भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब?

क्या है बिटकॉइन और इसका भविष्य क्या है ?
Posted on January 8, 2022 September 8, 2022 Author Sameer Ur Rehman Comments Off on क्या है बिटकॉइन और इसका भविष्य क्या है ?
क्या है बिटकॉइन और इसका भविष्य क्या है ? What is bitcoin and what is its future?
हर दिन अखबार और इन्टरनेट की गलियों में बिटकॉइन (bitcoin) का नाम सुना होगा और मन में ये आता होगा की भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब? आखिर ये है क्या ? ये भी एक करेंसी ही है लेकिन सबसे अलग है।
हर देश की अपनी अपनी करेंसी होती है सबकी वैल्यू भी अलग होती है । इन्टरनेट (internet) की दुनिया में भी एक करेंसी होती है जिसे बिटकॉइन (bitcoin) कहते है । ये पिछले कुछ वर्षो में चर्चा का केंद्र बन गया है । ये दुनिया के सारे देशो की करेंसी से काफी अलग है इसका कारण ये है की ये करेंसी वर्चुअल होती है मतलब जैसे आप भारतीय रूपए और अन्य विदेशी मुद्रा को छु और देख सकते है लेकिन इसे आप ना छु सकते है और ना देख सकते है लेकिन इसका लेनदेन कर सकते है।
इसे क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) भी कहते है । ये एक डिजिटल करेंसी है और इसका उपयोग भी डिजिटल तरीके से किया जाता है । ये आपके पर्स में नहीं बल्कि ऑनलाइन वॉलेट में डाल सकते है । इसका नियंत्रण ना तो कोई सरकार करती है और ना ही बैंक क्युकी ये दीसेंट्रलाइज्ड (decentralized) करेंसी है। इसपर दुनिया की किसी भी संस्था का कंट्रोल नहीं है।
कौन है बिटकॉइन के आविष्कारक (who is the inventor of bitcoin) ?
वर्ष 2008 में सतोशी नाकामोटो ने इसके विजन (vision) को दुनिया के सामने पेश किया था। ये एक ऐसे रहस्मय हाई टेक्नोलॉजी वाली डिजिटल प्रणाली थी जो सरकार के नजर में आए काम कर रही है । ये वर्ष 2009 में ग्लोबल पेमेंट के रूप में जारी किया गया था। वैसे सतोशी नागामोटो एक गुमनाम शख्स है , जिनके बारे में कोई सही सही जानकारी नहीं है । इसने वो सॉफ्टवेर का निर्माण किया जिससे कोई भी बिटकॉइन का इस्तेमाल सकता है।
उसने 9 पन्ने में इसके विजन को दुनिया के सामने पेश किया । सतोशी नाकामोटो वर्ष 2011 में बिटकॉइन की तस्वीर से गायब हो गए । गायब होने के बाद अपने डेवलपर को एक तस्वीर मेल की जिसमे वो किसी और दिशा में मुह मोड खड़े है , जिसका मतलब ये लगाया गया की वो अब किसी दुसरे प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहे है । भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब? अभी तक यह रहस्य ही है की ये व्यक्ति है कौन ?
बिटकॉइन क्यों है सबसे अलग (Why is bitcoin different) ?
बिटकॉइन दुनिया की हर करेंसी से काफी अलग है , यह एक वर्चुअल करेंसी है आप इसे और करेंसी जैसा छु और देख नहीं सकते है । इसे क्रिप्टोकरेंसी भी कह सकते है ।हर सरकार की अपनी करेंसी पर कंट्रोल होता है लेकिन इस करेंसी पर किसी का कंट्रोल नहीं होता है । इसका कोई मालिक नहीं है आप इसके उपयोग के लिए स्वत्रत्र है।
आप इसे अन्य मुद्रा की तरह कोई भी चीज़ सीधे तौर पर नहीं खरीद सकते है । ये दुनिया की सारी करेंसी से मंहगी है । आप इसे बिल पेमेंट और ऑनलाइन खरीदारी भी कर सकते है , आप अपना बिटकॉइन किसी और को भी भेज सकते है । फायदे होने के साथ इसमें एक बड़ा रिस्क ये है की आप अगर धोखाधड़ी का शिकार होते है तो आप कही इसकी शिकायत नहीं कर सकते है ,क्युकी यह सरकार और बैंक के नियत्रण से बाहर है ।
यह पी टू पी (person-to-person) नेटवर्क पर आधारित है , मतलब लोग एक दुसरे के बिना बैंक के ट्रानजकसन कर सकते है । इसका एक और लाभ ये है की कोई भी खरीदारी करते वक़्तहमारे डेबिट और क्रेडिट कार्ड से 2% या 3% लेनदेन शुल्क लगता है, लेकिन इसमें कुछ नहीं देना होता है । ये बिना क्रेडिट लिमिट का सबसे तेज और सुरश्चित नेटवर्क है । इसकी लोकप्रियता के चलते इसका इस्तेमाल बिजनेसमैन , छोटे उद्यमी और कंपनिया कर रही है । इसकी वैल्यू हर दिन हर देश में बदलती रहती है , इसकी मांग के हिसाब से इसमें उतार चड़ाव आता रहता है ।
बिटकॉइन का भविष्य (future of bitcoin) ?
बिटकॉइन का भविष्य क्या है(future of bitcoin) यह तो वक्त ही सही से बताएगा, लेकिन आज की तारीख में बहुत सारी बड़ी कंपनी जैसा टेस्ला जिसका मलिक का नाम एलोन मस्क है जो दुनिया के सबसे अमीर लोगो में से एक है। वो भी बिटकॉइन को पसंद करते हैं और अपनी कंपनी की कार को ख़रीदने के लिए बिटकॉइन का उपयोग करने दे रहे हैं, बहुत सारे नामी लोग बिटकॉइन से जुड़ें है, अल सल्वाडोर जो की मध्य अमेरिका का एक देश है जहा बिटकॉइन को कानूनी रुप से करेंसी बनाया गया है इस्का मतलब है की उस देश में आप बिटकॉइन से कुछ भी खरीद सकते हैं।
हम अपने रूपए का इस्तेमाल भौतिक रूप में करते है लेकिन इसका उपयोग ऑनलाइन ही कर सकते है । आप अपने जरुरत के हिसाब से अपनी देश की करेंसी में बदल सकते है और अपने बैंक अकाउंट में ट्रान्सफर भी कर सकते है और तब आप इसका सीधा उपयोग कर सकते है । आप बिटकॉइन पैसे देकर खरीद सकते है , इसका सबसे छोटा यूनिट सातोशी होता है। आप ये सबसे छोटा यूनिट खरीद सकते है।
क्रेडिट कार्ड करते हैं इस्तेमाल तो अपनाएं ये 5 टिप्स, ताकि बना रहे हेल्दी क्रेडिट स्कोर
क्रेडिट कार्ड बिल के भुगतान में देरी जैसी आदतों से न सिर्फ जुर्माना लग जाया करता है, बल्कि इससे आपका क्रेडिट स्कोर भी खराब होता है. सो, हमेशा बेहतर होगा कि अपने क्रेडिट कार्ड को स्वाइप करने से पहले आप कुछ चीज़ों को ज़रूर याद रखें.
आज हम आपको कुछ टिप दे रहे हैं, ताकि आप अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल समझदारी से कर सकें.
भारत में हालिया सालों में क्रेडिट कार्ड (Credit Card) के ज़रिये खर्च किए जाने की प्रवृत्ति काफी तेज़ी से बढ़ी है. ऐसा खासतौर से कोविड महामारी (COVID Pandemic) के फैलाव के बाद हुआ है.
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भारतीय रिज़र्व बैंक, यानी रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India या RBI) के आंकड़ों के मुताबिक, मई माह के दौरान देशभर में क्रेडिट कार्ड के ज़रिये हुआ खर्च सार्वकालिक उच्चतम स्तर 1,14,000 करोड़ रुपये Trillion) पर पहुंच गया. रिवॉर्ड प्वाइंट से लेकर डिस्काउंट और कैशबैक के लाभों के चलते लोग अब भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब? क्रेडिट कार्ड के ज़रिये ऑनलाइन शॉपिंग करना पसंद करते हैं.
क्रेडिट कार्ड से एक अन्य लाभ यह है कि इसमें आमतौर पर व्यय करने वाले को कम से कम खर्च करते वक्त अपने बैंक बैलेंस की चिंता नहीं करनी पड़ती है. हालांकि क्रेडिट कार्ड से किए भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब? गए खर्च के प्रति लापरवाह होना आपकी वित्तीय स्थिति पर विपरीत असर डाल सकता है.
क्रेडिट कार्ड बिल के भुगतान में देरी जैसी आदतों से न सिर्फ जुर्माना लग जाया करता है, बल्कि इससे आपका क्रेडिट स्कोर भी खराब होता है. सो, हमेशा बेहतर होगा कि अपने क्रेडिट कार्ड को स्वाइप करने से पहले आप कुछ चीज़ों को ज़रूर याद रखें.
आज हम आपको कुछ टिप दे रहे हैं, ताकि आप अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल समझदारी से कर सकें.
स्टेटमेंट चेक करते रहें.
क्रेडिट कार्ड को स्वाइप करना जितना सरल है, उतना ही सरल उसकी स्टेटमेंट को चेक करना भी होता है, लेकिन फिर भी बहुत-से लोग अपने क्रेडिट कार्ड के ड्यूज़ और मासिक स्टेटमेंट को नियमित रूप से चेक नहीं करते. दरअसल, स्टेटमेंट को नियमित रूप से चेक करते रहकर आप न सिर्फ अपने खर्च पर नज़र रख सकते हैं, बल्कि कोई भी गलती होने की स्थिति में उसे पकड़कर ठीक भी करवा सकते हैं, ताकि आपका क्रेडिट स्कोर खराब न हो.
समय पर करें भुगतान.
समय पर क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान करना आपकी प्राथमिकता होना चाहिए. देरी से बिल चुकता करने पर न सिर्फ जुर्माना लगाया जाता है, ब्याज़ दर भी बढ़ जाती है. सो, अपने बिलों के भुगतान के लिए रिमाइंडर लगाकर रखना बेहतर आइडिया है, ताकि जुर्माने (Late Feee) और ज़्यादा ब्याज़ अदा करने से बचा जा सके.
क्रेडिट कार्ड को अक्सर या बहुत ज़्यादा स्वाइप न करें.
क्रेडिट कार्ड रखने के निश्चित रूप से कुछ फायदे हैं, लेकिन उन्हें बार-बार, अक्सर स्वाइप करने से आपके बैंक की नज़र में आपकी छवि प्रभावित होती है. छोटे-छोटे खर्चों के लिए क्रेडिट कार्ड के भरोसे रहने से संकेत जाता है कि आप उधार पर बहुत ज़्यादा निर्भर करते हैं. इससे आपकी छवि खराब होती है. कार्ड जारी करने वाले, यानी आपको क्रेडिट देने वाले बैंक लगातार आपके कार्ड के लेनदेन पर नज़र रखते हैं, और अगर आपके क्रेडिट कार्ड पर आउटस्टैंडिंग, यानी देनदारी कुछ ज़्यादा या बड़ी रकम की है, तो वह आइंदा नया लोन देने से इंकार कर सकते हैं.
क्रेडिट यूटिलाइज़ेशन रेशो (CUR) पर रखें नज़र.
CUR वह रेशो या अनुपात है, जो आपने दिए गए कुल क्रेडिट में से वास्तव में इस्तेमाल किया. यानी आपके बैंक ने आपको जितने क्रेडिट योग्य कार्ड जारी किया, उसमें से कितना प्रतिशत आपने वास्तव में खर्च किया. इसे आमतौर पर प्रतिशत में ही मापा जाता है. बढ़िया क्रेडिट स्कोर बनाए रखना अहम पहलू है, क्योंकि CUR अधिक होने पर आपका ऋणदाता बैंक यह समझ सकता है कि आप अपने वित्तीय देनदारियों का बजट ठीक से नहीं बना पाते हैं, और उधार पर बहुत ज़्यादा निर्भर करते हैं. इस स्थिति से बचने के लिए अपने क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान समय पर करें, या अपने बैंक से अपनी क्रेडिट लिमिट बढ़वा लें.
लिमिट में रहकर ही खर्च करें.
क्रेडिट कार्ड से खर्चा उसी स्थिति में करना चाहिए, जब आपको उसे समय पर चुका देने का भरोसा हो. गैरज़रूरी खरीदारी में ज़रूरत से ज़्यादा खर्च कर देना क्रेडिट कार्ड के बिल को बेवजह बढ़ाता है, जिसका भुगतान करने में आपको बाद में दिक्कत आ सकती है. सो, बेहतर होगा कि क्रेडिट कार्ड से लिमिट में रहकर ही खर्च किया जाए, जो आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में भी दिखाई देगा, और बाद में किसी भी लोन लेने जाते वक्त आपको लाभ देगा.
VIDEO: घर किराये पर GST को लेकर सरकार ने दिया स्पष्टीकरण
क्रिप्टो निवेशकों के लिए बड़ी खबर! सरकार ने जारी की गाइडलाइंस
बिज़नस न्यूज़ डेस्क- रूस-यूक्रेन विवाद ने पूरे विश्व बाजार को हिला कर रख दिया है। शेयर बाजार से लेकर सर्राफा बाजार तक निवेशकों का भारी संकट है। तीसरे विश्व युद्ध के डर ने भी निवेशकों को डरा दिया है। इस बीच, भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) ने क्रिप्टोकरेंसी की घोषणा के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। अनियंत्रित है और उच्च जोखिम में हो सकता है। इसका मतलब है कि अब क्रिप्टोकरंसी के साथ डिस्क्लेमर भी अनिवार्य होगा। साथ ही, ऐसे विज्ञापनों में स्पष्ट रूप से कहा जाना चाहिए कि इस तरह के लेनदेन से होने वाले किसी भी नुकसान के लिए नियामक उत्तरदायी नहीं होगा।आपको बता दें कि सभी वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (वीडीए) को आमतौर पर क्रिप्टो या नॉन फंगिबल टोकन (एनएफटी) के रूप में जाना जाता है। जैसे, सभी वर्चुअल डिजिटल प्रॉपर्टी (VDA) विज्ञापनों में अस्वीकरण शामिल होना चाहिए। साथ ही, जो पुराने विज्ञापन अभी भी चल रहे हैं, उन्हें 15 अप्रैल के बाद प्रसारित या प्रचारित नहीं किया जाना चाहिए। 15 अप्रैल के बाद नई गाइडलाइंस के तहत किए गए विज्ञापन ही मान्य होंगे।
गाइड की मूल बातें जानें
1 अप्रैल 2022 से जारी डिजिटल संपत्ति के सभी विज्ञापनों के साथ डिस्क्लेमर देना अनिवार्य होगा।
- यह स्पष्ट रूप से कहा जाना चाहिए कि क्रिप्टो उत्पाद या एनएफटी अनियंत्रित और बहुत खतरनाक हो सकते हैं। लेन-देन से संबंधित नुकसान के लिए कोई शिकायत दर्ज नहीं की जा सकती है।
यह अस्वीकरण प्रिंट या स्थिर माध्यम में कम से कम 20% विज्ञापन स्थान पर होना चाहिए।
- यह अस्वीकरण विज्ञापन के अंत में होगा और इसका फ़ॉन्ट सादे पृष्ठभूमि में पढ़ने योग्य होना चाहिए।
- क्रिप्टो के लिए ऑडियो विज्ञापनों में अस्वीकरण विज्ञापन के अंत में पढ़ा जाना चाहिए।
इसमें वॉयसओवर की स्पीड ज्यादा नहीं होगी यानी यह सामान्य होगी जिससे लोग इसे सुनकर आसानी से समझ सकें।
इस गाइड के दायरे में सोशल मीडिया पोस्ट को भी शामिल किया जाएगा।
विज्ञापन में 'करेंसी', 'सिक्योरिटीज', 'कस्टोडियन' और 'डिपॉजिटरी' जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
सामान्य तौर पर, उपभोक्ता इन शर्तों को नियंत्रित उत्पादों के संयोजन में उपयोग करते हुए देखते हैं।
- आभासी डिजिटल संपत्तियों का विज्ञापन नाबालिगों को क्रिप्टो उत्पादों में व्यापार के रूप में चित्रित करने में सक्षम नहीं होगा।
यहां तक कि इसकी ट्रेडिंग को भी पैसों की समस्या के समाधान के तौर पर नहीं दिखाने दिया जाएगा। विज्ञापन भविष्य के मुनाफे का वादा या गारंटी नहीं देता है।
रजौली के दर्जनों महादलितों के घरों में बिजली गुल
नवसृजित नगर पंचायत के सती स्थान स्थित महादलित टोला सहित नगरवासियों के लिए स्मार्ट बिजली मीटर सरदर्द बना हुआ है।महादलित टोलों में स्मार्ट मीटर के कारण उनके कमाई का आधा बजट बिजली बिल में चला जा रहा है।.
नवसृजित नगर पंचायत के सती स्थान स्थित महादलित टोला सहित नगरवासियों के लिए स्मार्ट बिजली मीटर सरदर्द बना हुआ है।महादलित टोलों में स्मार्ट मीटर के कारण उनके कमाई का आधा बजट बिजली बिल में चला जा रहा है। जिससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है। ऐसी स्थिति बनी हुई है कि वे दिहाड़ी मजदूरी कर कमाए हुए पैसों से खाएंगे या बच्चों को पढ़ाएंगे या फिर स्मार्ट बिजली मीटर का बिल चुकाएंगे। महादलित टोला के दर्जनों उपभोक्ताओं के घरों में अंधेरा छाया हुआ है। महादलित मोहल्ले निवासी उपभोक्ता बीरेंद्र राजवंशी ने बताया कि बिजली बिल प्रत्येक माह जमा किया जाता था। इसके बावजूद 1 लाख 25 हजार का बिजली भेज दिया गया। जिसे सुधरवाने गए तो 57000 रुपये जमा करने की बात कही गई।बीते एक सप्ताह से वे एवं उनका परिवार बिना बिजली के जी रहे हैं।
उपभोक्ता पार्वती देवी ने कहा कि पहले 60 रुपये प्रति माह बिजली बिल आता था। स्मार्ट मीटर लगते ही बिजली बिल तीन से चार गुना बढ़ गया। उपभोक्ता उमेश राजवंशी ने बताया कि उसके घर में बिजली बीते 10 महीने से नहीं है। रंजू देवी ने बताया कि पहले पुराना मीटर लगा हुआ था। स्मार्ट मीटर से बिजली बिल अनाप सनाप आ रहा है। कुसुमी देवी ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगाने पर कम बिजली बिल आने का झांसा देकर मीटर लगाया गया। उपभोक्ता बुग्गी देवी, विपिन कुमार शर्मा, दीपक रामाणी, संजय राजवंशी, रामप्रवेश कुमार, दिनेश प्रसाद एवं सरयू राजवंशी की भी यही समस्या है। यहां न तो जनप्रतिनिधि न ही अधिकारी सुनने को तैयार हैं।