शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है

ये फंड पहली बार इक्विटी निवेशकों के लिए आदर्श हैं क्योंकि जिन अंतर्निहित कंपनियों में ये फंड निवेश करते हैं वे बहुत अधिक स्थिर हैं. बाजार के निचले स्तर के दौरान भी, डिविडेंड यील्ड फंड की अंतर्निहित कंपनियां कुछ डिविडेंड भुगतान प्रदान करती हैं. यदि आप तीन साल से अधिक समय के लिए निवेश करना चाहते हैं तो ही इसमें निवेश करें.
आज ये 12 शेयर हो जाएंगे एक्स-डिविडेंड, आपके पोर्टफोलियो शामिल हैं ये स्टॉक? चेक करें लिस्ट
Stocks ex-dividend: आज, 4 अगस्त 2022 को करीब 12 शेयर एक्स-डिविडेंड हो जाएंगे। ये शेयर हैं- चेवियट कंपनी लिमिटेड, मैट्रिमोनी.कॉम लिमिटेड, राइट्स, आंध्र पेपर लिमिटेड, बाटा इंडिया, लॉयड्स मेटल्स एंड एनर्जी लिमिटेड, डेल्टा कॉर्प लिमिटेड, ए.के. कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड, एल्गी इक्विप्मेंट्स लिमिटेड, सेवेन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड, सिम्फनी लिमिटेड और एडीएफ फूड्स लिमिटेड।
क्या कहना है निदेशक मंडल का?
उपरोक्त कंपनियों के निदेशक मंडल ने डिविडेंट भुगतान के लिए रिकॉर्ड डेट के तौर पर 5 अगस्त 2022 निर्धारित किया है। बीएसई पर सार्वजनिक की गई जानकारी के अनुसार, इन सभी शेयरों के लिए एक्स-डिविडेंड तारीख आज का है।
क्या होता है एक्स- डिविडेंड
स्टॉक मार्केट में Dividend क्या है?

दोस्तों Dividend कंपनी के लाभ का वो हिस्सा है. जो कंपनी अपने शेयर होल्डर्स यानि के जो उसके शेयर पर मालिकाना कुछ% अधिकार रखता है. उसको प्रॉफिट के रूप में देती हैं. यानि जैसे अपने किसी कंपनी के शेयर खरीदे है. मान लीजिये 10 शेयर ख़रीदे है. अब जब कंपनी को अपनी कंपनी में प्रॉफिट हुआ तो जितने% आप कंपनी का मालिकाना अधिकार रखते है तो प्रॉफिट का जितने % आपके हिस्से में आता है वो कंपनी आपको उतना ही प्रॉफिट देती है तो उसे शेयर मार्केट में शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है Dividend कहते हैं। सिर्फ कुछ ही कंपनियां Dividend देती हैं.और ये पर शेयर के हिसाब से दिया जाता है. इन्वेस्टर को ये डिविडेंड का पैसा 3 महीने में या साल बेसिस पर मिलता है।और जो कंपनियां Dividend नहीं देती हैं वह अपने बचे हुए प्रॉफिट को वापस से कंपनी की ग्रोथ में लगा देती है.
Dividend इनकम क्या है?
डिविडेंड इनकम वो पैसा होता है.जो शेयर को होल्ड रखने पर मिलता है. उधारण जैसे आपके पास Dividend देने वाली कंपनी के जितने अधिक शेयर होंगे आपकी उतनी ही ज्यादा डिविडेंड इनकम होंगी।आपको सरल भाषा मे बताते हैं जैसे-किसी व्यक्ति के पास 1000 शेयर हैं. और अगर उनका cash Dividend कीमत 1 रुपये हैं तो उसे Dividend के रूप में 1000 रुपये मिलेंगे।.
सवाल किया गया था की डिविडेंड per share होता क्या है?
दोस्तों जानकारी के लिए आपको बता दे की कंपनी के एक शेयर पर जितना डिविडेंड मिलता है.उसको ही ‘Dividend per share‘ कहा जाता हैं. और इसको शार्ट में DPS भी कहते हैैं. उदहारण देकर आपको समझाते हैं-
दोस्तों जैसे- आपके पास Vama Industries Ltd कंपनी के 100 शेयर हैं. और एक शेयर पर डिविडेंड 10 रुपये है.तो आपकी डिविडेंड इनकम होंगी (100 ×10 = 1 000) रुपये
Dividend यील्ड क्या होता है?
डिविडेंड यील्ड का अर्थ है कि, शेयर की कीमत पर कंपनी कितने फीसद का डिविडेंड देती है. दूसरे शब्दों में बात करें तो Dividend यील्ड एक ratio है, जो यह दर्शाता है कि कंपनी ने 1 शेयर पर जितना Dividend दिया है. वो कंपनी के वर्तमान मार्केट कीमत का कितना फीसदी (%) है.
उदाहरण― जैसे अगर Vama Industries Ltd कंपनी के शेयर की कीमत ₹100 है और Vama Industries Ltd कंपनी ने 5 रुपये per share का डिविडेंड दिया है.तो कंपनी का Dividend यील्ड होगा। /100) × 100 = 5%
और इसका मतलब है Vama Industries Ltd कंपनी में इन्वेस्टमेंट करने पर आपको साल का 5% का डिविडेंड मिलेगा.
डिविडेंड यील्ड फंड क्या हैं?
डिविडेंड यील्ड फंड का मुख्य उद्देश्य निवेशकों को नियमित डिविडेंड प्रदान करना शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है है. फंड मैनेजर ज्यादातर ऐसी कंपनियों की प्रतिभूतियों में निवेश करते हैं जिनमें नियमित भुगतान की पेशकश करने की क्षमता है.
फंड मैनेजर केवल उन्हीं कंपनियों को चुनता है जो फंड के उद्देश्य के अनुरूप हों. हालांकि, डिविडेंड भुगतान की गारंटी नहीं दी जा सकती है और यह पूरी तरह से अंतर्निहित कंपनियों के प्रदर्शन और बाजार की गतिविधियों पर निर्भर करता है.
ये स्कीम्स मुख्य रूप से डिविडेंड देने वाली कंपनियों के शेयरों में निवेश करती हैं, जिन कंपनियों के पास निवेश के समय डिविडेंड का शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है भुगतान करने का एक सुसंगत ट्रैक रिकॉर्ड होता है.
डिविडेंड देने वाले शेयरों में प्रत्यक्ष निवेश की तुलना में निवेशक म्यूचुअल फंड के माध्यम से निवेश करके टैक्स आर्बिट्रेज का लाभ उठा सकते हैं.
रिस्क और रिटर्न
कुछ उच्च रेटिंग वाले डिविडेंड यील्ड फंड्स का पिछले 5 साल का रिटर्न 11% से 17% के बीच है, वहीं 3 साल का रिटर्न 16% से 22% के बीच है.
रिटेल निवेशकों निवेशकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि शेयर बाजारों में ट्रेडिंग वॉल्यूम के मामले में डिविडेंड यील्ड स्टॉक कम लिक्विड होते हैं और इसलिए प्रभाव लागत और लिक्विडिटी रिस्क अधिक होता है.
ऐसा भी हो सकता है जब डिविडेंड यील्ड स्टॉक अन्य शेयरों के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन कर शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है सकते हैं जो आपके फंड के प्रदर्शन को प्रभावित कर सकते हैं.
डिविडेंड यील्ड फंड के फायदे
– इन फंडों में नियमित लाभांश देने की क्षमता होती है.
– इन फंडों की अंतर्निहित कंपनियां बाजार की गतिविधियों से ज्यादा प्रभावित नहीं होती हैं.
– ये फंड बाजार की अस्थिरता को काफी हद तक कम करते हैं.
– ये फंड लंबे समय में निवेश पर उच्च यील्ड प्रदान करने की क्षमता रखते हैं.
म्यूचुअल फंड द्वारा दिए जाने वाले डिविडेंड पर आपके स्लैब के अनुसार कर लागू होता है. इन फंडों द्वारा दिए जाने वाले पूंजीगत लाभ पर कराधान की दर होल्डिंग अवधि और इक्विटी एक्सपोजर के प्रकार पर निर्भर करती है. यदि इक्विटी एक्सपोजर 65% से अधिक है, तो इक्विटी फंड के कराधान के नियम लागू होते हैं. यदि नहीं, तो डेट फंडों के कराधान के नियम लागू होते हैं.
डिविडेंड प्रदान करने से कंपनी के शेयर कीमत पर क्या प्रभाव पड़ता है?
डिविडेंड को प्रदान करने से कंपनी के कुल संपत्ति कीमत पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है परंतु यह कंपनी की कुल इक्विटी वैल्यू (Equity value) को उतनी ही कीमत से कम करता है जितनी कीमत dividend के रूप में प्रदान की गई है।
जब कंपनी द्वारा डिविडेंड देने की घोषणा की जाती है उस स्थिति में कंपनी का शेयर की कीमत मार्केट गतिविधियों के कारण बढ़ जाती है क्योंकि लोग डिविडेंड प्राप्त करने के लिए कंपनी के शेयर को खरीदना चाहते हैं परंतु कंपनी द्वारा डिविडेंड प्रदान करने की cut off के पश्चात कंपनी के शेयर कीमत में गिरावट आ जाती है। यह गिरावट उन शेयरधारकों के कारण आती है जो डिविडेंड प्राप्त करने के लिए के लिए पात्र नहीं हो पाते हैं।
इसी प्रकार यदि डिविडेंड की घोषणा के पूर्व किसी कंपनी के शेयर में हुई बढ़ोतरी उसके द्वारा प्रदान की गई डिविडेंड से अधिक होती है तो उस स्थिति में घोषणा के बाद शेयर की कीमत में हुई कमी के बावजूद कंपनी के शेयर की कीमत, शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है पूर्व कीमत से अधिक हो जाती है।
डिविडेंड पर टैक्स की गणना
पूर्व के समय में डिविडेंड शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है प्रदान करने वाली कंपनी द्वारा डिविडेंड प्रदान करने के पूर्व dividend distribution tax (DDT) सरकार को जमा कर दिया जाता था इसलिए शेयरधारकों पर किसी प्रकार का आयकर डिविडेंड से प्राप्त हुए लाभ पर नहीं देना होता था। परंतु 31 मार्च 2020 के बाद सरकार द्वारा dividend distribution tax (DDT) हटा दिया गया अतः 1 अप्रैल 2020 से वित्तीय अधिनियम 2020 के अनुसार डिविडेंड से होने वाली लाभ पर निवेशको तथा शेयर धारकों पर आयकर लागू होता है। इस स्थिति में कंपनियों द्वारा TDS(Tax Deduction at source ) की गणना विवरण प्रदान करने के दौरान की जाती है।
यदि कंपनी द्वारा किसी शेयर धारक अथवा निवेशक को प्रदान किया गया डिविडेंड 5000 रुपए से अधिक होता है तो उस राशि पर 10% की दर से टीडीएस काटा जाता है।
कोविड-19 महामारी के दौरान सरकार द्वारा TDS के प्रतिशत को 14 मई 2020 से 31 मार्च 2021 शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है तक 10% से घटाकर 7.5% कर दिया गया था।
विस्तार
एनआई रिसर्च के चेयरमैन किशोर ओस्तवाल कहते हैं कि निवेश अच्छी कंपनियों में करना चाहिए। भले ही वह सरकारी ही शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है क्यों न हों। हमने अतीत में कई बार ऐसा देखा है, जब सरकारी कंपनियों के शेयरों ने बेहतर रिटर्न दिया है। इसलिए निजी कंपनियों के साथ सरकारी कंपनियों पर भी भरोसा जताना चाहिए।
आंकड़ों के जरिये देखें तो हम पाएंगे कि चुनावों से पहले अक्सर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में सुधार की उम्मीद दिखती है। इस उम्मीद के सहारे वे अच्छा प्रदर्शन करते हैं। चुनाव पूर्व अवधि को देखते हुए सार्वजनिक उपक्रम अगले 2 वर्षों में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
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- पीएसयू शेयरों में प्रमोटर द्वारा संचालित कंपनी की तुलना में जोखिम कम होता है। वे अच्छे लाभांश का भुगतान भी करती हैं।