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ट्रेडर्स के स्टॉक पर लगाम के निर्देश

ट्रेडर्स के स्टॉक पर लगाम के निर्देश
शेयर बाजार 04 नवंबर 2022 ,12:05

स्टॉक निवेशकों को डीमैट और ट्रेडिंग खाते का उपयोग जारी रखने के लिए 31 दिसंबर से पहले केवाईसी अपडेट करना होगा

भारत में एक आबादी ऐसी है जो शेयर मार्केट में निबेस करती है, हलाकि शेयर मार्केट में निबेस करने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट होना जरुरी है। अगर आप भी निबेस करते है तोह ये खबर आपके लिए बहत जरुरी है। दरअसल सेबी की निर्देश की मुताबिक डीमैट अकाउंट की केवाईसी 31 दिसंबर 2021 तारीख तक करना जरुरी है। अगर आप 31 दिसम्बर से पहले केवाईसी नहीं करबाती, तोह आपको कोई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। यहाँ तक की आपका अकाउंट बंद भी हो सकता है।

ट्वीट करते हुए बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) कहता है, “सभी निवेशकों से अनुरोध है कि वे ध्यान दें कि नियामक दिशानिर्देशों के अनुसार, छह केवाईसी विशेषताएं, जैसे नाम, पैन, पता, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और आय सीमा को अनिवार्य कर दिया गया है। अपना केवाईसी अपडेट करें अन्यथा आपका डीमैट और ट्रेडिंग खाता निष्क्रिय कर दिया जाएगा।”

अगर आप 31 दिसम्बर से पहले केवाईसी नहीं करबाती तोह उनके अकाउंट में पहले से जो शेयर या पोर्टफोलियो है वो बौने रहेंगे, लेकिन नयी तरहकी कोई खरीद बिक्री नहीं कर पाएंगे।

कोरोना के बाद लोगो ने सेविंग अकाउंट को किनारा कर दिया है, और इसके जगह शेयर बाजार की तरफ रुख कर रहे है। शेयर मार्किट की ट्रेडर्स और शेयर होल्डिंग की पूरी जानकारी मिले सके, इसके लिए केवाईसी पर जोर दिया जा रहा है। केवाईसी से सेबी के पास शेयर खरीद बिक्री का पूरा हिसाब रहेगा। इससे टैक्स चोरी पर भी लगाम लग सकता है।

अगर आप बिना किसी रुकावट की ट्रेडिंग करना चाहते है तोह आप केवाईसी करवा ले और जल्द से जल्द करवा ले।

दाम पर लगाम लगाने में जुटी दिल्ली सरकार

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की राज्यों से जमाखोरी रोकने की अपील के एक दिन बाद ही दिल्ली में सब्जियों खासकर प्याज और.

एलजी ने मदर डेयरी के सफल आउटलेट्स को प्याज का स्टॉक डबल करने और ज्यादा से ज्यादा बेचने को कहा। सफल की ओर से भरोसा दिलाया गया कि वह 120 मीट्रिक टन प्याज स्टोर करेगा और 380 रीटेल आउटलेट्स के जरिए उनकी बिक्री की जाएगी। एलजी ने फूड एंड सप्लाई कमिश्नर को निर्देश दिया कि वह दिल्ली एग्रीकल्चरल मार्केटिंग बोर्ड के साथ मिलकर पूरी दिल्ली में प्याज बेचने के लिए 60-70 मोबाइल वैन लगाएं। मीटिंग में यह फैसला भी हुआ कि दिल्ली सरकार केंद्रीय कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्ट्री से संपर्क कर ट्रेडर्स के स्टॉक पर लगाम के निर्देश जरूरी सामान अधिनियम के तहत आलू प्याज का स्टॉक लिमिट तय करने के बारे में कंट्रोल ऑर्डर जारी करने की अपील करेगी। डीएएमबी से कहा गया कि वह मंडियों और बाजारों में जमाखोरी पर नजर रखे और ऐसी गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। मार्केटिंग बोर्ड को यह निर्देश भी दिया गया कि जनता को आलू और प्याज की सही कीमतों के बारे में लगातार बताए, जिससे रीटेल में ब्लैकमार्केटिंग को बढ़ावा न मिले। दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर को निर्देश दिया गया कि पुलिस जमाखोरों के खिलाफ कार्रवाई में अधिकारियों की मदद करें।

उधर, प्याज मंडियों में प्याज की कीमतों को लेकर बहुत ज्यादा उथल-पुथल नहीं देखी जा रही है। बुधवार को आजादपुर मंडी में प्याज का थोक मूल्य 7 रुपये से 16 रुपये प्रति किलो दर्ज किया गया। अनियन ट्रेडर्स असोसिएशन के प्रेसिडेंट सुरेंद्र बुद्धिराजा ने कहा, 80 पर्सेंट प्याज 10 से 14 रुपये किलो की रेंज में बिक रहा है। कीमतों को लेकर मीडिया और सरकार ज्यादा जल्दबाजी में हैं। नासिक में हड़ताल से सप्लाई थोड़ी घटी थी, लेकिन अब प्याज की आवक सामान्य है और फिलहाल किसी किल्लत की आशंका नहीं है।

दीपावली के पहले फटाका गोदामों पर द्दह्यह्ल का छापा, अवैध स्टाक पकड़ा

जबलपुर। शहर के पटाखा कारोबारियों की गोदामों पर बुधवार को स्टेट जीएसटी की आठ से अधिक टीमों द्वारा एक साथ अलग-अलग छापामार शैली में कार्रवाई की गई। कार्रवाई से कारोबारियों में दिन भर हड़कंप की स्थिति बनी रही। छापा कार्रवाई में कई कारोबारियों के गोपनीय गोदाम भी मिले हैं। जीएसटी टीमों द्वारा पटाखा कारोबार से संबंधित दस्तावेजों की जाँच की जा रही है। जाँच के बाद कई खुलासे हो सकते हैं।जानकारी के अनुसार पटाखा कारोबारियों के स्टॉक मार्केट में पहुँचने से पहले ही जीएसटी की टीम द्वारा एक साथ पूरे प्रदेश में छापामार कार्रवाई की गई। टीमों द्वारा पहले से ही कारोबारियों की रजिस्टर्ड गोदामों पर छापा मारा गया। छापे की कार्रवाई के दौरान अनेक ऐसी गोदामों का भी ट्रेडर्स के स्टॉक पर लगाम के निर्देश पता चला जिनकी कारोबारियों द्वारा कहीं कोई सूचना नहीं दी गई थी। छापे की कार्रवाई के बाद जितने स्टॉक की परमीशन ली गई थी उससे अधिक स्टॉक मिलने की संभावना जताई जा रही है। पूरी कार्रवाई ज्वॉइंट कमिश्नर स्टेट जीएसटी आभा जैन के नेतृत्व में अलग-अलग जगहों पर की गई।

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इन जगहों पर कार्रवाई
जीएसटी टीमों द्वारा शहर में रांझी स्थित तान्या एजेंसी, कठौंदा, अधारताल, चूल्हा गोलाई स्थित एमके ट्रेडर्स, मानेगाँव स्थित जय साईं बाबा स्पार्कलर्स, लार्डगंज गढ़ाफाटक स्थित संस्कृति मार्केटिंग, पटाखा बाजार माढ़ोताल, अधारताल, गलगला स्थित मोहित ट्रेडिंग, जायसवाल मार्केटिंग मुकादमगंज, स्वास्तिक ट्रेडर्स मुकादमगंज, प्रिंस स्ट्रीट गलगला स्थित प्रदीप मार्केटिंग की फर्मों की जाँच व कार्रवाई की जा रही है।

जाँच टीम में ये शामिल
जीएसटी की जाँच टीम में सर्किल एक एवं चार के अमृता चौकसे, सुमन बघेल, पीसी साहू, पीएन सांध्या, पुरुषोत्तम प्रसाद पांडे, मनीष जैन, आस्था भलावी, दुर्गेश पटेल, ज्योत्सना ठाकुर, राजेश नायक, बिन्नी धुर्वे, नवीन सिंह धुर्वे, अन्नीलाल उईके, रैनी शुक्ला, डीएस अहिरवार, वंदना सिन्हा, सत्यापति रावत, वैष्णवी पटेल आदि शामिल हैं।

फेड के बारे में चिंताओं के कारण एशियाई स्टॉक मिश्रित

शेयर बाजार 04 नवंबर 2022 ,12:05

फेड के बारे में चिंताओं के कारण एशियाई स्टॉक मिश्रित

© Reuters.

में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:

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Investing.com-- अधिकांश एशियाई बाजारों में शुक्रवार को तड़का हुआ व्यापार देखा गया क्योंकि एक हॉकिश फेडरल रिजर्व पर भावना बनी रही, जबकि चीनी शेयरों ने COVID प्रतिबंधों के संभावित उठाने पर नए सिरे से अटकलों पर एक मजबूत रैली दर्ज की।

चीन का शंघाई शेनझेन सीएसआई 300 ब्लूचिप इंडेक्स 3.4% चढ़ा, जबकि शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 2.5% उछल गया, क्योंकि सोशल मीडिया पर नई अफवाहें प्रसारित थीं कि बीजिंग था अपनी सख्त शून्य-सीओवीआईडी ​​​​नीति को वापस बढ़ाने पर विचार कर रहा है।

हैंग सेंग इंडेक्स में 6% से अधिक की तेजी के साथ, हांगकांग के शेयरों में भी खरीदारी हुई।

लेकिन चीनी अधिकारियों ने इस बात से इनकार किया कि वे COVID प्रतिबंधों को वापस लेने पर विचार कर रहे थे, विशेष रूप से देश मई के बाद से अपने सबसे खराब प्रकोप से जूझ रहा है। बढ़ते संक्रमण ने आर्थिक राजधानी शंघाई सहित कई चीनी शहरों में नए प्रतिबंध लगा दिए हैं।

फिर भी, चीनी शेयर दो साल में अपने सबसे अच्छे सप्ताह के लिए नेतृत्व कर रहे थे क्योंकि निवेशकों ने रिकवरी की उम्मीद में गंभीर रूप से कमजोर बाजारों में खरीदारी की। चीन का ब्लूचिप इंडेक्स दो साल के निचले स्तर के करीब कारोबार कर रहा था, जबकि हैंग सेंग ने 13 साल के निचले स्तर से वापसी की।

शुक्रवार को व्यापक एशियाई शेयरों में तेजी आई, लेकिन फेडरल रिजर्व के बाजारों में तेजी के संकेतों के बाद सप्ताह के अंत में मौन रहने के लिए तैयार थे। फोकस अब यू.एस. गैर-कृषि पेरोल डेटा पर है, जो कि अर्थव्यवस्था पर अधिक संकेत प्रदान करने और फेड की आने वाली दर वृद्धि में संभावित कारक प्रदान करने की उम्मीद है।

जबकि डेटा से नौकरियों के बाजार में हल्की गिरावट की उम्मीद है, आर्थिक लचीलेपन के किसी भी संकेत से फेड को ब्याज दरों को बढ़ाने के लिए पर्याप्त आर्थिक हेडरूम मिलता है।

जापान का निक्केई 225 इंडेक्स गुरुवार को छुट्टी के बाद कैच-अप ट्रेड में 1.7% गिर गया। लेकिन आंकड़ों से पता चलता है कि देश का सेवा क्षेत्र अक्टूबर में चार महीनों में अपनी सबसे तेज गति से बढ़ा, जिससे अधिकांश COVID प्रतिबंधों को उठाने से काफी हद तक लाभ हुआ।

ऑस्ट्रेलिया का S&P/ASX 200 इंडेक्स 0.5% चढ़ा, जिसे चीन के फिर से खुलने की अटकलों से कुछ समर्थन मिला। प्रमुख ऑस्ट्रेलियाई खनिक वस्तु बाजार के रूप में देश पर बहुत अधिक निर्भर हैं।

भारत का निफ्टी 50 सूचकांक सपाट था, क्योंकि व्यापारियों को रिजर्व बैंक द्वारा एक अनिर्धारित नीति बैठक से नए संकेतों का इंतजार था। भगोड़ा मुद्रास्फीति को रोकने के लिए बैंक और उपायों की रूपरेखा तैयार करने के लिए तैयार है।

फिलीपीन स्टॉक के कारण पूरे दक्षिण पूर्व एशिया में 1% की गिरावट के साथ घाटा हुआ, क्योंकि आंकड़ों से पता चलता है कि मुद्रास्फीति अक्टूबर में अपेक्षा से अधिक बढ़ी है। केंद्रीय बैंक ने भी मुद्रास्फीति पर लगाम लगाने के लिए ब्याज दरों में वृद्धि जारी रखने की कसम खाई है।

रेत की कीमतों में लगी आग: अब तक की सबसे ऊंची ट्रेडर्स के स्टॉक पर लगाम के निर्देश कीमत, माफियाओं के पास अवैध स्टॉक फिर भी जांच नहीं

वर्तमान में 600 फीट गाड़ी में 10-12 रुपए प्रति फीट ट्रेडर्स के स्टॉक पर लगाम के निर्देश के हिसाब से रेत की कीमत 6000 रुपए से 7200 रुपए लोडिंग पड़ रही है, वहीं रॉयल्टी अलग से। रॉयल्टी की कीमत 500 रुपए से बढ़कर 3500 रुपए तक पहुंच चुकी है। इस मामले में अधिकारियों ने भी चुप्पी साध ली है।

रेत की कीमतों में लगी आग: अब तक की सबसे ऊंची कीमत, माफियाओं के पास अवैध स्टॉक फिर भी जांच नहीं

रायपुर. प्रदेश में रेत की कीमतों में आग लग चुकी है। एक तरफ जब अन्य बिल्डिंग मटेरियल्स की कीमतें स्थिर है, वहीं दूसरी तरफ रेत की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी की वजह से यह आम लोगों से दूर होता नजर आ रहा है। रेत की कीमतें 2200 रुपए की जगह अब 9 से 10 हजार रुपए गाड़ी (600 वर्गफीट) तक पहुंच चुका है।

इस मामले में जिला खनिज विभाग ने अधिकारियों को कार्यवाही के निर्देश दिए थे, लेकिन अभी तक माफियाओं पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई ट्रेडर्स के स्टॉक पर लगाम के निर्देश है, वहीं रॉयल्टी के मामले में भी अभी तक अधिकारियों ने फर्जी बिलिंग आदि की जानकारी प्राप्त नहीं की गई है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के मुताबिक 15 जून से 15 अक्टूबर तक बंद रहेंगे ।

वर्तमान में 600 फीट गाड़ी में 10-12 रुपए प्रति फीट के हिसाब से रेत की कीमत 6000 रुपए से 7200 रुपए लोडिंग ट्रेडर्स के स्टॉक पर लगाम के निर्देश पड़ रही है, वहीं रॉयल्टी अलग से। रॉयल्टी की कीमत 500 रुपए से बढ़कर 3500 रुपए तक पहुंच चुकी है। इस मामले में अधिकारियों ने भी चुप्पी साध ली है। देश के अन्य राज्यों की तुलना में भी पड़ोसी राज्यों के मुताबिक प्रदेश में रेत महंगी कीमतों पर बेची जा रही है। रेत परिवहन करने वाले ट्रेडर्स और आम ग्राहकों को रॉयल्टी भुगतान की जो पर्ची दी जा रही है, उसमें कहीं भी रॉयल्टी और रेत की लोडिंग कीमत नहीं लिखी जा रही है।

लगाम नहीं लगा तो चार महीने परेशान होंगे ग्राहक

छोटे ट्रेडर्स व दुकानदारों का कहना है कि यदि इस मामले पर लगाम नहीं लगाया गया तो चार महीने ग्राहक ट्रेडर्स के स्टॉक पर लगाम के निर्देश काफी परेशान होंगे। घाट बंद होने की वजह से कीमतों पर लगातार दबाव बढ़ते जाएगा। सूत्रों के मुताबिक खदानों के बंद होने से बड़े रेत माफियाओं ने पहले से ही बड़ी तादाद में रेत की स्टॉकिंग कर ली है।

राजधानी के कई टे्रडर्स का कहना है कि गैरकानूनी स्टॉकिंग को लेकर अभी तक प्रशासनिक अधिकारियों ने छापेमारी भी नहीं की है। खनिज विभाग के उप-संचालक हरिकेश मारवाह ने इससे पहले इसी मुद्दों पर कार्यवाही की बात कही थी, लेकिन कार्यवाही नहीं होने से बाजार में भाव कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है।

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