बाइनरी ऑप्शन्स

दिन के कारोबार के लिए एक परिचय

दिन के कारोबार के लिए एक परिचय
पागल बाबा मंदिर मथुरा-वृन्दावन मार्ग पर स्थित है।

बेरोजगारी से 10 करोड़ के कारोबार का सफर, चनपटिया स्‍टार्टअप जोन ने केवल 18 महीने में कर दिखाया

चनपटिया के स्‍टार्टअप जोन में लहंगे की सिलाई देखते सीएम नीतीश कुमार और शिक्षा मंत्री विजय चौधरी। फाइल फोटो

Start-up Success Story बिहार के बेतिया में चनपटिया स्टार्टअप जोन लिख रहा विकास की गाथा आपदा को अवसर में बदलने के लिए 28 जून 2020 को स्टार्टअप जोन की रखी गई थी नींव एक वर्ष में 10.45 करोड़ का हुआ कारोबार लाकडाउन में लौटे लोगों को मिला रोजगार

बेतिया (पश्चिम चंपारण), जागरण संवाददाता। बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के लिए 28 जून, 2020 ऐतिहासिक दिन है। तब पूरा देश कोरोना महामारी की त्रासदी से छटपटा रहा था। लाखों लोग बेरोजगारी की आहट से डरे थे। तब सकारात्मक सोच और मजबूत इरादे के साथ जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने आपदा को अवसर में बदलने की लौ चनपटिया स्टार्टअप जोन के रूप में जलाई थी। महज 18 माह में देश ही नहीं विदेश में भी यह पहल अपनी विकास गाथा के लिए चर्चित हो गई है। एक वर्ष में इस स्टार्टअप जोन ने 10.45 करोड़ का कारोबार किया है। करीब 600 श्रमिकों की आजीविका इस पर निर्भर है। यहां अधिकतर गारमेंट्स से जुड़े उद्योग हैं। 30 दिसंबर, 2020 को मुख्यमंत्री यहां का दौरा भी कर चुके हैं।

कुढनी में रोड शो के दौरान लोगों को संबोधित करते मुकेश सहनी। फोटो-स्‍वयं

फोटो परिचय - स्टार्टअप जोन में कपड़े की सिलाई करते कारीगर। फाइल फोटो

लाकडाउन में घर लौटे कामगार बदल रहे किस्‍मत

कोरोना के चलते वर्ष 2020 में लाकडाउन लगा तो हजारों कामगार दिल्ली, मुंबई, हरियाणा, गुजरात और पंजाब से घर लौटे। इन हुनरमंद कामगारों में से कई अपने हौसले, मेहनत और सरकारी मदद से उद्यमी बन गए। वे चनपटिया स्टार्टअप जोन में ट्रैक सूट, शर्ट, जींस, साड़ी, लहंगा, जैकेट, चुनरी, टी-शर्ट, शाल, जूता व सैनिटरी पैड आदि का निर्माण कर रहे हैं।

ठंड बढ़ते ही लूटपाट की घटनाओं में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। प्रतीकात्मक फोटो

फोटो परिचय - स्टार्टअप जोन में बांस से बनने वाले कप-प्लेट, गिलास की प्रदर्शनी लगाए उद्यमी। फाइल फोटो

पुणे, दिल्‍ली, गोरखपुर और नेपाल तक जाते उत्‍पाद

प्रदेश के विभिन्न जिलों के अलावा पुणे, दिल्ली, गोरखपुर और नेपाल तक उत्पाद भेजे जा रहे हैं। करीब 15 एकड़ भूमि में कृषि बाजार समिति की जमीन पर बने इस स्टार्टअप जोन में 55 यूनिटें काम कर कर रही हैं। प्रतिदिन दो लाख रुपये का कारोबार हो रहा है। स्टार्टअप जोन से जिला प्रशासन को प्रतिमाह 92 हजार रुपये किराये के रूप में मिल रहे हैं। अधिकांश उद्यमियों ने जीएसटी का निबंधन करा लिया है। सरकार को इस मद में करीब 15 लाख रुपये मिले हैं।

बीपीआइडी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। प्रतीकात्मक फोटो

फोटो परिचय - स्टार्टअप जोन का निरीक्षण करते सीएम। फाइल फोटो

93 और नए उद्यमियों ने दिया आवेदन

नए उद्यम स्थापित करने के लिए 93 अन्य उद्यमियों ने स्थान आवंटन के लिए आवेदन दिया है। उद्यमियों ने लगभग 3.80 करोड़ की लागत से आधुनिक मशीनें खरीदी हैं। इन मशीनों की खरीद में 65.40 लाख टैक्स का भुगतान भी किया गया है। हालांकि, स्टार्टअप जोन के उद्यमियों को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के माध्यम से 5.29 करोड़ रुपये लोन के रूप में दिया गया है। डीएम इसे देश-विदेश में प्रोडक्शन हब के रूप में और विख्यात करने की कोशिश में लगे हैं।

कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में सभी दलों ने पूरी ताकत झोंक रखी है। फाइल फोटो

फोटो परिचय - साड़ी पर काशीदाकारी करती महिला से बात करते सीएम। फाइल फोटो

जिला प्रशासन के सहयोग से मिला मुकाम

उद्यमी शोएब ताहिर ने बताया कि जिला प्रशासन का सहयोग नहीं मिलता तो आज यह मुकाम हासिल नहीं होता। इतने छोटे स्थल पर इतने बड़े पैमाने पर 10 करोड़ से ज्यादा का टर्नओवर करना बहुत बड़ी बात है। श्रमिक अब मालिक बन गए हैं। सूरत की एक कपड़ा मिल में नौकरी करने वाली अर्चना कुशवाहा लाकडाउन में यहां लौटीं। अभी वे यहां साड़ी व लहंगा बनाने की फैक्ट्री की मालिक हैं। कई लोगों को उन्होंने रोजगार दिया है। वह काम जानती थीं, इसलिए इसे चलाने में कोई मुश्किल नहीं आई। उनके गुणवत्तापूर्ण उत्पाद की प्रशंसा मुख्यमंत्री दिन के कारोबार के लिए एक परिचय नीतीश कुमार भी कर चुके हैं। अर्चना का कहना है कि हमारे प्रोडक्ट बड़ी ही आसानी से बिक रहे हैं। इसकी डिमांड दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।

युवाओं के कौशल विकास की दिशा में भी काम आरंभ किया जागएा। फाइल फोटो

फोटो परिचय - चनपटिया स्टार्टअप जोन में कपड़े का निर्माण करते कारीगर। फाइल फोटो

डेढ़ करोड़ रुपए के मास्‍क बेच चुके हैं मृत्‍युंजय

उद्यमी मृत्युंजय कुमार शर्मा ने बताया कि बीते कुछ महीनों में मास्क बनाकर डेढ़ करोड़ रुपये की बिक्री कर चुका हूं। इससे कई लोगों को रोजगार मिला है। उद्यमी नंदकिशोर कुशवाहा ने बताया कि हर महीने एक हजार साड़ी का निर्माण किया जा रहा है। सभी की बिक्री आसानी से अररिया एवं वैशाली में हो रही है। उद्यमी नवीन राज ने बताया कि वे अभी स्टोल, शर्ट आदि का निर्माण कर रहे हैं। जो व्यापारी पहले खरीदारी करने के लिए लुधियाना, सूरत, दिल्ली आदि जगहों पर जाते थे, अब वे उनसे ले रहे हैं।

सशक्त पंचायती राजव्यवस्था का गुर सीखेंगी जीविका दीदी। फाइल फोटो

सकारात्‍मक सोच और नई ऊर्जा से मिली सफलता

पश्‍च‍िम चंपारण के डीएम कुंदन कुमार कहते हैं कि सकारात्मक सोच और नई ऊर्जा के साथ चनपटिया स्टार्टअप जोन की शुरुआत की गई थी। निश्चित रूप से यह सफलता की ओर अग्रसर है। आनेवाले समय में यह रोजगार सृजन का बड़ा प्लेटफार्म बनेगा। जिला प्रशासन की ओर से उद्यमियों को हर संभव सहयोग किया जा रहा है।

Horoscope 23 November 2022 : आज आप अपने बजट में रहकर ही कार्य करेंगे जिससे आर्थिक विषमताओं का सामना नहीं करना पडेगा, जानिए आज का राशिफल ज्योतिषाचार्य डॉ. देवव्रत से

रायपुर, नवप्रदेश। मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ) – आज का दिन आपको व्यावसायिक कार्यो के साथ ही कानूनी मामलों में भी विजय दिलाएगा। आज आप किसी पुराने विवाद से निष्कलंक होकर निकलेंगे। समाज के उच्चप्रतिष्ठित लोगो से मेल जोल बढेगा आपकी छवि भी सार्वजनिक क्षेत्र पर धनवानों जैसी बनेगी भले अंदर से कुछ और ही रहे। व्यवसायी वर्ग दिन के आरंभ में निर्णय लेने से डरेंगे लेकिन एक बार लाभ होने के बाद खुलकर व्यवहार करेंगे। अकस्मात कार्य आने से मित्र रिश्तेदारी में जाना पड़ेगा इसपर खर्च भी (Horoscope 23 November 2022) होगा। आज आप अपने बजट में रहकर ही कार्य करेंगे जिससे आर्थिक विषमताओं का सामना नही करना पडेगा। घर के बुजुर्गो की सेहत को लेकर चिंता होगी। महिला एवं संतान का पूर्ण सुख रहेगा।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो) – आज का दिन आपके लिए मानसिक रूप से परेशानी वाला रहेगा स्वयं गलती करेंगे और डरेंगे भी। सार्वजनिक क्षेत्र पर किसी गुप्त कारण से खुल कर व्यवहार नही कर सकेंगे। धन लाभ आवश्यकता के समय हो जाएगा परन्तु ले देकर ही। कारोबारियों के लिए आज दिन शुभ है व्यवसाय में उन्नति के साथ ही लंबे समय के लिए अनुबंध (Horoscope 23 November 2022) मिलेंगे। महिलाये की मनोदशा रहस्यमय रहेगी मन के विचार प्रकट नही करेंगी अंदर ही अंदर गुप्त युक्तियां लगाएंगी। बाहर के लोग आपको बुद्धिमान मानेंगे परन्तु घर के सदस्य इसके विपरीत व्यवहार करेंगे। स्वास्थ्य में गिरावट आएगी शारीरिक शिथिलता अनुभव होगी।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा) – आज आपको अपने कार्यो के साथ ही किसी परिचित के कार्य से भी भागदौड़ करनी पड़ेगी। लोग अपना भार आपके ऊपर डालेंगे इस वजह से दिनचार्य में तालमेल बैठाना मुश्किल होगा। कार्य क्षेत्र पर आज पुराने सामान अथवा पुराने अनुबंध से धन लाभ होगा। नए कार्य का आरंभ आज सोच विचार कर ही (Horoscope 23 November 2022) करें। आर्थिक स्थिति आज बेहतर रहेगी लेकिन किसी को ना चाहते हुए भी उधार देना पड़ेगा। महिलाये आज घर को व्यवस्थित करने में व्यस्त रहेंगी हल्की थकान एवं कमजोरी की समस्या से परेशान होंगी। गृहस्थ सुख अन्य दिनों की अपेक्षा उत्तम रहेगा भाई बंधुओ से प्रेमपूर्ण व्यवहार करेंगे लेकिन आस पड़ोसियों से आज ज्यादा व्यवहार ना बढ़ाये दुखदायी हो सके है।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो) – आज के दिन आपकी दिनचार्य अस्त व्यस्त रहेगी। आज आपका मन जल्द से किसी कार्य को करने का नही करेगा एवं जिस कार्य को करेंगे उसे करते हुए भी किसी से कलह होगी। आज आपकी मानसिकता निम्न स्तर की रहेगी अन्य लोग आपकी किसी बुरी लत से परेशान रहेंगे। महिलाये आज शांत ही रहेंगी परन्तु किसी के छेड़ने पर चुप नही रह सकेंगी लेकिन घरेलू कार्य भी बिगाड़ सकती है। आर्थिक लाभ आज जोड़-तोड़ कर ही पाया जा सकता है। कार्य क्षेत्र पर अधिकारी सहकर्मी से भी नोकझोक होने की सम्भवना है। संध्या पश्चात स्थिति में सुधार आएगा अपनी गलतियों का अहसास होने पर पर्दा डालने का प्रयास करेंगे।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे) – आज के दिन आप कार्यो के प्रति आरम्भ में गंभीर नही रहेंगे लेकिन घरवालो अथवा अन्य स्नेहीजन के ताने सुनकर जबरन कार्य करेंगे फिर भी जिस कार्य को करेंगे उसे अन्य लोगो की अपेक्षा कम समय मे एवं ज्यादा सफाई से करेंगे। व्यवसाय में अचानक उछाल आने से धन लाभ आज बिना मेहनत किये बैठे बिठाये ही हो जाएगा। सार्वजनिक क्षेत्र पर आज आपको किसी महत्त्वपूर्ण कार्य के लिये आमंत्रित किया जा सकता है। ससुराल पक्ष से भी लाभ होने की सम्भवना है। आज विदेश संबंधित कोई भी कार्य हानि करा सकता है सोच समझकर ही करें। घर के सदस्य आपको भावुक कर खर्च कराएंगे। शरीर कुछ समय के लिए निशक्त बनेगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो) – आज के दिन आपको पारिवारिक अथवा व्यावहारिक दबाव के चलते कोई नापसंद कार्य करना पड़ेगा परन्तु इससे बाद में संतुष्टि ही होगी। नौकरी वाले लोग कार्य कार्य भर बढ़ने से परेशानी अनुभव करेंगे अतिरिक्त आय बनाने का प्रयास आज निष्फल जाएगा। व्यवसायी वर्ग आज धैर्य का परिचय देंगे धन कमाने की लालसा तो रहेगी परन्तु इसके लिये ज्यादा भाग-दौड़ करने के पक्ष में नही रहेंगे। धन लाभ कुछ इंतजार के बाद काम चलाऊ हो ही जायेगा। पारिवारिक वातावरण शांत रहेगा घर के बुजुर्गो से वाद-विवाद होगा फिर भी आत्मीयता बनी रहेगी। स्वास्थ्य आज सामान्य बना रहेगा।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते) – आज के दिन आप पूर्व में की गई मेहनत का फल मिलने से उत्साहित रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज आप अपने मनकी करेंगे सहकर्मीयो के नाराज होने से कुछ समय के लिये अव्यवस्था रहेगी लेकिन जल्द ही सुधर भी जाएगी। आज किसी भी कार्य मे निवेश दुगना होकर ही मिलेगा। व्यवसायियों के लिए शेयर आदि में आज निवेश ना कर अन्य दैनिक उपभोग की वस्तुओं पर निवेश ज्यादा लाभ दिलाएगा। पारिवारिक वातावरण प्रसन्नता प्रदान करेगा। परिजन आपसे प्रसन्न रहेंगे उपहार-सम्मान लाभ मिलेगा लेकिन आज सभी सुविधाए होने पर भी इनका पूर्ण उपभोग नही कर सकेंगे। मध्यान पश्चात सेहत का ध्यान रखें।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू) – आज के दिन आप अधिकांश समय असमंजस की स्थिति में रहेंगे जिस कार्य को करने के लिये लोग परामर्श देंगे आप उसका उल्टा ही करेंगे जिससे आज भी हानि की संभावना अधिक रहेगी। आज पुराने नुकसान से सीख लेने का प्रयास भी करेंगे परन्तु निर्णय लेने के अंतिम समय फिर गलती को दोहराएंगे। कार्य क्षेत्र पर नौकरो की गतिविधि संदिग्ध रह सकती है नजर रखें। धन लाभ के लिये किसी की सहायता की आवश्यकता पड़ेगी। आज लोग सहायता भी अहसान जता कर करेंगे। खान-पान में संयम बरते पेट संबंधित व्याधि हो सकती है। महिलाये आज कोई त्रुटि हो जाने से शांत ही रहेंगी। घर के बुजुर्ग आपके हठी स्वभाव से परेशान होंगे।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे) – आज भी दिन आपके अनुकूल रहेगा। आज कार्य क्षेत्र पर अन्य लोगो की गलती का लाभ आपको मिलेगा। सार्वजनिक क्षेत्र पर भी स्वयं की अलग पहचान बनाएंगे। स्वभाव में नरमी एवं व्यवहारिकता रहने से नए लाभ के संबंध आसानी से बना सकेंगे। आज आपका मन थोड़ा चंचल भी रहेगा विपरीत लिंगियों के प्रति काल्पनिक दुनिया की सैर करेंगे। कार्य व्यवसाय से आज धन लाभ आकस्मिक ही होगा लेकिन आज खर्च सोच समझ कर ही करेंगे। संचित कोष में वृद्धि होगी। महिलाओ के सहयोग से भाग्योन्नति मिलेगी। कारोबार विस्तार की योजना बना रहे है तो आज दिन शुभ है। स्वास्थ्य बीच मे थोड़ा शिथिल हो सकता है ध्यान दें।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी) – आज का दिन काफी व्यस्तता भरा रहेगा आप काम की आपाधापी में शरीर की अवहेलना करेंगे लेकिन परिणाम अनुकूल मिलने से सभी परेशानियां भुला देंगे। सरकारी अथवा अन्य कागजी कार्यो के लिये आज दिन उपयुक्त है इसके बाद विघ्न आने लगेंगे। कार्य व्यवसाय में भी बड़ो का सहयोग मिलने से आसानी रहेगी। पैतृक संपत्ति से लाभ होगा पारिवारिक माहौल में धैर्य की कमी के कारण थोड़ी तना-तनी हो सकती है फिर भी स्थिति नियंत्रण में ही रहेगी। विरोधी आपको हराने का हर संभव प्रयास करेंगे परन्तु दिन के कारोबार के लिए एक परिचय सफल नही ही सकेंगे। संध्या का समय ज्यादा थकान भरा फिर भी दिन की अपेक्षा शांति से व्यतीत होगा।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा) – आज आप धर्म-कर्म के प्रति कुछ ज्यादा ही उत्साहित रहेंगे घरेलू अथवा अन्य महत्त्वपूर्ण कार्य इस वजह से लंबित हो सकते है। दिन के आरंभ में परिजनों से बहस होगी जिसका अशान्ति के अलावा कोई निष्कर्ष नही निकलेगा इससे बचें। कार्य क्षेत्र पर भी अन्य दिन की अपेक्षा कार्य विलंब से चलेंगे मंदी भी रहेगी। आर्थिक स्थिति आज धन की आमद कम एवं खर्च अधिक होने से दयनीय रहेगी। आज आपके द्वारा कोई परोपकार भी होगा जसका लाभ सम्मान के रूप में लंबे समय तक मिलेगा। महिलाये आज धैर्य रहने पर भी मन का गुबार छुपा नही सकेंगे महात्त्वकांक्षाये अधिक रहने के कारण दुखी होंगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची) – आज का दिन भी शारीरिक दृष्टिकोण से उतार-चढ़ाव वाला रहेगा शरीर मे कुछ ना कुछ व्याधि लगी रहेगी। कार्य व्यवसाय के लिए दिन सामान्य ही रहेगा कार्यो के प्रति लचीला व्यवहार आशाजनक लाभ से वंचित रखेगा। संध्या के आस-पास धन लाभ तो होगा परन्तु उधारी के व्यवहार भी अधिक रहने से बचत नही कर सकेंगे। आज धार्मिक अथवा अन्य सामाजिक कार्यो पर भी खर्च करना पड़ेगा। मित्र अथवा निकट संबंधियों से अशुभ समाचार प्राप्त होगा। आर्थिक कमी के कारण भविष्य की चिंता सताएगी। महिलाये पारिवारिक वातावरण में शांति बनाने का प्रयास करेंगी परन्तु स्वयं की मनोदशा ठीक ना होने से असफल रहेंगी।

Dogecoin Price India INR: डॉजक्वाइन में फिर आई गिरावट, विशेषज्ञों ने जताया यह अनुमान

Cryptocurrency Dogecoin Price: दुनिया की शीर्ष 10 क्रिप्टोकरेंसी में शामिल डॉजक्वाइन (Dogecoin) की मौजूदा कीमत 0.281907 डॉलर (21.11 रुपये) है। इसका बाजार पूंजीकरण 32,657,199,909 डॉलर है।

डॉजक्वाइन प्राइस टुडे

दुनिया की शीर्ष 10 क्रिप्टोकरेंसी में शामिल डॉजक्वाइन (Dogecoin) मौजूदा रुझान के अनुसार, इस साल के अंत तक एक डॉलर को पार कर सकता है। कुछ नई सुविधाएं डॉजक्वाइन में जोड़ी जा सकती हैं, जो आपको बेहतर भुगतान पद्धति की योजना बनाने की अनुमति देती हैं। इस प्रकार की घोषणाओं से क्रिप्टोकरेंसी के मूल्य में वृद्धि होती है। आज यानी बुधवार को डॉजक्वाइन (Dogecoin) की मौजूदा कीमत 0.281907 डॉलर (21.11 रुपये) है। इसका बाजार पूंजीकरण 32,657,199,909 डॉलर है।

विशेषज्ञों के एक पैनल ने वर्ष के अंत के साथ-साथ 2025 और 2030 में डॉजक्वाइन के लिए अपने मूल्य पूर्वानुमान को साझा किया है। साल 2025 तक इसकी कीमत 1.21 डॉलर यानी 90.75 रुपये पर पहुंच सकती है। वहीं साल 2030 तक यह 3.60 डॉलर यानी 270 रुपये का स्तर छू सकती है।

तेजी से लोकप्रिय हुई यह डिजिटल मुद्रा
इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एलन मस्क ने सोशल मीडिया पर कई ट्वीट पोस्ट किए कि डॉजक्वाइन उनका पसंदीदा सिक्का है। इससे यह डिजिटल मुद्रा तेजी से लोकप्रिय होती गई। कई नामी हस्तियों ने इसमें पैसा लगा रखा है, इसलिए इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। नौ फरवरी 2021 के दिन ही डॉजक्वाइन का मूल्य एकाएक 31 फीसदी बढ़ गया था। तब एलन मस्क और मशहूर रैपर स्नूप डॉग ने इसको लेकर ट्वीट किया था। फरवरी की शुरुआत में क्लबहाउस में उन्होंने यह भी कहा था की डॉजकॉइन यकीनन पूरी धरती के लिए भविष्य की करेंसी है।

क्या है डॉजक्वाइन?
डॉजक्वाइन (DOGE) इंटरनेट मीम पर आधारित है और इसके लोगो पर Shiba Inu अंकित है। इस ओपन सोर्स डिजिटल मुद्रा का निर्माण पोर्टलैंड के बील्ली मारकुस और सिडनी के ऑरेगोन एवं जैक्सन पाल्मर ने किया। डॉजक्वाइन के रचनाकारों ने इसे एक मजेदार, हल्के-फुल्के क्रिप्टोकरेंसी के रूप में परिकल्पित किया, जो कि कोर बिटक्वाइन दर्शकों से अधिक अपील करेगा, क्योंकि यह डॉज मीम पर आधारित था।

आप डॉजक्वाइन faucet दिन के कारोबार के लिए एक परिचय से अपना डॉजक्वाइन प्राप्त कर सकते हैं। डॉजक्वाइन faucet एक वेबसाइट है जो आपको मुद्रा के परिचय के रूप में थोड़ी मात्रा में डॉजक्वाइन मुफ्त में देगी, ताकि आप डॉजक्वाइन समुदायों में बातचीत शुरू कर सकें।

आप डॉजक्वाइन कैसे खरीद सकते हैं?
आप किसी भी एक्सचेंज में डॉजक्वाइन खरीद या बेच सकते हैं जो डिजिटल मुद्रा प्रदान करता है, इसे एक्सचेंज पर या डॉजक्वाइन वॉलेट में स्टोर करता है।

विस्तार

दुनिया की शीर्ष 10 क्रिप्टोकरेंसी में शामिल डॉजक्वाइन (Dogecoin) मौजूदा रुझान के अनुसार, इस साल के अंत तक एक डॉलर को पार कर सकता है। कुछ नई सुविधाएं डॉजक्वाइन में जोड़ी जा सकती हैं, जो आपको बेहतर भुगतान पद्धति की योजना बनाने की अनुमति देती हैं। इस प्रकार की घोषणाओं से क्रिप्टोकरेंसी के मूल्य में वृद्धि होती है। आज यानी बुधवार को डॉजक्वाइन (Dogecoin) की मौजूदा कीमत 0.281907 डॉलर (21.11 रुपये) है। इसका बाजार पूंजीकरण 32,657,199,909 डॉलर है।

विशेषज्ञों के एक पैनल ने वर्ष के अंत के साथ-साथ 2025 और 2030 में डॉजक्वाइन के लिए अपने मूल्य पूर्वानुमान को साझा किया है। साल 2025 तक इसकी कीमत 1.21 डॉलर यानी 90.75 रुपये पर पहुंच सकती है। वहीं साल 2030 तक यह 3.60 डॉलर यानी 270 रुपये का स्तर छू सकती है।

तेजी से लोकप्रिय हुई यह डिजिटल मुद्रा
इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एलन मस्क ने सोशल मीडिया पर कई ट्वीट पोस्ट किए कि डॉजक्वाइन उनका पसंदीदा सिक्का है। इससे यह डिजिटल मुद्रा तेजी से लोकप्रिय होती गई। कई नामी हस्तियों ने इसमें पैसा लगा रखा है, इसलिए इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। नौ फरवरी 2021 के दिन ही डॉजक्वाइन का मूल्य एकाएक 31 फीसदी बढ़ गया था। तब एलन मस्क और मशहूर रैपर स्नूप डॉग ने इसको लेकर ट्वीट किया था। फरवरी की शुरुआत में क्लबहाउस में उन्होंने यह भी कहा था की डॉजकॉइन यकीनन पूरी धरती के लिए भविष्य की करेंसी है।

क्या है डॉजक्वाइन?
डॉजक्वाइन (DOGE) इंटरनेट मीम पर आधारित है और इसके लोगो पर Shiba Inu अंकित है। इस ओपन सोर्स डिजिटल मुद्रा का निर्माण पोर्टलैंड के बील्ली मारकुस और सिडनी के ऑरेगोन एवं जैक्सन पाल्मर ने किया। डॉजक्वाइन के रचनाकारों ने इसे एक मजेदार, हल्के-फुल्के क्रिप्टोकरेंसी के रूप में परिकल्पित किया, जो कि कोर बिटक्वाइन दर्शकों से अधिक अपील करेगा, क्योंकि यह डॉज मीम पर आधारित था।

आप डॉजक्वाइन faucet से अपना डॉजक्वाइन प्राप्त कर सकते हैं। डॉजक्वाइन faucet एक वेबसाइट है जो आपको मुद्रा के परिचय के रूप में थोड़ी मात्रा में डॉजक्वाइन मुफ्त में देगी, ताकि आप डॉजक्वाइन समुदायों में बातचीत शुरू कर सकें।

आप डॉजक्वाइन कैसे खरीद सकते हैं?
आप किसी भी एक्सचेंज में डॉजक्वाइन खरीद या बेच सकते हैं जो डिजिटल मुद्रा प्रदान करता है, इसे एक्सचेंज पर या डॉजक्वाइन वॉलेट में स्टोर करता है।

श्यामा का परिचय

श्यामा

श्यामा सन 1950 के दशक की मशहूर अभिनेत्री थीं। अभिनेत्री बनने से पहले श्यामा क़रीब 50 फ़िल्मों में बाल और अतिरिक्त कलाकार के तौर पर छोटे-मोटे रोल कर चुकी थीं। श्यामा ने 1946 में रिलीज़ हुई ‘घूंघट’, ‘नई मां’ और ‘निशाना’ जैसी कुछ शुरुआती फ़िल्मों में ख़ुर्शीद (जूनियर) और बेबी ख़ुर्शीद के नाम से काम किया। लेकिन चूंकि उस ज़माने में इसी नाम की एक बहुत बड़ी स्टार पहले से फ़िल्मों में काम कर रही थीं, इसलिए उन्हें अपना नाम बदलकर 'बेबी श्यामा' रख लेना पड़ा था।

विषय सूची

अभिनेत्री श्यामा का जन्म 12 जून सन 1935 को लाहौर, पाकिस्तान में हुआ था। उनका वास्तविक नाम ख़ुर्शीद अख़्तर था। उनके अब्बा फलों के कारोबारी थे। श्यामा महज़ दो साल की थीं, जब उनके अब्बा कारोबार के सिलसिले में लाहौर छोड़कर परिवार के साथ मुंबई चले आए थे। नौ भाई-बहनों में वह सबसे छोटी थीं। एक मुलाक़ात के दौरान श्यामा ने बताया था कि फ़िल्में उन्हें आकर्षित तो करती थीं, लेकिन उस जमाने की सामाजिक सोच को देखते हुए फ़िल्मों में काम करने की बात वह सोच भी नहीं सकती थीं। इसके बावजूद उनका इस क्षेत्र में आना महज़ इत्तेफ़ाक़ ही था, जिसे लेकर घर में और ख़ासतौर से अब्बा की तरफ़ से थोड़ा-बहुत विरोध भी हुआ था। लेकिन वह विरोध ज़्यादा दिन तक नहीं टिक पाया। श्यामा का बड़ा बेटा फ़ारूख़ मिस्त्री विज्ञापन जगत का मशहूर कैमरामैन है तो छोटा बेटा इंग्लैंड में रहता है। नादिरा, निरुपा रॉय, सितारा देवी, निम्मी, शकीला और शशिकला से उनकी गाढ़ी दोस्ती थी और इन सभी का आपस में मिलना-जुलना होता रहता था। लेकिन नादिरा और निरुपा रॉय जो इनके घर के क़रीब ही रहती थीं, अब जीवित नहीं हैं। [1]

फ़िल्मी शुरुआत

एक दिन श्यामा अपनी सहेलियों के साथ एक फ़िल्म की शूटिंग देखने गयीं। वह फ़िल्म थी ‘ईस्टर्न पिक्चर्स’ के बैनर में बनी ‘ज़ीनत’, जिसके निर्माता-निर्देशक, नूरजहां के शौहर सैयद शौक़त हुसैन रिज़वी थे। श्यामा के मुताबिक़़ शौक़त हुसैन ने सेट पर मौजूद लड़कियों से पूछा कि- "क्या वह फ़िल्म में काम करना चाहेंगी", तो श्यामा और उनकी सहेलियों ने तुरंत हामी भर दी। साल 1945 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘ज़ीनत’ की क़व्वाली ‘आहें ना भरीं शिक़वे ना किए’ में श्यामा महज़ नौ साल की उम्र में पहली बार परदे पर नज़र आयी थीं। गीतकार ‘नख़्शब’ की लिखी, हफ़ीज़ ख़ां द्वारा संगीतबद्ध और नूरजहां, जोहराबाई अम्बालेवाली और कल्याणीबाई की गायी ये क़व्वाली अपने दौर में बेहद मशहूर हुई थी। परदे पर इस क़व्वाली में श्यामा का साथ शशिकला और शालिनी ने दिया था।

साल 1951 में बनी फ़िल्म ‘सज़ा’ की शूटिंग के दौरान श्यामा और फ़िल्म के कैमरामैन-निर्देशक फ़ली मिस्त्री की नज़दीकियां बढ़ीं और 1954 में उन्होंने शादी कर ली। श्यामा के अनुसार क़रीब 10 सालों तक उन्होंने इस बात को छुपाए रखा, क्योंकि शादीशुदा हिरोईन को उस ज़माने में भी लोग आसानी से स्वीकार नहीं करते थे। श्यामा ने बताया था कि- "शादी के 10 सालों बाद अपने बेटे फ़ारूख़ के जन्म के समय उन्होंने इस बात का ख़ुलासा किया। वैसे भी 1960 के दशक की शुरुआत में मैं पूरी तरह से चरित्र अभिनेत्री बन चुकी थी।"

पागल बाबा और उनके मंदिर की अजब कहानी

भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि में हर जगह आपको भगवान कृष्ण से जुड़े कुछ न कुछ अचरज दिखाई दे ही जाएंगे। वृन्दावन में भी ऐसे कई आश्चर्य दिखाई देते हैं।

पागल बाबा और उनके मंदिर की अजब कहानी

पागल बाबा मंदिर मथुरा-वृन्दावन मार्ग पर स्थित है।

पवन गौतम

भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि में हर जगह आपको भगवान कृष्ण से जुड़े कुछ न कुछ अचरज दिखाई दे ही जाएंगे। वृन्दावन में भी ऐसे कई आश्चर्य दिखाई देते हैं। यहां कई ऐसे सन्त भी हुए हैं, जिनके चमत्कारों के किस्से हमेशा चर्चा में रहे हैं। ऐसा ही एक चमत्कार है, पागल बाबा का मंदिर और उनके इस मंदिर के निर्माण की कहानी।

पागल बाबा मंदिर मथुरा-वृन्दावन मार्ग पर स्थित है। इसके बारे में एक कथा प्रचलित है। इसके अनुसार एक गरीब कृष्ण भक्त ब्राह्मण दिनभर ठाकुरजी का नाम जपता रहता था। उसके पास जो कुछ भी था या यूं कहें कि जितना भी रूखा-सूखा उसे मांगकर खाने को मिलता, वह उसे भगवान की मर्जी समझकर खुशी-खुशी ग्रहण करते हुए अपना जीवन व्यतीत कर रहा था।

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एक बार वह किसी साहूकार से पैसे लेने के लिए गया। साहूकार ने उससे पैसे जल्द ही लौटाने का वादा लिया। ब्राह्मण हर महीने नियम से किस्त का हिसाब करके साहूकार के पैसे लौटाने जाता था। आखिरी किस्त के थोड़े दिन पहले ही साहूकार ने वसूली का एक पत्र उसके घर भिजवा दिया। यह देखकर ब्राह्मण परेशान हुआ और साहूकार से विनती करने लगा लेकिन वह नहीं माना। मामला अदालत में पहुंचा। ब्राह्मण ने जज लीलानंद ठाकुर से अनुरोध करते हुए कहा कि एक किस्त के अलावा उसने साहूकार का सारा कर्ज अदा कर दिया है। यह साहूकार झूठ बोल रहा है। यह सुनकर साहूकार ने क्रोधित होकर दलील दी कि उसने कोई गलत व्यवहार नहीं किया है। जिस किसी के भी सामने आरोपी ने धन लौटाया हो, उसे अदालत में पेश किया जाए। इतना सुनकर ब्राह्मण सोच में डूब गया क्योंकि उसका कोई भी गवाह नहीं था।

ब्राह्मण को भगवान की याद आई और गवाह के रूप में उसने भगवान कृष्ण का नाम लिया। यह सुनकर पहले तो जज कुछ हैरान हुए लेकिन बाद में ब्राह्मण से उनका पता मांगा गया। ब्राह्मण के कहने पर एक नोटिस बांके बिहारी के मंदिर में भेजा गया। पेशी की अगली तारीख पर एक बूढ़ा आदमी कोर्ट में पेश हुआ और ब्राह्मण की तरफ से गवाही देते हुए बोला कि जब ब्राह्मण साहूकार के पैसे लौटाता था तब मैं उसके साथ ही होता था। बूढ़े आदमी ने रकम वापस करने की हर तारीख को कोर्ट में मुंहजुबानी बताया जैसे उसे सब-कुछ एक-एक तारीख के हिसाब से याद हो। साहूकार के खाते में भी बूढ़े आदमी द्वारा बताई गई रकम की तारीख भी सही निकली।

साहूकार ने राशि तो दर्ज की थी लेकिन नाम फर्जी लिखे थे। इसके आधार पर जज ने ब्राह्मण को निर्दोष करार दे दिया। लेकिन, जज अब तक हैरान थे कि इतना बूढ़ा आदमी इतनी तारीखें कैसे याद रख सकता है। जज ने उसके बारे में उस ब्राह्मण से पूछा कि यह बूढ़ा आदमी कौन है। तो, ब्राह्मण ने उत्तर दिया कि वह सब जगह रहता है लोग उन्हें श्याम, कान्हा, कृष्ण आदि नामों से जानते हैं। इसके बाद जज ने फिर से उससे पूछा कि वह बूढ़ा आदमी कौन था फिर ब्राह्मण ने कहा सच में उसे नहीं पता कि वह कौन था।

जज बड़ी हैरानी हुई। उनके मन में सवाल आ रहे थे कि आखिर वह आदमी कौन था। इसी पहेली को सुलझाने के लिए जज अगले दिन बांके बिहारी के मंदिर में पहुंचे। वह जानना चाहते थे कि आखिर बीते दिन जो आदमी अदालत में आया था, वह कौन था। मंदिर के पुजारी से जब जज ने पूछा तो उन्होंनें बताया कि जो भी चिट्ठी-पत्री यहां आती है उसे भगवान के चरणों रख दिया जाता है। जज साहब ने उस बूढ़े आदमी के बारे में भी पूछा लेकिन पुजारी ने कहा ऐसा कोई भी आदमी यहां नहीं रहता है। ये सब बातें सुनने के बाद जज को लगा कि वह श्रीकृष्ण ही रहे होंगे।

इस घटना का जज पर इतना असर पड़ा कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और घर-परिवार भी छोड़ दिया और, स्वयं एक संत बन गए। स्थानीय लोगों का मानना है कि बहुत सालों बाद वह जज ‘पागल बाबा’ के नाम से वृन्दावन में लौटे और उन्होंने पागल बाबा मंदिर का निर्माण कराया। तब से यह मंदिर पागल बाबा मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है।

इस मंदिर के निर्माण के बारे में एक और प्रचलित मान्यता यह भी है कि जब जज को पता लगा कि उनके सामने साक्षात श्रीकृष्ण ही कोर्ट में पेश हुए थे। तब से वह श्रीकृष्ण को ढूंढने के लिए इतने अधीर हो गए कि अपनी सुध-बुध खो बैठे थे। इस घटना ने उन्हें पागल सा कर दिया था। इसके बाद वह जिस किसी भंडारे में जाते थे वहां से पत्तलों की जूठन उठाते थे और उसमें से आधा जूठन ठाकुर जी को अर्पित करते थे और आधा खुद खाते थे। उन्हें ऐसा करते देख लोग उनके खिलाफ हो गए और लोगों ने उन्हें मारना-पीटना भी शुरू कर दिया। हारकर लोगों ने उन्हें एक पागल के रूप में मान लिया। धीरे-धीरे उनका नाम ही पागल बाबा पड़ गया।

कालांतर में, बाबा ने एक विशाल मंदिर प्रस्थापना का प्रण लिया और विशाल भण्डारा का आयोजन किया। अपार जनसमूह उमड़ा लेकिन बाबा का भण्डार खाली होने का नाम ही नहीं ले रहा था। बाबा ने मंदिर में विशाल रसोई का निर्माण कराया तथा मंदिर के नीचे विशाल भण्डार घर बनवाया। बाबा के देशभर में भक्त विशेषकर असम, बंगाल व ओड़ीशा के औद्योगिक घरानों व मारवाड़ी परिवारों से आते हैं। बाबा मूलरूप से सापटग्राम असम से थे और वहां भी उनका एक विशाल मंदिर है।

होली और जन्माष्टमी के अवसर पर मंदिर को भव्यता के साथ सजाया जाता है। बाबा ने साल 1977 में एक धर्मार्थ ट्रस्ट की स्थापना की। बाबा के आदेश पर बने अस्पताल में बिना सरकारी मदद के जनरल ओपीडी, आंखों का अस्पताल, आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक, विभाग पागल बाबा महाराज के भक्त परिवारों के सहयोग से चल रहे हैं। हाल में कोरोना जैसी महामारी से परेशान लोगों के लिए आॅक्सीजन प्लांट लगाने व आॅक्सीजन सिलेंडर की निर्भरता खत्म करने कार्य किए जा रहे हैं।

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