘h’ का उच्चारण शब्द honest में नहीं किया जाता है.
- झूठ
- विश्वासघात
- बेईमानी
- सत्य
हल (2): जिस प्रकार ‘प्रवेश’ का विपरीत ‘निर्गम’ होता है, उसी प्रकार ‘निष्ठा’ का विपरीत ‘विश्वासघात’ होता है.
- HEART : TRAHE
- OPENS : SNEOP
- RISKY : IRSYK
- FIRST : IFRST
हल (3): जिस विकल्प प्रकार प्रकार प्रश्न में दिए ‘OFTEN’ के अक्षरों का स्थानान्तरण ‘FOTNE’ में होता है, ठीक उसी विकल्प प्रकार प्रकार केवल उत्तर विकल्प ‘3’ में ‘RISKY’ के अक्षरों का स्थानान्तरण ‘IRSYK’ के अक्षरों में होता है.
जिस प्रकार, O1 F2 T3 E4 N5 ⇒ F2 O1 T3 N5 E4
उसी प्रकार, R1 I2 S3 K4 Y5 ⇒ I2 R1 S3 Y5 K4
विकल्प प्रकार
Que : 57. आदर्श प्रश्न पत्र-निर्माण हेतु आवश्यक पदों का वर्णन कीजिए।
Answer: 1. प्रश्न–पत्र डिजायन का निर्माण– पहले इकाई जाँच–पत्र की रूपरेखा बनाना आवश्यक है जिसमें निम्न पक्षों का ध्यान रखा जाना चाहिए–
(i) शिक्षण उद्देश्यों का अंक भार– इकाई हेतु पूर्व निर्धारित विशिष्ट उद्देश्यों में विकल्प प्रकार जिन उद्देश्यों की उपलब्धि की जाँच करना विकल्प प्रकार है उन्हें प्रश्न–पत्र के पूर्णांक में से अंक भार निश्चित करना चाहिए। छात्रों में व्यवहार परिवर्तन लाने के लिए (ज्ञान, अवबोध, ज्ञानोपयोग तथा कौशल) पर अंक भार दिया जाना चाहिए।
यहाँ शिक्षण प्रशिक्षण (प्रथम वर्ष) गणित शिक्षण हेतु प्रश्न–पत्र बनाने के लिए नमूनार्थ लिया गया है जिसमें कुल अंक 75 और प्रश्न 33 का निर्धारण किया गया है।
(i) प्रश्नों के प्रकार पर अंक भार– प्रश्न–पत्र में सभी प्रकरणों का समावेश हो इस दृष्टि से प्रश्नों की संख्या इस प्रकार निर्धारित करनी होती है कि निबंधात्मक प्रश्नों की संख्याकम हो तथा लघु उत्तरात्मक, अति–लघु उत्तरात्मक एवं वस्तुनिष्ठ (बहुविकल्पी) प्रश्नों की संख्या आवश्यकतानुसार अधिक हो। वस्तुनिष्ठ तथा अति–लघु उत्तरात्मक प्रश्नों को प्रश्न–पत्र में भाग (अ) एवं लघु–उत्तरात्मक, निबंधात्मक प्रश्नों को भाग (ब) में स्थान दिया जाता है।
जैविक खाद बनाने का भरोसेमंद एवं सस्ता विकल्प है विकल्प प्रकार ‘प्रोम’ (PROM) Reading Time : 7 minutes -->
क्या आप जानते हैं फसल के उत्पादन में फॉस्फेट तत्व का प्रमुख योगदान होता है! रासायनिक उर्वरकों के लगातार उपयोग करने से खेती की लागत भी बढ़ती जा रही है, विकल्प प्रकार जमीन सख्त हो रही है, भूमि में पानी सोखने की क्षमता घटती जा रही है। वहीं दूसरी तरफ भूमि तथा उपभोक्ताओं के विकल्प प्रकार स्वास्थ पर प्रतिकूल असर भी पड़ रहा है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए नया उत्पाद विकसित किया गया है, जिसमें कार्बनिक खाद के साथ-साथ रॉक फॉस्फेट की मौजूदगी भी होती है। जिसे हम प्रोम के विकल्प प्रकार नाम से जानते हैं।
‘प्रोम’ को विस्तार पूर्वक समझते हैं
ग्रोथ और डिविडेंड ऑप्शन्स के बीच क्या अंतर है?
कुछ निवेशक म्यूचुअल फंड्स में इसलिए निवेश करते हैं क्योंकि वे लंबी विकल्प प्रकार अवधि में पैसे बनाना चाहते हैं। वे अपने करियर की शुरुआत में ही निवेश करना शुरू कर देते हैं। फिर ऐसे निवेशक होते हैं जो रिटायरमेंट (सेवानिवृत्ति) के करीब होते हैं या जिनके पास निवेश करने के लिए रिटायरमेंट की रकम होती है जो सेवानिवृत्ति के दौरान उनकी आय के स्रोतों की पूरक हो सकती है। इन दोनों विपरीत निवेश-संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए म्यूचुअल फंड्स दो विकल्प पेश करते हैं।
ग्रोथ विकल्प प्रकार ऑप्शन भावी विकास और फंड वैल्यू को बढ़ाने के लिए फंड में होने वाले मुनाफ़े को उसकी अंतर्निहित सिक्योरिटीज़ में पुनः निवेश करता है। ग्रोथ प्लान की NAV ज़्यादा होती है क्योंकि सिक्योरिटीज़ से होने वाले मुनाफ़े को वापस स्कीम में निवेश कर दिया जाता है और चक्रवृद्धि ब्याज अपना कमाल दिखाता है।