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कॉल विकल्प

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सरकार ने शेयर खरीद समझौतों में 'पुट ऐंड कॉल' विकल्प की अनुमति देने का फैसला किया है जिससे भारतीय कंपनियों में विदेशी निवेश को बढ़ावा मिलने की राह खुलेगी। इस विकल्प के तहत सूचीबद्ध कंपनियां भविष्य में पहले से तय दाम पर शेयरों को बेच या खरीद सकेंगी।

उल्लेखनीय है कि प्रतिभूति अनुबंध (नियमन) कानून के तहत पुट ऐंड कॉल विकल्प को डेरिवेटिव कारोबार के रूप में लिया जाता है और शेयर बाजार के बाहर इसकी अनुमति नहीं होती।

हालांकि गैर सूचीबद्ध कंपनियां इस विकल्प को अपना सकती हैं। सरकार के इस कदम पर केपीएमजी इंडिया के भविन शाह ने कहा, 'रणनीतिक निवेशकों के साथ-साथ निजी इक्विटी फंडों को भी इस कदम का फायदा होगा।'

शेयर खरीद समझौतों में पुट और कॉल विकल्प के प्रस्ताव को दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल के कानून मंत्रालय का कार्यभार संभालने के अगले ही दिन दे दी गई। वित्त मंत्रालय और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की अनुमति के बाद प्रस्ताव अमल में आ जाएगा।

सिब्बल ने संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने इस प्रस्ताव को वित्त मंत्रालय के ब्रिटिश दूरसंचार कंपनी वोडाफोन के साथ कर-विवाद मामले में समझौता करने के आग्रह के साथ ही मंजूरी दे दी थी।

'पुट' विकल्प के तहत शेयरधारक को तय अवधि के भीतर कुछ शेयरों को पहले से तय मूल्य पर बेचने का अधिकार मिलता है। जहां तक 'कॉल' विकल्प की बात है इसमें खरीदार को तय संख्या में शेयरों की किसी निर्धारित अवधि में किसी मूल्य पर खरीदने का अधिकार होता है।

WhatsApp Update: व्हाट्सएप ग्रुप कॉल के लिए कॉल विकल्प अब शेयर कर सकेंगे लिंक, जारी हुआ नया फीचर

हाल ही में व्हाट्सएप के इस फीचर्स की जानकारी मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए दी थी। उन्होंने कहा था कि जल्द ही वीडियो कॉलिंग के लिए 32 यूजर का विकल्प मिलेगा यानी 32 लोग एक साथ वीडियो कॉल कर सकेंगे।

WhatsApp ग्रुप कॉल

इंस्टैंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप (WhatsApp) ने वीडियो कॉल के लिए लिंक शेयर ऑप्शन को रोलआउट कर दिया है। अब आप WhatsApp ग्रुप कॉल या मीटिंग के लिंक शेयर कर सकेंगे। WhatsApp ने अपने इस नए फीचर को Call Links नाम दिया है। साथ ही ग्रुप कॉल में एक साथ 32 मेंबर को शामिल किया जा सकेगा। इस फीचर्स की मदद से पहले से चल रही व्हाट्सएप मीटिंग को भी ज्वाइन किया जा सकेगा। बता दें कि अब तक ये फीचर गूगल मीट और जूम वीडियो कॉलिंग एप पर मिलता था।

हाल ही में व्हाट्सएप के इस फीचर्स की जानकारी मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए दी थी। उन्होंने कहा था कि जल्द ही वीडियो कॉलिंग के लिए 32 यूजर का विकल्प मिलेगा यानी 32 लोग एक साथ वीडियो कॉल कर सकेंगे। साथ ही मीटिंग का लिंक भी शेयर किया जा सकेगा।

WhatsApp के इस नए फीचर को पहले बीटा टेस्टिंग के लिए जारी किया गया था, अब इस फीचर्स को सभी यूजर्स के लिए जारी कर दिया गया है। बता दें कि इससे पहले ही व्हाट्सएप में ग्रुप वॉयस कॉल के लिए 32 यूजर्स के शामिल होने की सुविधा है। अब इस सुविधा को वीडियो कॉल के लिए भी जारी किया गया है।

नए अपडेट के बाद WhatsApp यूजर्स को Call वाले ऑप्शन में ‘Create Call Links' नाम का एक और नया विकल्प मिलेगा। इस लिंक पर क्लिक करते ही आपको ' Send Link Via Whatsapp', कॉपी लिंक और शेयर लिंक का ऑप्शन दिखाई देगा। यानी आप यहां से सीधे व्हाट्सएप ग्रुप कॉल लिंक को शेयर कर कॉल विकल्प सकते हैं। साथ ही यहीं ये कॉल टाइप को वॉयस और वीडियो में भी बदला जा सकता है। यानी आप कॉल विकल्प वॉयस कॉल लिंक और वीडियो कॉल लिंक दोनों को शेयर कर सकते हैं।

विस्तार

इंस्टैंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप (WhatsApp) ने वीडियो कॉल के लिए लिंक शेयर ऑप्शन को रोलआउट कर दिया है। अब आप WhatsApp ग्रुप कॉल या मीटिंग के लिंक शेयर कर सकेंगे। WhatsApp ने अपने इस नए फीचर को Call Links नाम दिया है। साथ ही ग्रुप कॉल में एक साथ 32 मेंबर को शामिल किया जा सकेगा। इस फीचर्स की मदद से पहले से चल रही व्हाट्सएप मीटिंग को भी ज्वाइन किया जा सकेगा। बता दें कि अब तक ये फीचर गूगल मीट और जूम वीडियो कॉलिंग एप पर मिलता था।

मेटा के सीईओ ने की थी घोषणा

हाल ही में व्हाट्सएप के इस फीचर्स की जानकारी मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए दी थी। उन्होंने कहा था कि जल्द ही वीडियो कॉलिंग के लिए 32 यूजर का विकल्प मिलेगा यानी 32 लोग एक साथ वीडियो कॉल कर सकेंगे। साथ ही मीटिंग का लिंक भी शेयर किया जा सकेगा।

WhatsApp के इस नए फीचर कॉल विकल्प को पहले बीटा टेस्टिंग के लिए जारी किया गया था, अब इस फीचर्स को सभी यूजर्स के लिए जारी कर दिया गया है। बता दें कि इससे पहले ही व्हाट्सएप में ग्रुप वॉयस कॉल के लिए 32 यूजर्स के शामिल होने कॉल विकल्प की सुविधा है। अब इस सुविधा को वीडियो कॉल के लिए भी जारी किया गया है।

ऐसे काम करेगा फीचर्स

नए अपडेट के बाद WhatsApp यूजर्स को Call वाले ऑप्शन में ‘Create Call Links' नाम का एक और नया विकल्प मिलेगा। इस लिंक पर क्लिक करते ही आपको ' Send Link Via Whatsapp', कॉपी लिंक और शेयर लिंक का ऑप्शन दिखाई देगा। यानी आप यहां से सीधे व्हाट्सएप ग्रुप कॉल लिंक को शेयर कर सकते हैं। साथ ही यहीं ये कॉल टाइप को वॉयस और वीडियो में भी बदला जा सकता है। यानी आप वॉयस कॉल लिंक और वीडियो कॉल लिंक दोनों को शेयर कर सकते हैं।

Uber एप्लीकेशन के द्वारा अब करे ड्राईवर को फ्री में कॉल; जाने पूरी प्रक्रिया

पिछले साल जून में VoIP कालिंग फीचर को कुछ कॉल विकल्प जगहों पर पेश करने के बाद Uber ने इस सर्विस को अब इंडिया में भी रोल-आउट कर दिया है। इस नए फीचर के तहत यूजर टैक्सी को बुक करने के बाद एप्लीकेशन के द्वारा ही ड्राईवर से कॉल पर बात कर सकते है जिसके लिए आपको अपना नंबर भी नहीं बताना पड़ेगा।

अभी तक ड्राईवर से बात करने के लिए आपके पास सिअर्फ़ SMS या सेलुलर कॉल की ही सुविधा मिलती है। अब आप नार्मल कॉल के अलावा आप ड्राईवर को VoIP के साथ बिना नंबर बताये कॉल कर सकते है और ठीक उसी तरह आपका ड्राईवर भी आपको कॉल कर सकता है बस मुख्य रूप से यहाँ पर नेटवर्क कनेक्टिविटी उपलब्ध चाहिए होगी।

कैसे करे Uber एप्लीकेशन से फ्री कॉल?

यह फीचर मुख्य तौर पर इसलिए पेश किया गया है ताकि कम्युनिकेशन के लिए आपको पाने नंबर को सार्वजानिक ना करना पड़े। यहाँ पर आप आसनी से किसी भी कनेक्टेड Wi-Fi नेटवर्क के साथ भी कॉल की सुविधा का इस्तेमाल कर सकते है।

  • सबसे पहले आपको अपनी टैक्सी बुक करनी होगी और उसके बाद आप अपनी ट्रिप की डिटेल्स देख सकते है।

  • इसी डिटेल्स में आपको ड्राईवर के नाद के साथ नीचे की तरफ कॉल करने का आइकन भी बना हुआ दिखाई देगा।

  • जिसपर टेप करने के बाद आपको ड्राईवर के नंबर के साथ फ्री कॉल का विकल्प भी दिखाई देगा

  • फ्री कॉल विकल्प को चुनने के बाद एप्लीकेशन को माइक्रो फ़ोन इस्तेमाल करने की परमिशन के लिए एक पॉप-अप दिखाई देगा।

  • परमिशन देने के बाद कॉल शुरू हो जाएगी जिस पर आपको म्यूट और स्पीकर जैसे फीचर भी दिए गये है।

फ्री कॉल होगी प्रोटेक्टेड?

VoIP सर्विस के तहत होने वाली कालिंग के साथ यह अभी साफ़ नहीं किया गया है की यहाँ पर आपको Whatsapp की तरह एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन की सुविधा दी जाएगी या नहीं।

यहाँ पर माइक्रोफोन को इस्तेमाल किये जाने की परमिशन मांगी जाती है जो इन-एप्प कालिंग के लिए अन्निवार्ये है लेकिन हो सकता है कि कंपनी ड्राईवर और यूजर के बीच की बात को रिकॉर्ड भी कर सके ताकि आगे किसी भी प्रकार की असुविधा होने पर वह जान पाए की मामला क्या था? या जो ट्रिप बुक की गयी है उसको कैंसिल करने की वजह क्या रहती है की ड्राईवर कैंसिल करता है या यूजर ही कोई अनियमित सुविधा मांग कर टैक्सी को कैंसिल करता है?

अगर आप इस सुविधा का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे है तो अपनी Uber एप्लीकेशन को अभी अपडेट करे।

आतंकी खतरा और पाकिस्तानी कॉल. दिल्ली में आखिर लैंड क्यों नहीं हुआ ईरानी विमान?

ईरानी विमान और बम वाली अफवाह ने भारत की सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया था. आलम ये रहा कि दिल्ली एयरपोर्ट पर विमान को लैंडिंग की इजाजत तक नहीं दी गई. अब सवाल ये उठता है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि विमान को दिल्ली में लैंड करने नहीं दिया गया? खतरा कितना बड़ा था और क्या कोई आतंकी कनेक्शन भी रहा?

ईरानी विमान और बम की अफवाह (फाइल)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 03 अक्टूबर 2022,
  • (अपडेटेड 03 अक्टूबर 2022, 11:37 PM IST)

ईरान के तेहरान से उड़ान भरने वाले एक विमान ने पाकिस्तान से लेकर भारत तक और फिर चीन में हाई अलर्ट करवा दिया. बम की अफवाह ने यात्रियों की जान को तो खतरे में डाला ही, इसके अलावा बड़े आतंकी हमले की ओर भी इशारा कर दिया. कहने को अफवाह थी, लेकिन क्योंकि कोई पुख्ता जानकारी नहीं रही, ऐसे में भारत में भी आपातकाल जैसी स्थिति बन गई. जैसे ही बम वाली सूचना मिली, दिल्ली का एयर ट्रैफिक कंट्रोलर सक्रिय हुआ, वायुसेना को एक्टिव किया गया और देखते ही देखते मिशन मोड पर एक ऑपरेशन शुरू किया गया. ऑपरेशन था उस विमान की सच्चाई जानने का, बम वाली अफवाह को डीकोड करने का और सबसे बड़ा सवाल- क्या ईरानी विमान को दिल्ली में लैंड करने की इजाजत दी जाए या नहीं?

अब क्योंकि इस पूरे मिशन को भारतीय वायुसेना लीड कर रही थी, ऐसे में देश की सुरक्षा सर्वोपरि रही कॉल विकल्प और किसी भी कीमत पर उसे जोखिम में नहीं डाला जा सकता था. इसी वजह से फैसला हुआ कि ईरानी विमान को दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंडिंग की परमीशन नहीं दी जाएगी. पायलट जरूर कहता रहा कि उसे दिल्ली में लैंड करना पड़ेगा, लेकिन वायुसेना ने उस मांग को सिरे से खारिज कर दिया. दो विकल्प दिए गए- या तो विमान चंडीगढ़ में लैंड हो जाए या फिर जोधपुर में. अब ये विकल्प तो दिए गए, लेकिन सवाल ये रहा कि दिल्ली में लैंडिंग की इजाजत क्यों नहीं दी गई?

दरअसल इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता था कि ईरानी फ्लाइट में विस्फोटक का जखीरा मौजूद हो.दिल्ली को निशाना बनाने के लिए ईरानी फ्लाइट के सहाने आतंकी साजिश को अंजाम दे सकते थे. अगर कॉल विकल्प ऐसा कुछ होता तो दिल्ली में विमान की लैंडिंग से एयरपोर्ट भी बंद करना पड़ सकता था, ऐसी सूरत में जांच एजेंसिया ऐसा जोखिम नहीं उठाना चाहती थी. इसके अलावा कई ऐसे सवाल थे जिनके जवाब एजेंसियों के पास नहीं थे.

सवाल नंबर 1- क्या ईरानी फ्लाइट को आतंकियों ने हाईजैक कर लिया था?

सवाल नंबर 2- क्या ईरानी फ्लाइट के अंदर बम प्लांट किया गया था?

सवाल नंबर 3- क्या फ्लाइट में भारी मात्रा में विस्फोटक की संभावना थी

अब शुरूआती तौर पर कुछ भी मुमकिन था, लिहाजा पाकिस्तान से शेयर की गई जानकारी को हल्के में नहीं लिया जा सकता था. इसी वजह से ATC दिल्ली को जैसे ही जानकारी मिली कि ऑन बोर्ड विमान में बम है और वो भारतीय एयर कॉल विकल्प स्पेस में मौजूद है, तत्काल डिटेल एयरफोर्ट अथॉरिटी, दिल्ली पुलिस, वायुसेना और तमाम एजेंसियों के साथ साझा की गई.आनन फानन हर हालात से निपटने की रणनीति शुरू कर दी गई. इधर वायुसेना ने अपना ऑपरेशन शुरू कर दिया, तो दूसरी तरफ इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आपातकाल स्थिती से निपटने वाला अमला तैयार हो गया.

यहां ये समझना जरूरी हो जाता है कि भारतीय वायु सेना किसी भी खतरे से निपटने के लिए साल के 365 दिन, 24 घंटे मुस्तैद रहती है. यही कॉल विकल्प वजह है कि खतरे से जुड़ी खबर मिलते ही ईरानी फ्लाइट की स्क्रैम्बलिंग शुरू हो गई, यानी-किसी इमरजेंसी में फौरन एक्शन में आना, इसे आपको सरल शब्दों में बताते हैं किसी देश की हवाई सीमा में किसी दूसरे देश का विमान घुसने या हवाई हमले की स्थिति में एयरफोर्स की जवाबी कार्रवाई.आपातकाल स्थिति को संभालने के लिए स्कैम्बलिंग की जाती है.

अब इतना सबकुछ इसलिए हो रहा था कि विमान में कथित बम की जानकारी थी. 30 मिनट तक स्थिति स्पष्ट नहीं थी कि आखिर इस आसमानी मुसीबत का क्या किया जाए. लेकिन फिर 35 मिनट बाद ईरान की तरफ से भारतीय कॉल विकल्प वायु सेना को बम से जुडी अहम जानकारी शेयर की गई.

ईरानी एजेंसियों ने यात्री विमान में बम की खबर को नकार दिया, बड़ी बात ये थी कि विमान के अंदर ऐसा. कुछ नहीं था जो संदिग्घ हो, लिहाजा ईरानी एजेंसियों ने कॉल विकल्प भारतीय वायुसेना से विमान को चीन की ओर उड़ान जारी करने के लिए कहा गया.भारतीय लड़ाकू विमान के द्वारा ईरानी विमान को अपने एयरस्पेस से बाहर छोड़ दिया गया, जहां से विमान म्यांमार होते हुए चीन के ग्वांगझू में लैंड हुआ.

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